पटना:
बोधगया में 20 जनवरी को दो जिंदा बम बरामद किए गए थे जिसे रविवार को बोधगया से करीब ढाई किलोमीटर दूर निरंजना नदी में एनआईए, एनएसजी, कोबरा, CISF और CRPF के बम निरोधक दस्ते की सुरक्षा में डिफ्यूज किया गया. डिफ्यूज करते वक्त धमाका धरती हिला देने वाला था. अगर यह बम बोधगया में महाबोधि मंदिर के गेट नंबर 4 और श्रीलंकन मोनास्ट्री के गेट पर सुबह के 5:00 बजे दलाई लामा के प्रवचन के वक्त फट जाता तो निश्चित तौर पर सैकड़ों की संख्या में देश विदेश से आए बौद्ध धर्मावलंबी मौत के शिकार होते. बहरहाल, बोधगया को दहला देने वाले दो भारी बमों को डिफ्यूज कर दिया गया है. यह कार्रवाई गया के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की देखरेख में की गई है.
जिस वक्त बम डिफ्यूज किया जा रहा था उस वक्त गया-बोधगया मार्ग को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे. एहतियातन यह निर्णय लिया गया था. बम डिफ्यूज हो जाने के बाद बोधगया के लोगों ने राहत की सांस ली है. प्रशासन और पुलिस आगे ऐसी घटना ना घटे इस बात को लेकर उच्च अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ गहन बैठक रहे हैं.
राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा और खुफिया) बच्चू सिंह मीणा ने रविवार को एक बार फिर अधिकारियों के साथ दलाई लामा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक की. मीणा ने बताया कि सभी आवश्यक निर्देश सुरक्षा दल को दिया गया है. इस विस्फोट की जांच करने एनआईए की एक टीम शनिवार को बोधगया पहुंच गयी थी और वह बिहार पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी है.
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा के पिछले एक जनवरी से भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया में प्रवास के दौरान प्रदेश के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियां वहां का दौरा कर चुकी हैं और विश्व के विभिन्न कोने से बौद्ध धर्मावलंबी इन दिनों बोधगया पहुंचे हुए हैं. अपने प्रवास के दौरान दलाई लामा बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में पूजा करने के साथ वहां स्थित कालचक्र मैदान में उनके द्वारा धार्मिक प्रवचन दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि 2013 में महाबोधि मंदिर और उसके आसपास के इलाके में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में दो भिक्षुओं सहित पांच लोग घायल हो गए थे.
जिस वक्त बम डिफ्यूज किया जा रहा था उस वक्त गया-बोधगया मार्ग को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया था ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे. एहतियातन यह निर्णय लिया गया था. बम डिफ्यूज हो जाने के बाद बोधगया के लोगों ने राहत की सांस ली है. प्रशासन और पुलिस आगे ऐसी घटना ना घटे इस बात को लेकर उच्च अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ गहन बैठक रहे हैं.
राज्य के पुलिस महानिरीक्षक (सुरक्षा और खुफिया) बच्चू सिंह मीणा ने रविवार को एक बार फिर अधिकारियों के साथ दलाई लामा की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक की. मीणा ने बताया कि सभी आवश्यक निर्देश सुरक्षा दल को दिया गया है. इस विस्फोट की जांच करने एनआईए की एक टीम शनिवार को बोधगया पहुंच गयी थी और वह बिहार पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते के साथ मिलकर जांच शुरू कर दी है.
तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा के पिछले एक जनवरी से भगवान बुद्ध की ज्ञान स्थली बोधगया में प्रवास के दौरान प्रदेश के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेरे सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियां वहां का दौरा कर चुकी हैं और विश्व के विभिन्न कोने से बौद्ध धर्मावलंबी इन दिनों बोधगया पहुंचे हुए हैं. अपने प्रवास के दौरान दलाई लामा बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर में पूजा करने के साथ वहां स्थित कालचक्र मैदान में उनके द्वारा धार्मिक प्रवचन दिया जा रहा है. उल्लेखनीय है कि 2013 में महाबोधि मंदिर और उसके आसपास के इलाके में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में दो भिक्षुओं सहित पांच लोग घायल हो गए थे.