
हरसिद्धि विधानसभा सीट से एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी की घोषणा हो चुकी है. जनसुराज ने भी यहां प्रत्याशी मैदान में उतारा है. बीजेपी से कृष्णनंदन पासवान, महागठबंधन से आरजेडी के राजेंद्र कुमार राम और जन सुराज पार्टी से अवधेश राम मैदान में मुकाबले में हैं। यहां मतदान दूसरे चरण में 11 नवंबर को होना है. बिहार के पूर्वी चंपारण जिले की हरसिद्धि विधानसभा क्षेत्र सियासी हलकों में सुर्खियों में है. हरसिद्धि और तुरकौलिया ब्लॉक से मिलकर बनी सीट का गठन 1951 में हुआ था.
भाजपा और आरजेडी का मुकाबला
अब तक यहां 17 बार विधानसभा चुनाव हो चुके हैं. वर्ष 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश लागू हुई तब यह सीट सामान्य की जगह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई. उसके बाद से हरसिद्धि नगर में 3 बार चुनाव हो चुके हैं. इन चुनावों में भाजपा और आरजेडी का मुकाबला रहा है.
कभी कांग्रेस का था दबदबा
हरसिद्धि सीट पर आजादी के बाद लंबे समय तक कांग्रेस का दबदबा रहा. 1952 से पहले 10 चुनावों में से 8 पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की. 1967 में लेफ्ट और इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए चुनाव में जनता पार्टी ने कांग्रेस को पीछे छोड़ा. 1990 के दशक में जनता दल और 2000 में समता पार्टी ने विजय . 2005 के दोनों विधानसभा चुनावों (फरवरी और अक्टूबर) में लोक जनशक्ति पार्टी सफल रही.इस इलाके की राजनीति में मोहम्मद हिदायतुल्ला खान का नाम काफी मायने रखता है. उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर 4 बार (1972, 1980, 1985 और 1990) चुनाव जीता. फिर मंत्री और विधानसभा स्पीकर के तौर पर अपनी पहचान बनाई.
जदयू का वोट ट्रांसफर बेहद अहम
हाल के वर्षों में भाजपा के कृष्णानंदन पासवान ने मजबूती दिखाई. उन्होंने 2010 और 2020 में जीत हासिल की, जबकि 2015 में राजद उम्मीदवार राजेंद्र कुमार से हार गए थे. इन नतीजों ने जदयू की ‘किंगमेकर' वाली भूमिका भी उजागर की, क्योंकि 2010 और 2020 में वह भाजपा के साथ थी, वहीं 2015 में राजद गठबंधन के साथ. दिलचस्प यह भी है कि आरक्षित सीट बनने के बाद राजद ने हर बार नया उम्मीदवार उतारा है.
राधा मोहन सिंह 7 बार सांसद बने
लोकसभा चुनाव में बीजेपी के वरिष्ठ नेता राधा मोहन सिंह पूर्वी चंपारण से 7वीं बार सांसद बने. हालांकि हरसिद्धि विधानसभा में विकासशील इंसान पार्टी के राजेश कुशवाहा ने बढ़त बनाई थी. यह रुझान महागठबंधन के लिए आशा पैदा करने वाला माना जा रहा है.
हरसिद्धि विधानसभा सीट पर 50 हजार मुस्लिम वोट
2020 के विधानसभा चुनाव में हरसिद्धि विधानसभा सीट पर 2.67 लाख वोटर पंजीकृत थे. इनमें 43,000 से ज्यादा अनुसूचित जाति और करीब 50 हजार मुस्लिम वोटर शामिल थे. इस क्षेत्र में 2020 का मतदान 63.56 प्रतिशत रहा, जो अब तक का सबसे कम आंकड़ा था. मतदाताओं की संख्या 2024 में बढ़कर 2.78 लाख हो गई.
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