
- बिटकॉइन ने 14 जुलाई को पहली बार अपनी कीमत 1,21,000 डॉलर के पार कर नया इतिहास बनाया, जो 2.75 प्रतिशत की तेजी दर्शाता है.
- इस साल की शुरुआत से बिटकॉइन की कीमत में 29 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना है.
- बिटकॉइन का मार्केट कैप 2.41 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया है, जबकि ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी 33.12 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़ोतरी हुई है.
क्रिप्टोकरेंसी की दुनिया से आज एक बड़ी खबर सामने आई है. दुनिया की सबसे बड़ी डिजिटल करेंसी बिटकॉइन ने सोमवार, 14 जुलाई को नया इतिहास रच दिया. पहली बार इसकी कीमत 1,21,000 डॉलर के आंकड़े को पार कर गई. दिन के शुरुआती कारोबार में बिटकॉइन करीब 2.75% की तेजी के साथ 1,21,097.94 डॉलर तक पहुंच गया.
बाजार में बिटकॉइन की ये तेजी काफी समय से बने पॉजिटिव सेंटिमेंट का नतीजा है. इस साल की शुरुआत से अब तक यह करेंसी 29% से ज्यादा चढ़ चुकी है. सोमवार को ट्रेडिंग के दौरान बिटकॉइन की कीमत 1.5% उछलकर 1,20,893.86 डॉलर पर दर्ज की गई.
बिटकॉइन की मार्केट वैल्यू भी नई ऊंचाई पर
CoinMarketCap के डेटा के मुताबिक, बिटकॉइन का मार्केट कैप 2.41 ट्रिलियन डॉलर (करीब 2.85% की बढ़त) हो गया है. वहीं इसकी ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है, जो अब 60.69 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है यानी 33.12% की बढ़त हुई है.
Ethereum में भी बढ़त, बाकी क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में भी हलचल
केवल बिटकॉइन ही नहीं, बल्कि दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम (Ethereum Price Today) ने भी इस तेजी में भागीदारी निभाई. सोमवार को Ethereum 3.28% की तेजी के साथ 3,054.96 डॉलर पर ट्रेड करता देखा गया. इसका मार्केट कैप 368.77 बिलियन डॉलर और ट्रेडिंग वॉल्यूम 21.62 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया.
बिटकॉइन की तेजी के पीछे क्या हैं वजहें?
बाजार के जानकारों के अनुसार, इस तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं. जिसमें सबसे बड़ी वजह है संस्थागत निवेशकों (Institutional Investors) की बढ़ती दिलचस्पी. अमेरिकी बिटकॉइन ETF में अब तक 50 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नेट इनफ्लो हो चुका है. सिर्फ BlackRock ने ही अब तक 65 बिलियन डॉलर से ज्यादा बिटकॉइन खरीदा है.
इसके अलावा, कंपनियां भी अपनी बैलेंस शीट में बिटकॉइन जोड़ रही हैं. यह दर्शाता है कि बिटकॉइन अब सिर्फ एक ट्रेडिंग टूल नहीं, बल्कि लंबे समय के निवेश का एक अहम जरिया बनता जा रहा है.
ट्रंप की क्रिप्टो-फ्रेंडली पॉलिसी ने भी बढ़ाया भरोसा
क्रिप्टो मार्केट में तेजी की एक और बड़ी वजह अमेरिकी सरकार की नई क्रिप्टो पॉलिसी है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम Bitcoin Reserve की योजना और ETF के नियमों को आसान बनाने की दिशा में काम कर रही है.
इसके अलावा, कमजोर होता डॉलर, बढ़ती ट्रेजरी डिमांड, और ग्लोबल लेवल पर क्रेडिट डाउनग्रेड जैसे मैक्रो-इकोनॉमिक फैक्टर्स ने भी बिटकॉइन को एक सेफ हेवन के रूप में पेश किया है.
क्या बिटकॉइन $1,25,000 तक जा सकता है?
मार्केट एनालिस्ट्स की मानें तो अगर मौजूदा ट्रेंड जारी रहा, तो अगले 1-2 महीनों में बिटकॉइन $1,25,000 का आंकड़ा भी पार कर सकता है. लंबे समय के निवेशकों की खरीदारी और अमेरिका में क्रिप्टो से जुड़ा कानून बनना, इस तेजी को और भी मजबूती दे सकता है.
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