
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले CM नीतीश कुमार ने बड़ा दांव खेल दिया है. नीतीश कुमार ने राज्य में अगड़ी जातियों के विकास के लिए एक आयोग गठित करने का निर्णय लिया है, जिसे उच्च जाति आयोग नाम दिया गया है. भाजपा नेता महाचंद्र प्रसाद सिंह को इस आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा गुरुवार को इसकी आधिकारिक अधिसूचना जारी की गई. महाचंद्र प्रसाद सिंह को तीन वर्ष के कार्यकाल के लिए इस पद पर नियुक्त किया गया है.
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद को आयोग का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब राज्य में महत्वपूर्ण राजनीतिक बदलाव देखने को मिल रहे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और जेडी(यू) के पूर्व नेता राम चंद्र प्रसाद सिंह ने हाल ही में अपने राजनीतिक दल आप सबकी आवाज (ASA) का प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी में विलय कर दिया है. सिंह ने 2023 में जेडी(यू) छोड़ दिया था, भाजपा में शामिल हो गए और बाद में 2024 में अपनी खुद की पार्टी बनाई और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना की घोषणा की.
बिहार विधानसभा चुनाव इस साल अक्टूबर-नवंबर में होने की उम्मीद है. भाजपा, जेडीयू और एलजेपी से मिलकर बना राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सत्ता बरकरार रखने का लक्ष्य लेकर चल रहा है, जबकि विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक मौजूदा नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार को चुनौती देने की तैयारी कर रहा है.
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