
- उत्तरकाशी जिले के धराली में आई आपदा में अब तक 274 लोगों को बचाया गया है, जबकि 60 से अधिक लापता हैं
- मौसम विभाग ने उत्तराखंड के आठ जिलों में भारी बारिश के चलते 12 अगस्त तक रेड अलर्ट जारी किया है
- हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान बारिश और भूस्खलन से 108 लोगों की मौत हो चुकी है, 36 अभी लापता हैं.
Uttarakhand Weather News: उत्तराखंड के धराली में बादल फटने की घटना के बाद मौसम लगातार खराब हो रहा है. उत्तराखंड के आठ जिलों में अगले 4 दिन भारी रहने वाले हैं. मानसून के कहर के बीच कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी के साथ रेड अलर्ट जारी है. मौसम विभाग ने पौड़ी गढ़वाल, टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून, चंपावत, उधम सिंह नगर, बागेश्वर और नैनीताल के लिए 12 अगस्त तक रेड अलर्ट जारी किया है. उत्तराखंड में बारिश ने रौद्र रूप लिया है. उत्तरकाशी के धराली में मंगलवार को आई आपदा में 60 से ज्यादा लोग अब भी लापता हैं. कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है. रेक्स्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. अब तक 274 लोगों का रेक्स्यू किया जा चुका है. इस बीच सीएम पुष्कर सिंह धामी ने धराली में रेस्क्यू कर रही टीम से मुलाकात कर जरूरी निर्देश दिए. साथ ही परिस्थिति को देखते हुए स्कूल बंद कर दिए गए हैं और लोगों को घरों के अंदर रहने की सलाह दी गई है.

पौड़ी गढ़वाल जिले के पाबौ और थलीसैंण ब्लॉकों में बुधवार को बादल फटने से कई लोगों की जान चली गई और घरों, सड़कों और पुलों को भारी नुकसान पहुंचा. पौड़ी के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि आपदा के बाद से प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से लगा हुआ है.

इस बीच, चमोली जिले में तपोवन से आगे सलधार के पास, लगातार बारिश के कारण राजमार्ग का लगभग 20 मीटर हिस्सा बह गया है. क्षेत्र में संपर्क बहाल करने के लिए युद्धस्तर पर मरम्मत कार्य चल रहा है.
हिमाचल में हो रही रुक-रुक कर बारिश
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बृहस्पतिवार को रुक-रुक कर बारिश हुई, जबकि शिमला के रामपुर में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई. अधिकारियों ने बताया कि राज्य के कई हिस्सों में भूस्खलन के कारण तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 496 सड़कें यातायात के लिये बंद कर दी गयी हैं. उन्होंने बताया कि शिमला जिले के रामपुर क्षेत्र के दर्शल में बुधवार देर रात बादल फटने से टेकलेच बाजार में अचानक बाढ़ आ गई, लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, क्योंकि खतरे को देखते हुए आसपास के घरों को खाली करा लिया गया था.

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, बृहस्पतिवार को मंडी जिले में 278 सड़कें अवरुद्ध थीं, जबकि निकटवर्ती कुल्लू जिले में 118 सड़कें बंद थीं. मौसम विभाग ने ऊना, कांगड़ा, मंडी, सोलन और सिरमौर जिलों में रविवार को और ऊना, बिलासपुर, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी में सोमवार को अलग-अलग जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया.

इस मानसून में अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में लगभग 108 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 36 लोग लापता हैं. हिमाचल प्रदेश में 20 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से प्रदेश को कुल 1,905 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. राज्य में अब तक 58 बार अचानक बाढ़, 28 बार बादल फटने और 51 बड़े भूस्खलन की घटनायें हो चुकी हैं.
दिल्ली-एनसीआर में कैसा रहेगा मौसम
दिल्ली-एनसीआर के लोगों को 8 अगस्त से 10 अगस्त तक मौसम में हल्का बदलाव देखने को मिलेगा. इस दौरान गर्जन के साथ बारिश की संभावना है. तापमान 33-34 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा और न्यूनतम तापमान में भी ज्यादा अंतर नहीं आएगा. 11 अगस्त को बारिश या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं, लेकिन बड़े स्तर पर बारिश की उम्मीद नहीं है. इस दौरान अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है. इस पूरे सप्ताह उमस भी लोगों को खासा परेशान कर सकती है.
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