'आप' का आरोप- बीजेपी ने एमसीडी में ‘एल्डरमेन’ के पदों पर 10 पार्टी कार्यकर्ताओं को मनोनीत किया

आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी ने कहा- मैं बीजेपी से ये घटिया चालें रोकने का आग्रह करती हूं, सभी 10 ‘एल्डरमेन’ बीजेपी कार्यकर्ता हैं, यह दिल्ली नगर निगम के काम को रोकने का एक प्रयास है

'आप' का आरोप- बीजेपी ने एमसीडी में ‘एल्डरमेन’ के पदों पर 10 पार्टी कार्यकर्ताओं को मनोनीत किया

आम आदमी पार्टी की विधायक आतिशी (फाइल फोटो).

नई दिल्ली :

आम आदमी पार्टी (AAP) ने बुधवार को आरोप लगाया कि शुक्रवार को होने वाले महापौर पद के चुनाव से पहले दिल्ली नगर निगम (MCD) के लिए मनोनीत किए गए 10 ‘एल्डरमेन' भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ता हैं और एमसीडी ने उनके नाम दिल्ली सरकार को दरकिनार करते हुए सीधे उप राज्यपाल (LG) को भेज दिए. 'आप' विधायक आतिशी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिस तरह उप राज्यपाल को नाम भेजे गए, उसमें दिल्ली सरकार को दरकिनार किया गया. उन्होंने कहा कि उचित प्रक्रिया यह है कि सरकार उप राज्यपाल को नाम भेजती है.

‘एल्डरमेन' उन लोगों को कहा जाता है जो अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ होते हैं. हालांकि, महापौर चुनाव में उनके पास मतदान का अधिकार नहीं होता है.

आतिशी ने कहा, ‘‘मैं बीजेपी से ये घटिया चालें रोकने का आग्रह करती हूं. सभी 10 ‘एल्डरमेन' बीजेपी कार्यकर्ता हैं. यह एमसीडी (दिल्ली नगर निगम) के काम को रोकने का एक प्रयास है. ये ‘एल्डरमैन' विभिन्न समितियों का हिस्सा होंगे और एमसीडी के काम को बाधित करेंगे.'' आतिशी ने कहा, ‘‘बीजेपी को 'आप' को एमसीडी चलाने का मौका देकर जनादेश का सम्मान करना चाहिए. कृपया दिल्ली के फैसले का सम्मान करें.''

आतिशी ने एलजी द्वारा जारी की गई मनोनीत पार्षदों (एल्डरमेन) की लिस्ट को असंवैधानिक बताया. उन्होंने कहा कि, नगर निगम में काम रोकने के मकसद से एलजी दफ़्तर द्वारा मनोनीत पार्षदों का नोटिफिकेशन निकाला गया है. मनोनीत पार्षदों के नाम दिल्ली सरकार के अर्बन डिपार्टमेंट द्वारा ही भेजे जाते हैं.

उन्होंने कहा कि, एलजी ने एमसीडी कमिश्नर को कॉल करके मनोनीत पार्षदों की फाइल दिल्ली सरकार को बायपास करके अपने पास बुलाई. आज सुबह गैर संवैधानिक नोटिफिकेशन जारी किया गया, जिसमें एलजी द्वारा बीजेपी के 10 कार्यकर्ताओं को मनोनीत पार्षद घोषित किया गया है.

आतिशी ने आरोप लगाया कि यह स्टैंडिंग कमेटी में बीजेपी के लोगों को जगह देने की साज़िश है. दिल्ली नगर निगम चुनाव में जनता ने बीजेपी को बाहर किया है, इसलिए गुंडा गर्दी, गैर सरकारी तरीके से बीजेपी कार्यकर्ताओं को निगम में भेजा गया है. यह ज़ोन में होने वाले चुनाव को डिरेल करने की कोशिश है. ज़ोन के माध्यम से स्टैंडिंग कमेटी में लोग चुने जाते हैं. यह स्टैंडिंग कमेटी में अड़ंगा डालने की साज़िश है.

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चार दिसंबर के निकाय चुनावों के बाद शुक्रवार को पहली बार निगम सदन आहूत किया जाएगा जब सभी नवनिर्वाचित पार्षद शपथ लेंगे और महापौर एवं उप महापौर चुने जाएंगे. दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी करके कहा कि उप राज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा 10 सदस्यों को मनोनीत किया गया है.
(इनपुट भाषा से भी)