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6 years ago
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देश को संबोधित करेंगे. इस कार्यक्रम का यह 48वां एपीसोड होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज संबोधन काफी महत्वपूर्ण हो सकता है क्योंकि शनिवार की शाम को ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी. दूसरी ओर लखनऊ में एप्पल के एरिया मैनेजर की हत्या का भी मामला इस समय मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है. इस घटना में पुलिस की गोली से विवेक तिवारी नाम के शख्स की मौत हो गई थी.

पीएम मोदी मन की बात कार्यक्रम LIVE

पीएम ने कहा- नवरात्रि, दुर्गापूजा और विजयादशमी जैसे पवित्र पर्वों के लिए मैं आप सब को हृदयपूर्वक बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं.
31 अक्तूबर सरदार साहब की जयंती है. मैं अगली 'मन की बात' में विस्तार से बात करूंगा. मैं आप सब से आग्रह करता हूं कि 31 अक्तूबर को '#RunforUnity' के ज़रिये समाज के हर वर्ग को, देश की हर इकाई को एकता के सूत्र में बांधने के हमारे प्रयासों को हम बल दें और यही उनके लिए अच्छी श्रद्धांजलि होगी. 
पीएम ने कहा- अक्तूबर महीना हो, जय प्रकाश नारायण जी की जन्म-जयन्ती हो, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी की जन्म शताब्दी वर्ष का प्रारंभ होता हो, ये सभी महापुरुष हम सब को प्रेरणा देते रहे हैं उनको हम नमन करते हैं: PM मोदी

आज राष्ट्रीय स्तर पर मानव अधिकार के काम के साथ-साथ 26 राज्यों में मानव अधिकार आयोग भी गठन किया है. एक समाज के रूप में हमें मानव अधिकारों के महत्व को समझने और आचरण में लाने की आवश्यकता है - ये ही 'सब का साथ - सब का विकास' का आधार है: PM 

पीएम मोदी ने कहा- हमारे प्राण-प्रिय नेता हमारे देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमान अटल बिहारी वाजपेयी जी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि मानव अधिकार हमारे लिए कोई परायी अवधारणा नहीं है.
डॉ. बाबा साहब अाम्बेडकर द्वारा दिए गए संविधान में ग़रीबों के मूल अधिकारों की रक्षा के लिए कई प्रावधान किये गए हैं. अाम्बेडकर के विजन से प्रेरित होकर 12 अक्तूबर 1993 को 'राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग' यानी #NHRC  का गठन किया गया था. 
मेरे प्यारे देशवासियो, जब न्याय की चर्चा होती है, तो मानव अधिकार का भाव उसमें पूरी तरह से समाहित रहता है. शोषित, पीड़ित और वंचित जनों की स्वतन्त्रता, शांति और उन्हें न्याय सुनिश्चित कराने के लिए  ये विशेष रूप से अनिवार्य है.
पीएम ने कहा- इस बार भारत इतिहास में दुनिया का सबसे बड़ा स्वच्छता सम्मेलन आयोजित कर रहा है. 'महात्मा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय स्वच्छता सम्मेलन'. 
हर किसी के जीवन में स्वच्छता का अपना महत्व है और 'स्वच्छ भारत अभियान' के तहत आपके घर में शौचालय बना और उससे अब आपको सुविधा हो रही है. हम सब के लिए इससे ज्यादा ख़ुशी की बात और क्या हो सकती है: PM मोदी.
आज जब हम पूज्य बापू का स्मरण कर रहें हैं तो स्वाभाविक है कि स्वच्छता की बात के बिना रह नहीं सकते. 15 सितम्बर से 'स्वच्छता ही सेवा' एक अभियान प्रारंभ हुआ. करोड़ों लोग इस अभियान में जुड़े. मैं इसके लिए इन सभी देशवासियों को ह्रदय पूर्वक बहुत-बहुत बधाई देता हूँ: 

