पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ युवराज सिंह को देखकर ऐसा लग रहा था कि वह टेस्ट मैच खेल रहे हैं। लोग उनकी बैटिंग पर सवाल उठा रहे थे। युवराज ने 32 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 14 रन बनाए थे। लोगों को यह समझ नहीं आ रहा था कि क्या यह वही युवराज सिंह हैं जिनके नाम एक ओवर में छह छक्के मारने का रिकॉर्ड है और जिन्होंने 2011 टी-20 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए "मैन ऑफ़ द सीरीज" का अवार्ड जीता था।
लेकिन सच यह है कि पिछले मैच में जिस परिस्थिति में युवराज बैटिंग करने के लिए आए थे उस वक़्त रन से ज्यादा विकेट बचाने की जरूरत थी। युवराज ने वही किया और भारत की जीत का हिस्सा बने।
पाकिस्तान के खिलाफ मैच खत्म हो जाने के बाद युवराज का कहना था कि अगले मैच में वह ज्यादा तेज खेलने की कोशिश करेंगे और युवराज अपनी बात पर खरे उतरे। मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप मैच में युवराज ने शानदार बैटिंग की और फैंस का खूब मनोरंजन किया। पहले 6 बॉल में 18 रन बनाए और जब आउट हुए तब 18 बॉल में 35 रन बना चुके थे। भारत को जिस तेज़ इनिंग की जरूरत थी युवराज सिंह ने वह काम किया।
आजकल युवराज सिंह जब बल्लेबाजी करने आते हैं तो उनके ऊपर दबाव पूरी तरह दिखाई देता है। युवराज सिंह जानते हैं कि यह उन के लिए एक मौका है साबित करने के लिए कि उनके अंदर अभी भी क्रिकेट बचा हुआ है।
अगर युवराज सिंह एशिया कप और टी-20 वर्ल्ड कप में अच्छे खेलते हैं तो एकदिवसीय मैचों में भी उनकी वापसी हो सकती है। युवराज सिंह ने अपना आखिरी एकदिवसीय मैच 2013 में खेला था।
युवराज को टीम में वापसी के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा। कैंसर की बीमारी के बाद युवराज के लिए ज़िन्दगी इतना आसान नहीं थी। इस बीमारी की वजह से करीब एक साल युवराज को क्रिकेट से दूर रहना पड़ा। जब वापस आये तब उस फॉर्म में नहीं थे। आईपीएल से लेकर रणजी ट्रॉफी तक युवराज फ्लॉप हो रहे थे। लेकिन युवराज हार मानने वाले नहीं थे। एक तरफ अपना फिटनेस बनाए रखते थे दूसरी तरह फॉर्म में वापसी के लिए काफी मेहनत करते थे।
कुछ दिन पहले ऐसा लग रहा था कि युवराज की भारत की टीम में वापसी कभी नहीं होगी। मिडल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में युवराज की जगह पूरा करने के लिए कई खिलाड़ी कतार में खड़े थे।
एक तरफ युवराज सिंह फ्लॉप हो रहे थे तो दूसरी तरफ उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। ऐसे में युवराज का टीम वापस आना इतना आसान नहीं था। एक बार एक इंटरव्यू के दौरान युवराज सिंह ने यह कहा था कि शायद भारत की टीम में उनकी वापसी मुश्किल है। लेकिन पिछले कुछ महीनों से युवराज सिंह ने घरेलू मैच में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है जिसकी वजह से काफी दिनों के बाद टीम इंडिया में उनकी वापसी हुई।
अब ऐसा लग रहा कि युवराज सिंह अपने फॉर्म में वापस आ रहे हैं। दबाव तो है लेकिन वह इस दबाव से निकलते हुए आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं जो एक अच्छी बात है।
(सुशील कुमार महापात्रा एनडीटीवी इंडिया के चीफ गेस्ट कॉर्डिनेटर हैं)
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This Article is From Mar 02, 2016
युवराज सिंह : एक ऐसा खिलाड़ी जिसने जो कहा वही किया
Sushil Kumar Mohapatra
- ब्लॉग,
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Updated:मार्च 02, 2016 11:58 am IST
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Published On मार्च 02, 2016 08:03 am IST
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Last Updated On मार्च 02, 2016 11:58 am IST
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