बिहार में पुलिस ने जब्त किए 10 लाख डॉलर, जो असल में थे ही नहीं!

बिहार में पुलिस ने जब्त किए 10 लाख डॉलर, जो असल में थे ही नहीं!

पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह नोट मीडिया के सामने रखा...

मधेपुरा (बिहार):

विधानसभा चुनाव से पहले बिहार में सख्ती से की जा रही वाहनों की जांच के दौरान बिहार पुलिस ने दो लोगों के पास से 10 लाख अमेरिकी डॉलर बरामद होने का दावा किया। लेकिन, क्या वाकई पुलिस ने यह रकम बरामद की? दरअसल, अमेरिका में एक सिंगल नोट 10 लाख यानी 1 मिलियन का होता ही नहीं है।

सामान की बरामदगी कर दो लोग गिरफ्तार भी...
मधेपुरा के पुलिस सुपरिंटेंडेंट कुमार आशीष ने कल प्रेस कॉन्फ्रेस कर बताया था कि बुधवार को देर रात वाहनों की जांच के दौरान पुलिस को 10 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 6.63 करोड़ रुपए) और सोने की दो प्लेटें मिलीं। पुलिस ने तीन सिम कार्ड, पांच एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड और एक मोटरसाइकिल भी जब्त की हैं। पुलिस इस मामले में जिले के मुरलीगंज थाना क्षेत्र के रतन पट्टी गांव निवासी मनीष कुमार और पूर्णिया जिले के भंगाहा गांव निवासी नंद किशोर कुमार को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

ऊपर दिखाई जा रही तस्वीर को गौर से देखें...
गुरुवार को पुलिस ने यह नोट अन्य बरामदगी के साथ बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया के सामने पेश भी किया। अब आप जरा तस्वीर में दिख रहे क्लोज-शॉट पर नजर डालें। डॉलर पर स्टेयू ऑफ लिबर्टी की तस्वीर है। नोट का जो मूल्य लिखा है, वह है 1 के बगल में 6 जीरो। यानी कि 1000000 ।

आखिर यह नोट है क्या?...
लेकिन, यूएस की ट्रेजरी वेबसाइट के मुताबिक, अमेरिका में 1000000 का कोई नोट होता ही नहीं है। स्टेचू ऑफ लिबर्टी अमेरिकी बैंकनोट पर फिलहाल तो नहीं ही होता है। इस वेबसाइट पर लिखा होता है : ये नोट असल में कनाडा की एक फर्म द्वारा प्रति डॉलर कीमत में बेचे जाने वाले इकट्टा कर सकने योग्य आइटम हैं जो स्पेशल लिमिटेड कॉपीराइट वाले आर्ट सीरीज के तहत आते हैं। इन नोटों को यूएस सरकार द्वारा नहीं छाप जाता है, इसलिए डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी द्वारा रिडीम भी नहीं किया जा सकता।

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पुलिस ने नोट की विश्वसनीयता पर नहीं की टिप्पणी...
amazon.com पर इस बैच के नोट भी मौजूद हैं। पुलिस को शक है कि अरेस्ट किए गए लोग बिहार-नेपाल के सीमावर्ती इलाकों पर सक्रिय समूह के सदस्य हैं और ये पैसा संभवत: बिहार विधानसभा चुनावों के लिए लाया गया हो सकता है। वैसे पुलिस ने अभी इस नोट की विश्वसनीयता पर कोई टिप्पणी नहीं की है।