''इस छक्के के 12 रन होने चाहिए,'' पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर कुछ ही घंटों के अंदर उस खिलाड़ी की तारीफ़ करते नज़र आए जिसकी उन्होंने थोड़ी देर पहले आलोचना की थी. स्टार स्पोर्ट्स के मैच एनालिसिस- शो के दौरान गावस्करऔर संजय मांजरेकर और दुनिया भर के तमाम दिग्गज अलग-अलग प्लेटफ़ॉर्म्स पर ग्लेन मैक्सवेल की तूफ़ानी पारी पर बात किये बिना नहीं रह सके. मैक्सवेल के इस धमाकेदार फ़ॉर्म में लौटना उन सभी टीमों के लिए ख़तरे की घंटी है जो ख़िताबी रेस में ऑस्ट्रेलिया को बाहर मानने लगे थे.
मैक्सवेल मौजूदा वर्ल्ड कप की पिछली 4 पारियों में एक शून्य सहित कुल 49 रन जोड़ पाये थे. फिर पांचवीं पारी में शतक तक पहुंचने में सिर्फ़ 40 गेंदों का सहारा लिया. पहले 26 गेंदों पर 50 रन जोड़े और फिर आख़िरी 50 रन जोड़ने में उन्होंने सिर्फ़ 14 गेंदों का सहारा लिया. 46.2 ओवर से शुरू होकर 49वें ओवर तक हॉलैंड के गेंदबाज़ों पर काल बनकर क़हर बरपाते रहे. 50 के अपने स्कोर के बाद उन्होंने कुछ इस तरह से गेंदों का सामना किया- 0,6,0,1, 6,1,6,1, 4,4,6,6, 6+1(नो बॉल). रुपये गिनने वाली मशीन की तरह रन जोड़ते रहे.
मैक्सी बेशक टूर्नामेंट की शुरुआत में अपने फ़ॉर्म से जूझते रहे. एक्सपर्ट्स और आलोचकों के निशाने पर भी रहे. लेकिन नीदरलैंड्स के ख़िलाफ़ सुपर फ़िनिशर बन गये. क्रिकेट के सभी नियमों को ताक पर रखककर रिवर्स स्वीप से लेकर रिवर्स स्लैप से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किये रखा.
ऑस्ट्रेलिया को अब लीग में न्यूज़ीलैंड, इंग्लैंड, अफ़ग़ानिस्तान और बांग्लादेश से मैच खेलने हैं. इन सभी टीमों के कप्तानों और टीम मैनेजमेंट के लिए वॉर्नर की शुरुआत और मैक्सवेल का फ़िनिशिंग अंदाज़ अब एक्सट्रा होमवर्क की वजह बन गया है.
कमाल की बात है कि पांच बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने जिस अंदाज़ में क्रिकेट वर्ल्ड कप टूर्नामेंट की शुरुआत की, लगा कि ये टीम शायद टॉप फ़ोर में पहुंचने से ना रह जाये. भारत से 6 विकेट से और द.अफ़्रीका से 134 रनों से हारने के बाद इस टीम ने श्रीलंका, पाकिस्तान और हॉलैंड जैसी टीमों को चैंपियन स्टाइल में हराया है.
बड़ी बात ये है कि धीमी शुरुआत करने वाली ये टीम अचानक पुराने रंग,पुराने तेवर में दिख रही है. पाकिस्तान के ख़िलाफ़ शतक लगाकर 'पुष्पा' स्टाइल में जश्न मनाने वाले डेविड वॉर्नर का चलना किसी भी विपक्षी टीम के लिए सरदर्द जैसा है. वर्ल्ड कप के पहले तीन मैचों में अर्द्धशतक के आंकड़े से दूर रहने वाले वॉर्नर ने लगातार दो पारियों में शतक ठोक दिया है. पहले दस ओवर में वॉर्नर और आख़िरी 10 ओवर में मैक्सवेल यानी किसी कप्तान-गेंदबाज़ की ख़ैर नहीं.
ऑस्ट्रेलिया 5 मैचों में 3 जीत के साथ 6 अंक लेकर चौथे नंबर पर है. ये टीम नॉक आउट में किसी भी नंबर पर पहुंचे. मिचेल मार्श, स्टीवन स्मिथ, मार्नश लाबुशान जैसे बैटर गेंदबाज़ों को कभी भी सरदर्द की दवा का न्योता दे सकते हैं.
ख़िताबी रेस के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम धीरे-धीरे अपने पुराने अंदाज में वापसी कर रही है. एडम ज़ंपा- वर्ल्ड कप में सबसे ज़्यादा (13 विकेट), मिचेल स्टार्क (7 विकेट),जॉश हेज़लवुड (6 विकेट) और कप्तान पैट कमिंस (6 विकेट) धीरे-धीरे रंवा हो रहे हैं और इन सबके ऊपर वॉर्नर और मैक्सवेल की तबाही- ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के फ़ैंस के लिए 'अच्छे दिन आ गए हैं.'