बिहार में कोरोनावायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान 2 और व्यक्तियों की मौत हो जाने से इस रोग से अब तक मरने वालों की संख्या 179 हो गई है. इसके साथ ही इस अवधि में संक्रमण के 1,412 नए मामले सामने आने से कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 26,379 हो गई है .स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक बिहार में पिछले 24 घंटे के दौरान खगड़िया एवं सारण जिले में एक—एक व्यक्ति की मौत के साथ प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 179 हो गई. बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक जिन 179 लोगों की मौत हुई है, उनमें से पटना में 28, भागलपुर में 16, गया में 13, दरभंगा में 10, मुजफ्फरपुर में 08, बेगूसराय, समस्तीपुर, नालंदा एवं पूर्वी चंपारण एवं सारण में 07—07, रोहतास तथा सीवान में 06—06, खगड़िया, मुंगेर एवं पश्चिम चंपारण में 05—05, भोजपुर, जहानाबाद, नवादा एवं वैशाली में 04—04, कैमूर, किशनगंज एवं सीतामढ़ी में 03—03, अररिया, औरंगाबाद, कटिहार, मधुबनी एवं पूर्णिया में 02—02 तथा अरवल, बांका, गोपालगंज, जमुई, मधेपुरा, सहरसा एवं शिवहर जिले में 01—01 मरीज की मौत हुई है.
बिहार में शनिवार शाम 4 बजे से रविवार शाम 4 बजे तक कोरोना वायरस संक्रमण के 1,412 नए मामले प्रकाश में आने के साथ ही प्रदेश में रविवार को इस रोग के मामलों की संख्या बढ़कर 26,379 हो गई. बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर 10,276 नमूनों की जांच की गई और कोरोना 826 मरीज ठीक हुए .
इस बीच, केंद्रीय टीम के रविवार से दो दिवसीय बिहार दौरे के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने प्रदेश में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से बातचीत की. चौबे के मीडिया प्रभारी वेदप्रकाश ने बताया कि राज्य में 10 दिन के भीतर कोरोना वायरस प्रभावित मरीजों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए महामारी रोकथाम-इलाज सहित इसके अन्य पहलुओं पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री की उपमुख्यमंत्री और राज्य के स्वास्थ्य मंत्री से विस्तारपूर्वक चर्चा हुई.
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने पटना एम्स में भर्ती कोविड-19 के मरीजों एवं उनके परिजनों से भी बातचीत की. उनका फीडबैक लिया. वह एम्स पटना निदेशक से ईएसआईसी अस्पताल के कोविड-19 समर्पित अस्पताल बनाने संबंधी कार्य की प्रगति से भी अवगत हुए.
हाल ही में पटना एम्स की टीम ने ईएसआईसी अस्पताल का कोविड-19 के इलाज की संभावना के मद्देनजर निरीक्षण किया था. केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब से सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और मुख्य सचिव दीपक कुमार, एम्स पटना के निदेशक और पटना के जिलाधिकारी से फोन पर विस्तृत चर्चा की. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री और मुख्य सचिव से कहा कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज के लिए समर्पित अस्पतालों की संख्या बढ़ाना आवश्यक है.
रविशंकर प्रसाद ने राज्य सरकार से प्रदेश की राजधानी के बड़े निजी अस्पतालों में कोरोना वायरस का इलाज शुरू करने के लिए पहल करने को कहा जिससे कि सरकार के अस्पतालों पर ऐसे मामलों से निपटने में दबाव कम करने में मदद मिलेगी. उन्होंने पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक अलग इकाई स्थापित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. रविशंकर ने पटना एम्स में कोविड-19 के मरीजों की बढ़ती संखया के मद्देनजर प्रीमियर अस्पताल में आईसीयू का विस्तार करने के अलावा बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए संबंधित अधिकारियों से कहा.
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि पटना जिले के बिहटा में ईएसआई अस्पताल को कोविड मामलों के उपचार के लिए जल्द से जल्द विकसित किया जाना चाहिए. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल के नेतृत्व में बिहार पहुंची केंद्रीय टीम ने रविवार को पटना के राजीव नगर और पाटलिपुत्र खेल परिसर का दौरा किया. इस दौरान पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि भी मौजूद थे.
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