नई दिल्ली:
बिहार चुनाव को लेकर सीट बंटवारे के बाद एनडीए में असंतोष के सुर गूंजने लगे हैं। सीट बंटवारे से बीजेपी के सहयोगी रामविलास पासवान नाखुश हैं। उनकी तरफ से उनके बेटे और सांसद चिराग पासवान ने आज प्रेस काफ्रेंस कर कहा कि उनकी पार्टी हैरान है, लेकिन नाराज़ नहीं।
चिराग ने कहा, एलजेपी के लिए सीटें मायने नहीं रखती, लेकिन हैरानी इसलिए है, क्योंकि सीट बंटवारे का जो फॉर्मूला बताया गया था वह सीट बंटवारे के एलान में नहीं दिखा।
उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे का आधार एक समान होना चाहिए था। चिराग ने इस बात ख़बर का खंडन किया कि मांझी और कुशवाहा की पार्टी को ज़्यादा सीटें मिलने से उनकी पार्टी नाराज़ है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 'एनडीए हमारे लिए परिवार की तरह है। लिहाजा, संख्या की वजह से हम गठबंधन नहीं छोड़ेंगे।'
चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जैसा की खबरें चल रही है कि जीतन राम मांझी को जितनी सीटें दी गई हैं, उससे एलजेपी खुश नहीं है, ऐसा कुछ नहीं है। हमारी गठबंधन से कोई नाराजगी नहीं हैं। जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा हमारे लिए परिवार के सदस्य की तरह हैं। मांझी की पार्टी को जितनी सीटें मिली, उससे हमारी नाराजगी नहीं है। मांझी के साथ विवाद का सवाल ही पैदा नहीं होता।'
उल्लेखनीय है कि बिहार चुनाव के लिए हुए सीट बंटवारे के तहत बीजेपी राज्य में 243 में से 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 40 सीटें दी गई हैं। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (सेक्युलर) यानी हम के खाते में 20 सीटें गई हैं।
कहा जा रहा था कि लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान इस सीट बंटवारे से खुश नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि 40 सीटें मिलने से पासवान नाराज हैं, जबकि उन्हें ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद थी। सूत्रों का कहना है केंद्रीय मंत्री पासवान को लगता है कि मांझी को जरूरत से ज्यादा अहमियत दे दी गई है।
चिराग ने कहा, एलजेपी के लिए सीटें मायने नहीं रखती, लेकिन हैरानी इसलिए है, क्योंकि सीट बंटवारे का जो फॉर्मूला बताया गया था वह सीट बंटवारे के एलान में नहीं दिखा।
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उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे का आधार एक समान होना चाहिए था। चिराग ने इस बात ख़बर का खंडन किया कि मांझी और कुशवाहा की पार्टी को ज़्यादा सीटें मिलने से उनकी पार्टी नाराज़ है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 'एनडीए हमारे लिए परिवार की तरह है। लिहाजा, संख्या की वजह से हम गठबंधन नहीं छोड़ेंगे।'
चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जैसा की खबरें चल रही है कि जीतन राम मांझी को जितनी सीटें दी गई हैं, उससे एलजेपी खुश नहीं है, ऐसा कुछ नहीं है। हमारी गठबंधन से कोई नाराजगी नहीं हैं। जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा हमारे लिए परिवार के सदस्य की तरह हैं। मांझी की पार्टी को जितनी सीटें मिली, उससे हमारी नाराजगी नहीं है। मांझी के साथ विवाद का सवाल ही पैदा नहीं होता।'
उल्लेखनीय है कि बिहार चुनाव के लिए हुए सीट बंटवारे के तहत बीजेपी राज्य में 243 में से 160 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जबकि पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 40 सीटें दी गई हैं। उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी 23 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान अवाम मोर्चा (सेक्युलर) यानी हम के खाते में 20 सीटें गई हैं।
कहा जा रहा था कि लोक जनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान इस सीट बंटवारे से खुश नहीं हैं। सूत्रों का कहना है कि 40 सीटें मिलने से पासवान नाराज हैं, जबकि उन्हें ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद थी। सूत्रों का कहना है केंद्रीय मंत्री पासवान को लगता है कि मांझी को जरूरत से ज्यादा अहमियत दे दी गई है।
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