वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को लगातार चौथी बार वार्षिक बजट पेश किया...
नई दिल्ली: इंडियन मुस्लिम लीग के सांसद तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री ई अहमद के निधन के चलते विपक्षी दलों की बजट को एक दिन टालने की मांग के बावजूद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को लगातार चौथी बार वार्षिक बजट पेश किया, जिसमें बहुत-से नए कदमों की घोषणा की गई. वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा पिछले साल नवंबर में की गई नोटबंदी ऐतिहासिक, साहसिक और निर्णायक फैसला था, जिसकी बदौलत बैंकों की क्षमता बढ़ी, और आयकर में बढ़ोतरी हुई. उन्होंने कहा कि नोटबंदी की बदौलत ही बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की पोल खुली, जिससे लगता है कि भारत की जनता मोटे तौर पर आयकर नहीं देने वाला समाज है.
उन्होंने रक्षा क्षेत्र के लिए 2.74 लाख करोड़ का बजट घोषित किया, जबकि रेल बजट के लिए 1,31,000 करोड़ रुपये की घोषणा की. इसके अतिरिक्त उन्होंने रेलवे सुरक्षा के लिए भी एक लाख करोड़ के फंड का ऐलान किया. इसके अतिरिक्त IRCTC से टिकट लेने पर सर्विस टैक्स को भी खत्म किए जाने की घोषणा की गई है.
व्यक्तिगत आयकर के मामले में मध्यवर्ग को राहत देते हुए वित्तमंत्री ने ढाई से पांच लाख तक की आय पर लगने वाले 10 फीसदी कर को घटाकर पांच फीसदी कर दिया है, 50 लाख से एक करोड़ रुपये तक की आय वालों पर 10 फीसदी सरचार्ज लगाने की भी घोषणा की है, जबकि एक करोड़ से अधिक आय पर लगने वाले 15 फीसदी सरचार्ज को बरकरार रखा है.
सो आइए, वित्तमंत्री अरुण जेटली का पूरा बजट भाषण पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...