
बिहार में सालों से शराबबंदी है, लेकिन शराबियों को शराब मिल ही जाती है. हालांकि जिन लोगों पर शराब की तस्करी रोकने का दारोमदार है, वही लोग इसकी तस्करी में जुटे हैं. बेगूसराय में शराब तस्करी से जुड़े एक नेटवर्क से जुड़े बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है. चौंकाने वाली बात ये है कि इस नेटवर्क में बेगूसराय पुलिस के तीन जवान शामिल थे. इसी के चलते शराब तस्करी का यह नेटवर्क फल-फूल रहा था. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की थी, जिसके बाद इतने बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है. डीएसपी कुंदन कुमार ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस बारे में जानकारी दी है. गिरफ्तार किए गए टाइगर मोबाइल के तीनों जवानों से पूछताछ की जा रही है. टाइगर मोबाइल के जवान नियाज आलम, चंदन कुमार और शशिभूषण की निशानदेही पर शराब का अवैध कारोबार करने वाले चार कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया है.

बखरी थाने में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीएसपी कुंदन कुमार ने बताया कि बखरी थाना क्षेत्र के सलौना रेलवे स्टेशन के पास एक पिकअप वाहन से शराब मंगाए जाने की गुप्त सूचना मिली थी. इसी आधार पर पुलिस एक्टिव हुई और छापेमारी के लिए मौके पर पहुंची. जहां पर बखरी पुलिस ने पिकअप वाहन के पास टाइगर मोबाइल के तीन जवान को पाया. तीनों जवान शराब माफिया के साथ शामिल नजर आए.

पुलिसकर्मियों की गतिविधियों से हुआ शक
उन्होंने बताया कि मौके पर पुलिस को आता देखकर शराब माफिया वहां से फरार हो गया. मौके पर पहुंची पुलिस को तीनों टाइगर मोबाइल के जवानों की गतिविधियों पर शक हुआ. इसी शक के आधार पर टाइगर मोबाइल के जवानों को थाने में लाकर पूछताछ की गई. पूछताछ और मोबाइल जांच में खुलासा हुआ कि यह लोग शराब माफिया से मिले हुए हैं. जवानों से मिले इनपुट के आधार पर बखरी में चार अलग-अलग जगह पर शराब कारोबारियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार शराब कारोबारियों के पास से 22 लीटर देसी शराब और 3 लीटर विदेशी शराब के साथ ही 17,500 रुपये की नकदी और 8 मोबाइल बरामद हुए हैं.
तीनों जवानों को किया जाएगा निलंबित
टाइगर मोबाइल के जवान और शराब कारोबारी के मोबाइल की जांच से पता चला कि टाइगर मोबाइल के जवानों की मिलीभगत से शराब का अवैध कारोबार किया जा रहा था. इसके बाद तीनों जवानों और चारों कारोबारियों को गिरफ्तार कर लिया गया. डीएसपी कुंदन ने बताया कि टाइगर मोबाइल के जवानों को निलंबित करते हुए आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
कारोबारी ने बताया- जवानों को ये मिलता था
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, कारोबारी ने बताया कि शराब की गाड़ी पुलिसकर्मियों के संरक्षण में उतारी और बेची जाती थी. शराब की दिन भर में चाहे कितनी भी बिक्री हो, शाम को एक निश्चित राशि और एक बोतल शराब टाइगर मोबाइल के जवानों को देनी पड़ती थी. गुरुवार की देर रात भी टाइगर मोबाइल के इन तीनों जवानों के संरक्षण में एक पिकअप पर लोड 135 कार्टून विदेशी शराब को उतरा और बेचा गया था.
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