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नीतीश कुमार के बयानों पर टिप्पणी करना बेकार...राबड़ी देवी पर सीएम नीतीश के हमलों पर RJD का पलटवार

राजद संजय यादव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी जो कह रहे हैं, उस पर टिप्पणी करना भी अब बेकार है. उनकी स्थिति दयनीय या निंदनीय नहीं, बल्कि उससे भी आगे की हो चुकी है.

नीतीश कुमार के बयानों पर टिप्पणी करना बेकार...राबड़ी देवी पर सीएम नीतीश के हमलों पर RJD का पलटवार
नई दिल्ली:

राबड़ी देवी पर नीतीश कुमार की टिप्पणी को लेकर राजद की तरफ से कड़ी आपत्ति जताई गई है.  राजद नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पर पोस्ट कर जोरदार हमला बोला है.  उन्होंने लिखा है कि आदरणीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी द्वारा बार- बार पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती राबड़ी देवी जी का भरे सदन में अपमान करना अत्यंत निंदनीय है. बिहार की भूमि माता सीता की जननी है , बिहार का मुखिया ही जब महिलाओं के लिए तू तड़ाक की भाषा का प्रयोग करेगा तो बिहार का इस से बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा. 

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद संजय यादव ने भी नीतीश कुमार के इस बयान पर कड़ा ऐतराज जताते हुए उनकी मानसिक स्थिति और नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया है. संजय यादव ने कहा कि नीतीश कुमार अब संवैधानिक मूल्यों और संसदीय मर्यादा से परे जा चुके हैं, और उनकी भाषा न केवल अशोभनीय है, बल्कि एक मुख्यमंत्री के पद की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती है.  

संजय यादव ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी जो कह रहे हैं, उस पर टिप्पणी करना भी अब बेकार है. उनकी स्थिति दयनीय या निंदनीय नहीं, बल्कि उससे भी आगे की है. वे संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा नहीं करते, विधानसभा में विनियोग पर बहस के लिए बैठते तक नहीं. महिलाओं के प्रति जिस तरह की अशोभनीय बातें करते हैं, वह उनकी जुबान और सोच को दर्शाता है, जो कहीं से भी उचित नहीं है.  उन्होंने नीतीश के बयानों को होश-हवास खोने की निशानी करार देते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति उनकी बातों को सुनकर यही कहेगा कि वे अपनी संतुलन खो चुके हैं.  

राबड़ी देवी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर संजय यादव ने कहा कि वह नेता प्रतिपक्ष हैं. उनके खिलाफ ऐसी बातें कहना नीतीश जी के लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति कितना सम्मान है उसे दर्शाता है. अब उनके बारे में कुछ कहना भी समय की बर्बादी है. उन्होंने सवाल उठाया कि क्या एक मुख्यमंत्री को ऐसा व्यवहार शोभा देता है, जो प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय "तु तड़ाक" वाली भाषा का इस्तेमाल करते हैं.  

संजय यादव ने नीतीश के महिला अधिकारों पर रवैये की भी आलोचना की. उन्होंने कहा कि महिला अधिकार की बात करो तो कहते हैं, 'तोड़ का पता है, कोचि जानती हो?' यह कमजोर इंसान की निशानी है. जब कोई कमजोर पड़ता है, तो चिड़चिड़ाहट और गुस्सा दिखाता है. वहीं, तेजस्वी यादव मजबूत हैं और संवैधानिक दायित्वों का निर्वाह कर रहे हैं.  

उन्होंने नीतीश की गठबंधन सरकार पर भी निशाना साधा. संजय यादव ने कहा कि बीजेपी के पास बिहार में अपना कोई नेता नहीं. यह सहूलियत का गठबंधन है, जो सिर्फ कुर्सी से चिपके रहने के लिए है. बिहार में भ्रष्टाचार और अपराध अनियंत्रित है. हर सेक्टर में बिहार की दयनीय हालत इन लोगों ने बना दी है.  

संजय यादव ने याद दिलाया कि नीतीश की अशोभनीय टिप्पणियों पर पहले भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार बीजेपी के नेताओं ने आपत्ति जताई थी. उन्होंने कहा कि महिलाएं उनकी मनोस्थिति को समझ चुकी हैं. युवा, किसान और महिलाएं- सभी उन पर से भरोसा खो चुके हैं. यह विवाद बिहार की सियासत में आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है.

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