पीएम ने कहा- पूज्य बापू के साथ ही हम शास्त्री जी की भी जयंती मनायेंगे. शास्त्री जी का नाम आते ही हम भारत वासियों के मन में एक असीम श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है. उनका सौम्य व्यक्तित्व हर देशवासी को सदा ही गर्व से भर देता है.
गाँधी जी के इस जंतर को याद करते हुए आने वाले दिनों में हम जब भी कुछ खरीद करें, तब हम जरुर देखें कि हमारी हर खरीदी में किसी-न-किसी देशवासी का भला होना चाहिए. विशेष अवसरों पर खादी और हैंडलूम के उत्पाद खरीदने के बारे में सोचें. इससे अनेक बुनकरों को मदद मिलेगी. 
पीएम ने कहा, गांधी जी का एक जंतर आज भी उतना ही महत्वपूर्ण है. क्या हम खरीदारी करते समय सोच सकते हैं कि मैं जो चीज़ खरीद रहा हूँ उससे मेरे देश के किस नागरिक का लाभ होगा.
आज की 'मन की बात' में मैं आपके साथ पूज्य बापू के एक और महत्वपूर्ण कार्य की चर्चा करना चाहता हूँ, जिसे अधिक-से-अधिक देशवासियों को जानना चाहिए. पूज्य बापू लोक संग्राहक थे. उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति को ये अनुभव कराया कि वह देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण और नितांत आवश्यक है. स्वतंत्रता संग्राम में उनका सबसे बड़ा योगदान ये रहा कि उन्होंने इसे एक व्यापक जन-आंदोलन बना दिया. 


इस वर्ष 2 अक्टूबर का एक विशेष महत्व है. अब से 2 साल के लिए हम महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के निमित्त विश्वभर में अनेक विविध कार्यक्रम करने वाले हैं. महात्मा गाँधी के विचार ने पूरी दुनिया को प्रेरित किया है. 
पिछले दिनों नेवी के हमारे एक अधिकारी अभिलाष टॉमी अपने जीवन और मृत्यु की लड़ाई लड़ रहे थे. मैंने अभिलाष से टेलीफोन पर बात की. इतने संकट से बाहर आने के बाद भी उनका जो ज़ज्बा था, हौसला था और फिर एक बार ऐसा ही कुछ पराक्रम करने का जो संकल्प उन्होंने बताया, देश की युवा-पीढ़ी के लिए वो हमारे देश की युवा-पीढ़ी को ज़रूर प्रेरणा देगी.
देश में जेंडर इक्वलिटी यानी स्त्री और पुरुष की समानता सुनिश्चित करने में एयर फोर्स ने मिसाल कायम की है. भारत गर्व से कह सकता है कि भारत की सेना में सशस्त्र बलों में पुरुष शक्ति ही नहीं, स्त्री शक्ति का भी उतना योगदान बनता जा रहा है: PM मोदी
8 अक्टूबर को हम वायुसेना दिवस मनाते हैं. 1932 में छह पायलट और 19 वायु सैनिकों के साथ एक छोटी सी शुरुआत से बढ़ते हुए हमारी वायुसेना आज 21वीं सदी की सबसे साहसिक और शक्तिशाली एयर फोर्स में शामिल हो चुकी है. यह अपने आप में एक यादगार यात्रा है: PM मोदी
भारत सदा ही शांति के प्रति वचनबद्ध और समर्पित रहा है. 20वीं सदी में दो विश्वयुद्धों में हमारे एक लाख से अधिक सैनिकों ने शांति के प्रति अपना सर्वोच्च बलिदान दिया. आज भी UN की अलग-अलग पीस कीपिंग फोर्सेज में भारत सबसे अधिक सैनिक भेजने वाले देशों में से एक है.
अब यह तय हो चुका है कि हमारे सैनिक उन सबको मुंहतोड़ ज़वाब देंगे जो हमारे राष्ट्र में शांति और उन्नति के माहौल को नष्ट करने का प्रयास करेंगे. 
पीएम ने कहा, पराक्रम पर्व जैसा दिवस युवाओं को हमारी सशस्त्र सेना के गौरवपूर्ण विरासत की याद दिलाता है और देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए हमें प्रेरित भी करता है. 
कल भारत के सवा-सौ करोड़ देशवासियों ने पराक्रम पर्व मनाया था. हमने 2016 में हुई उस #SurgicalStrike को याद किया, जब हमारे सैनिकों ने हमारे राष्ट्र पर आतंकवाद की आड़ में प्रॉक्सी वॉर की धृष्टता करने वालों को मुंहतोड़ ज़वाब दिया था. 
शायद ही कोई भारतीय हो सकता है जिसको हमारे सशस्त्र बलों पर, हमारे सेना के जवानों पर गर्व न हो. प्रत्येक भारतीय चाहे वो किसी भी क्षेत्र, जाति, धर्म, पंथ या भाषा का क्यों न हो- हमारे सैनिकों के प्रति अपनी समर्थन दिखाने के लिए हमेशा तत्पर रहता है. 
पीएम मोदी बस थोड़ी देर में 'मन की बात' में देशवासियों से रूबरू होंगे. वे तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखेंगे.

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