
पूर्वोत्तर राज्यों में बाढ़ के कारण स्थिति गंभीर बनी हुई है. इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पूर्वोत्तर राज्यों के कई मुख्यमंत्रियों से बाढ़ के कारण उत्पन्न हुई स्थिति पर बात की. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया. जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और मणिपुर के राज्यपाल अजय भल्ला से बात की. इस दौरान उन्होंने भारी बारिश और बाढ़ के कारण उत्पन्न हुई स्थिति के बारे में भी जानकारी ली. प्रधानमंत्री ने उन्हें हर संभव मदद और समर्थन का आश्वासन दिया.
A short while ago, Hon'ble Prime Minister Shri @narendramodi ji called me to enquire about the current flood situation in Assam.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 3, 2025
I briefed him on how continuous rainfall in Assam and adjoining states has led to flooding and impacted many lives. I also apprised him of the relief…
इससे पहले, सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा ने पूर्वोत्तर राज्यों के कई हिस्सों में हो रही लगातार भारी बारिश पर गहरी चिंता जताई थी. जे.पी. नड्डा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से प्रभावित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भाजपा की राज्य इकाइयों और कार्यकर्ताओं को राहत कार्यों में सक्रिय रूप से भाग लेने का निर्देश दिया है.
नड्डा ने अपनी पोस्ट में लिखा, "पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश से प्रभावित लोगों के लिए बहुत चिंतित हूं. मैंने भाजपा की राज्य इकाइयों और कार्यकर्ताओं को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार हर संभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है. मैं प्रभावित क्षेत्रों में सभी से आग्रह करता हूं कि वे आवश्यक सावधानी बरतें, अनावश्यक यात्रा से बचें और स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करें."
बीते रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम (हिमंत बिस्वा सरमा), अरुणाचल प्रदेश (पेमा खांडू) और सिक्किम (प्रेम सिंह तमांग) के मुख्यमंत्रियों और मणिपुर के राज्यपाल (अजय कुमार भल्ला) से टेलीफोन पर बातचीत कर बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली थी.
विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों के अधिकारियों के अनुसार, 29 मई से जारी बारिश और बाढ़ के दौरान हुई 34 मौतों में असम में कम से कम 10 लोग मारे गए, इसके बाद अरुणाचल प्रदेश में नौ, मेघालय और मिजोरम में छह-छह, त्रिपुरा में दो और नागालैंड में एक व्यक्ति की मौत हुई. पूर्वोत्तर राज्यों के आपदा प्रबंधन अधिकारियों ने बताया कि ये मौतें डूबने, भूस्खलन और जलभराव के कारण हुई हैं.
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