पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोमवार को आरोप लगाया कि प्रवर्तन निदेशालय ने पिछले सप्ताह उनके दिल्ली स्थित आवास पर “आधे घंटे में” छापेमारी खत्म कर दी थी, लेकिन वे “ऊपर से आदेश मिलने” की प्रतीक्षा करते हुए घर में ही रुके रहे. यादव ने राज्य की विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए अपराध से अर्जित 600 करोड़ रुपये के बारे में पता चलने के ईडी के दावे को भी खारिज कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी विवाहित बहनों और उनके ससुराल वालों के “इस्तेमाल किए हुए” आभूषणों की तस्वीरें लेकर उन्हें “बरामदगी” के तौर पर दिखाया गया.
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता चुटकी लेते हुए कहा, “चाहे गृह मंत्री अमित शाह हों या कोई और, इन एजेंसियों की एक ही पटकथा बार-बार दोहराने वाले निर्देशक को अब बदल दिया जाना चाहिए.” उन्होंने कहा, “हम भाजपा-संघ के फर्जी ‘एंटायर पॉलिटिकल साइंस' वाले नहीं, बल्कि वास्तविक जन विज्ञान वाले समाजवादी लोग हैं. हम वास्तविक राजनीति करने वाले हैं, और इसके लिए हमारे पास दृढ़ विश्वास व जनता का समर्थन है. लेकिन वे डरे हुए हैं, और राजनीतिक लड़ाई से दूर भागने की कोशिश कर रहे हैं.”
ये भी पढ़ें-
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)