विज्ञापन
This Article is From Dec 27, 2014

मनीष कुमार की कलम से : गैर-आदिवासी सीएम के मुद्दे पर मरांडी ने किया बीजेपी का बचाव

Manish Kumar
  • Blogs,
  • Updated:
    दिसंबर 27, 2014 10:40 am IST
    • Published On दिसंबर 27, 2014 10:34 am IST
    • Last Updated On दिसंबर 27, 2014 10:40 am IST

इन दिनों बीजेपी और झारखंड विकास मोर्चा के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के बीच दूरियां कम हो रही हैं। पहली बार एक गैर-आदिवासी रघुवर दास को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर बीजेपी की इन दिनों हो रही आलोचना पर बाबूलाल मरांडी अप्रत्यक्ष रूप से बीजेपी का बचाव करते दिख रहे हैं।

मरांडी के मुताबिक, आप बताएं कि भारत के संविधान में कहां लिखा है कि झारखंड का मुख्यमंत्री आदिवासी ही होगा। कोई भी व्यक्ति जो बहुमत या गठबंधन का नेता चुना जाएगा, वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ सकता है। बीजेपी ने एक गैर-आदिवासी को चुना तो ऐसा कौन-सा यह गैर संवैधानिक कदम हो गया, हालांकि मरांडी कहते हैं आदिवासी होता तो अच्छा होता, लेकिन यह अलग बात है।

निश्चित रूप से मरांडी के इस बयान से बीजेपी के नेता राहत की सांस लेंगे और आने वाले दिनों में मरांडी की घर वापसी के लिए यह एक आधार भी हो सकता है। शुक्रवार को रघुवर दास को बीजेपी विधायक दल का नेता चुने जाने की झारखंड मुक्ति मोर्चा और जनता दल यूनाइटेड ने आलोचना इस आधार पर की थी कि एक गैर-आदिवासी को नेता चुनकर गलत परंपरा की शुरुआत की गई है। बाबूलाल मरांडी झारखंड में पहली बार एनडीए सरकार के मुख्यमंत्री थे। बाद में पार्टी से मतभेद के कारण उन्होंने अपनी पार्टी झारखंड विकासमोर्चा बना ली।

वैसे, मरांडी इन दिनों असम के उन इलाकों का दौरा कर रहे हैं, जहां बोडो उग्रवादियों ने आदिवासियों की हत्या कर दी।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
झारखंड, रघुवर दास, बाबूलाल मरांडी, बीजेपी, मनीष कुमार, Jharkhand, Raghubar Das, BJP, Babulal Marandi, Manish Kumar