रवीश रंजन शुक्ला का ब्लॉग : गुटखा खाने वाले अधिकारी की शिकायत पर शराब बरामद

रवीश रंजन शुक्ला का ब्लॉग : गुटखा खाने वाले अधिकारी की शिकायत पर शराब बरामद

आशीष जोशी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

आज जब खबरों में दिल्ली सरकार के प्रिंसीपल सेक्रेटरी राजेंद्र कुमार के घर 15 बोतल शराब बरामद होने की खबर पढ़ी तो सीबीआई को शिकायत करने वाले नौकरशाह आशीष जोशी का ख्याल अपने आप जहन में आ गया। यह मेरा पूर्वाग्रह भी हो सकता है क्योंकि आशीष जोशी से खबरों को लेकर मेरी दोस्ती है। शायद इसी के चलते जब वे परेशान थे तब मेरी अक्सर उनसे लंबी बातचीत होती थी।

इसी साल 7 मई को रात में नौ बजे दिल्ली डायलॉग कमीशन के उपाध्यक्ष आशीष जोशी को महज इसलिए आम आदमी पार्टी की सरकार ने हटाया था कि वे मीडिया से बात करते हैं और गुटखा खाते हैं। गुटखा खाने वाले इसी अधिकारी की शिकायत पर अब आम आदमी पार्टी के सबसे ताकतवर नौकरशाह राजेंद्र कुमार पर सीबीआई का छापा पड़ा। उनके घर से शराब की बोतल बरामद हुई। हालांकि 15 बोतल मंहगी शराब बरामद होना कोई बड़ी बात नहीं है।  इस तरह अगर छापा पड़े कि हजारों लोग हवालात की सैर करें। लेकिन मैं सिर्फ यह जानकारी देना चाहता हूं कि आम आदमी पार्टी की राजनीतिक नैतिकता गुटखा और शराब के मामले में अलग-अलग है।

आठ महीना पहले आशीष जोशी इस बात से बहुत आहत थे कि आशीष खेतान से किसी मामले पर बहस हुई और शाम को राजेंद्र कुमार ने उनके तबादले की खबर दी। आशीष जोशी ने राजेंद्र कुमार को साफ लफ्जों में कहा कि उनके टेलीफोनिक आदेश को वे नहीं मानेंगे। बकौल आशीष जोशी इस बात से नाराज होकर रात नौ बजे एक चपरासी के हाथों उनका रिलीविंग लेटर पहुंचाया गया। यही नहीं जब सुबह आफिस जाकर अपना सामान लाने के लिए गाड़ी बुलाई तो वह भी नहीं आई। इन बातों ने आशीष जोशी को इतना आहत कर दिया कि वे राजेंद्र कुमार और आम आदमी पार्टी की सरकार से पंगा लेने में भी नहीं हिचके।

मेरी मुलाकात आशीष जोशी से एक खबर के जरिए हुई थी। वे सामान्य जानकारियां शेयर करने में झिझकते नहीं थे। वे तेजतर्रार और सरकारी बहानेबाजी से कोसों दूर हैं। मीडिया की नजर में उनकी यही खूबी सरकार की नजर में सबसे बड़ी कमी थी। यह बात भी सही है कि राजेंद्र कुमार से दिल्ली सरकार के कई अधिकारी अंदरखाते नाराज हैं लेकिन वे आशीष जोशी की तरह सरकार से दो-दो हाथ नहीं कर सकते हैं।

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