सीमांचल के साइबर क्राइम वर्ल्ड में पाकिस्तानी आका की एंट्री से खलबली मच गई है. कटिहार साइबर थाना पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसके बारे में सुन हर कोई हैरान रह जाएगा. दरअसल पाकिस्तान में बैठे आका भारत में मौजूद अपने गुर्गो के माध्यम से साइबर ठगी को अंजाम दे रहे हैं. इसके लिए पाकिस्तान में ठगी की रकम पहुंचाने के बाद भारत में मौजूद गुर्गो को 10 प्रतिशत कमीशन देते हैं. आखिरकार पाकिस्तान से कैसे चल रहा है यह पूरा रैकेट, इसी बारे में यहां विस्तार से जानिए.
बंटी और बबली की गिरफ्तारी से मिली बड़ी लीड
कटिहार में सीएसपी केंद्र खोलने के नाम पर हाल के दिनों में ही साइबर ठगी हुई, कटिहार साइबर थाना पुलिस ने इस मामले को चुनौती के रूप में लेते हुए इसकी तह तक जाने की ठानी थी. इसी कड़ी में इस मामले को सुलझाते हुए कटिहार पुलिस ने ठगी के बंटी- बबली नेस्ताक आलम और ईशा कुमारी को गिरफ्तार किया. जिसके बाद इस मामले में एक और चौकाने वाला खुलासा हुआ. पुलिस की गिरफ्त में आए इन दोनों ने अपना गुनाह कबूल लिया है. इन लोगों के पास से अलग-अलग बैंकों के 16 एटीएम कार्ड, नगद 8 हज़ार रुपये, 6 मोबाइल, 6 सिम कार्ड, सोना चांदी के कई आभूषण बरामद हुए.
साइबर ठगी मामले का पाकिस्तान से क्या कनेक्शन
गिरफ्तार ईशा कुमारी ने भले ही कुछ बोलने से इनकार कर दिया मगर निस्ताक आलम ने सरहद पार से सीमांचल तक साइबर क्राइम के इस जाल का ऑपरेशनल अड्डा पाकिस्तान में होने की बात कबूली. पूरे मामले पर खुलासा करते हुए कटिहार साइबर डीएसपी सद्दाम हुसैन ने कहा कि कटिहार साइबर थाना पुलिस ने एक मामले की जांच को लेकर तफ्तीश करते हुए निस्ताक और ईशा तक पहुंची. प्रारंभिक पूछताछ में जो चौंकाने वाला खुलासा हुआ है उसमें यह बातें सामने आई है कि पिछले कई महीनो से सीमांचल में हो रहे साइबर ठगी का मामला पाकिस्तान से जुड़ा है. पाकिस्तान से बैठकर भारत में मौजूद अपने गुर्गो को ऑपरेट किया जा रहा है.
पाकिस्तान में बैठ कैसे करते हैं ठगी
भारत में मौजूद गुर्गो के अकाउंट खोलवा कर पाकिस्तान में बैठे आका लोगों को साइबर ठगी का शिकार बनाते है. इन्ही अकाउंट में पैसे मंगवाते हैं और फिर हवाला या अन्य माध्यम से उस रकम में से 10 प्रतिशत भारतीय गुर्गो को देकर बाकी रूपया ले लेते हैं. क्या देश के कोई सीक्रेट दस्तावेज या रेकी के लिए भी पाकिस्तानी आका इन गुर्गो का इस्तेमाल कर रहे हैं, इस सवाल के जवाब में साइबर डीएसपी सद्दाम हुसैन ने कहा कि यह पूरा मामला भी जांच के दायरे में है. पुलिस देश के बड़े एजेंसियों के साथ मिलकर आगे इस पर जांच करेंगे.
सीमांचल के साइबर क्राइम में सरहद पार पाकिस्तान की एंट्री का यह खुलासा काफी चौंकाने वाला है, तारीफ कटिहार साइबर थाना पुलिस की करनी होगी जो इतने कम संसाधनों के बावजूद मामले को इस हद तक डी-कोड कर लिया है आगे देश के बड़े एजेंसियों को इस मामले को लेकर और चौकान्ना होना पड़ेगा. साथ हीं हर भारतीयों को जागरुक भी होना पड़ेगा,ताकि पाक में बैठे साइबर ठग अपने नापाक इरादे में कामयाब न हो पाए.
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