बिहार और यूपी में हुए उपचुनाव के चौंकाने वाले नतीजों को आए करीब 48 घंटे हो चुके हैं. इस पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी आरजेडी की बड़ी जीत हुई है. इसका मतलब है कि मैं उम्मीद करता हूं कि मुझे किसी भी दिन गिरफ्तार कर लिया जाएगा. केवल मैं ही नहीं, आप देखेंगे कि केंद्र सरकार सभी जांच एजेंसियों को कैसे समाजवादी पार्टी और बसपा के नेताओं के खिलाफ लगा देती है. उन्होंने कहा कि इस सत्तारूढ़ पार्टी के पास अब जनता का समर्थन नहीं है. दो राज्यों में उप-चुनावों के परिणाम इस हद तक साबित होते हैं कि सभी जांच एजेंसियों को बदला लेने के साधन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है और हमारे जैसे विपक्षी दलों को अगले आम चुनाव से पहले साथ आने पर धमकाया जाता है.
तेजस्वी ने बताया कि आज समाचार पत्रों में एक रिपोर्ट छपी है, जिसमें सीबीआई की कानूनी शाखा ने कहा कि रेलवे होटल के मामले में लालू जी के भ्रष्टाचार के आरोपों का कोई सबूत नहीं है. लेकिन सीबीआई ने अपने वकीलों की सलाह को नजरअंदाज कर दिया और यह कहते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई कि उन्होंने पटना में एक जमीन के बदले एक प्राइवेट कंपनी को दो रेलवे होटल किराए पर दिए थे. क्या यह नहीं दिखाता कि मेरे पिता के खिलाफ पूरे भ्रष्टाचार का मामला राजनीति से कैसे प्रेरित है? हम एक दिन से यह कह रहे हैं कि लालू जी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक साजिश है.
उन्होंने आगे कहा, ‘सीबीआई ने कहा कि मैं उस भ्रष्ट सौदे का हिस्सा हूं. मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि मेरे खिलाफ चार्जशीट दर्ज करें नौ महीने के बाद उन्होंने इसके बारे में बात की, उन्होंने अभी तक ऐसा नहीं किया है.’ उन्होंने एनडीए से टीडीपी के अलग होने पर भी बात की और कहा कि टीडीपी ने एनडीए का साथ छोड़ दिया है. जिससे मुझे उम्मीद जगी है कि मेरे चाचा, नीतीश कुमार की अंतरात्मा अब जाग गई होगी कि कैसे उन्होंने भाजपा के साथ गठजोड़ करने के लिए हमारे साथ गठबंधन तोड़ दिया था. उन्होंने नीतीश पर निशाना साधते हुए कहा कि चाचा, टीडीपी के एनडीए से अलग होने पर आप मौन क्यों हैं? जब तक आप कोई टिप्पणी नहीं देते तब तक मैं इसे मुद्दे को उठाऊंगा.
तेजस्वी ने कहा कि उपचुनाव में मिली जीत हमारी पार्टी की बड़ी उपलब्धि है. हमने अररिया संसदीय सीट जीती पूर्व में भी जीती थी, जब चाचा नीतीश कुमार और भाजपा सहयोगी थी. उन्होंने इस सीट को जीत लिया है. इस बार लोगों ने राजद के लिए भाजपा और जेडीयू के गठबंधन को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि साफतौर पर कहें कि लोगों में नीतीश सरकार और उनकी नीतियों के खिलाफ बहुत गुस्सा था.
उन्होंने नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि मैंने इस हफ्ते पहले कहा था और फिर इसे दोहराता हूं कि चाचा, मैं एक 28 साल का बच्चा हूं, लेकिन इस चुनाव में क्या हुआ? उपचुनाव में मिली जीत से गदगद तेजस्वी ने कहा,’इस जीत का आनंद लेने के लिए हमारे पास समय नहीं है. मैं किसानों की दुर्दशा को उजागर करने के लिए बिहार में एक और यात्रा शुरू करूंगा. मैं जनता को बताउंगा कि पिछले बिहार चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने जितने भी वादे किए थे, उनमें से उन्होंने कोई भी पूरा नहीं किया है.
साथ ही उन्होंने कहा कि एनडीए से टीडीपी का बाहर जाना और उपचुनाव के नतीजों का यह मतलब निकलता है कि सभी दलों के वरिष्ठ नेताओं को मिलना चाहिए और 2019 के लिए रणनीतियों पर गौर करना चाहिए. उन्होंने कहा कि महागठबंधन का नेता कौन होगा इसका फैसला बाद में किया जाना चाहिए? मुझे लगता है कि राहुल गांधी एक प्रभावी प्रधानमंत्री बनने में सक्षम हैं, लेकिन यह अभी मुद्दा नहीं है.
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This Article is From Mar 16, 2018
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Tejashwi Yadav
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Updated:मार्च 17, 2018 23:09 pm IST
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Published On मार्च 16, 2018 23:23 pm IST
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Last Updated On मार्च 17, 2018 23:09 pm IST
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