दिल्ली (Delhi) के 50 प्रतिशत व्यापारी (Traders) लॉकडाउन (Lockdown) एक हफ्ते और बढ़ाने एवं 50 प्रतिशत लॉकडाउन खोलने के पक्ष में हैं. राष्ट्रीय राजधानी के 85 फीसदी फैक्ट्री मालिक फैक्ट्रियां खोलने के पक्ष में हैं. CTI के सर्वे में 440 व्यापारियों एवं औद्योगिक संगठनों की राय पर यह विचार सामने आए हैं. दिल्ली सरकार ने कोरोना के कारण भयावह होती स्थिति को देखते हुए 24 मई तक के लॉकडाउन की घोषणा की थी, जो कि अगले सोमवार को सुबह तक लागू रहेगा. दिल्ली सरकार के इस कदम का दिल्ली के सभी व्यापारियों एवं औद्योगिक संगठनों ने समर्थन किया था.
सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार हर हफ्ते स्थिति की समीक्षा करके एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाकर बहुत ही संतुलित निर्णय ले रही है. अब चूंकि सोमवार सुबह लॉकडाउन की अवधि समाप्त हो रही है इसलिए हमने दिल्ली के तमाम व्यापारियों के बीच एक सर्वे कराया. इस सर्वे में दिल्ली के लगभग 440 से ज्यादा व्यापारी संगठनों ने हिस्सा लिया जिसमें मार्केट एसोसिएशंस, इंडस्ट्री एसोसिएशंस, होटल एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशंस, ब्यूटी एवं वेलनेस एसोसिएशंस सभी ने हिस्सा लिया. सर्वे में कश्मीरी गेट, चांदनी चौक, चावड़ी बाजार, सदर बाजार, खारी बावली, करोल बाग, कमला नगर, लाजपत नगर, कनोट प्लेस, कीर्ति नगर, कृष्णा नगर, राजौरी गार्डन, नेहरू प्लेस, साउथ एक्स, शाहदरा, गांधी नगर, लक्ष्मी नगर, रोहिणी, पीतमपुरा, जनकपुरी, मालवीय नगर, द्वारका, ग्रेटर कैलाश आदि बाजारों के व्यापारियों ने हिस्सा लिया.
सीटीआई के महासचिव विष्णु भार्गव और रमेश आहूजा ने बताया कि इन 440 में से लगभग 205 संगठनों का कहना था कि दिल्ली में लॉकडाउन को एक हफ्ते और आगे बढ़ाया जाना चाहिए क्योंकि दिल्ली में कोरोना केस और संक्रमण दर भले ही कम हो रही है लेकिन किसी भी तरह की कोताही ना बरतते हुए लॉकडाउन बढ़ा देना चाहिए क्योंकि अगर किसी भी तरह की चूक हो गई तो दुबारा से कोरोना संक्रमण फैल सकता है.
इसके अलावा लगभग 200 संगठनों का कहना था कि दिल्ली में लॉकडाउन खत्म कर देना चाहिए और 24 मई को बाजार खुल जाने चाहिए. इसके अलावा लगभग 30 व्यापारी संगठनों ने कहा कि लॉकडाउन खुले या आगे बढ़े, इसको लेकर दिल्ली सरकार जो भी निर्णय लेगी वे उसके साथ हैं.
सर्वे में जिन व्यापारियों ने एक हफ्ता लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की उन्होंने एक जून से लॉकडाउन खोलने के पक्ष में अपना समर्थन दिया. व्यापारियों ने स्पष्ट किया वे लॉकडाउन को लेकर केवल और केवल दिल्ली सरकार के निर्णय का पालन करेंगे और अपनी तरफ से कोई लॉकडाउन नहीं करेंगे.
सीटीआई के सर्वे में दिल्ली के 28 ऑद्योगिक क्षेत्रों के फैक्ट्री मालिकों ने भी हिस्सा लिया. इसमें नरेला, बवाना, मंगोल पुरी, मायापुरी, उद्योग नगर, कीर्ति नगर, आनन्द पर्वत, शाहदरा, वजीरपुर, बादली, ओखला, झिलमिल आदि औद्योगिक क्षेत्रों के फैक्ट्री मालिक शामिल थे. लगभग 85 % फैक्ट्री मालिकों का कहना था कि दिल्ली में चूंकि फैक्ट्रियों में आम लोगों की आवाजाही बिल्कुल नहीं होती है और वहां कोरोना संक्रमण का खतरा कम होता है इसलिए दिल्ली में एसेंशियल और नॉन एसेंशियल सभी तरह की फैक्ट्रियों को खोलने की अनुमति मिलनी चाहिए.
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सीटीआई के अनुसार वह इन सभी सुझावों की एक रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंपेंगा.
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