पटना:
चुनाव आयोग ने अगले महीने होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले शुक्रवार को राज्य के गृह सचिव आमिर सुभानी, नौ जिलाधिकारियों तथा पुलिस अधीक्षकों एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों सहित सात वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का तबादला कर दिया। आयोग ने इसके साथ ही कहा कि जिलों से स्थानांतरित किए गए अधिकारियों को किसी चुनाव संबंधी पद पर तैनात नहीं किया जाना चाहिए।
आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव से कहा कि वह 24 घंटे के भीतर स्थानांतरण आदेशों के साथ 'अनुपालन रिपोर्ट' निर्वाचन आयोग को भेजें। आयोग ने इसके साथ ही 1983 बैच के आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार राकेश को नया गृह सचिव बनाया।
चूंकि सुभानी गृह सचिव होने के साथ ही आम प्रशासन के सचिव प्रभारी भी थे, आयोग ने कहा कि राज्य सरकार किसी अन्य सचिव स्तरीय अधिकारी को इस पद पर तैनात कर सकती है। आयोग ने कहा कि सुभानी को 'राज्य सरकार की ओर से कोई अन्य जिम्मेदारी (पद) दिया जा सकता है जो वह उपयुक्त समझे।' चुनाव आचार संहिता के दौरान चुनाव आयोग प्रशासनिक मशीनरी पर नजर रखता है और वह अधिकारियों के तबादले करने के लिए मुक्त होता है।
आयोग की ओर से स्थानांतरित किए गए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों में पटना जिलाधिकारी सह-जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतिमा वर्मा और पटना के एसएसपी विकास वैभव शामिल हैं। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने की अपनी प्रक्रिया के तहत पिछले महीने चुनाव सम्पन्न कराने से जुड़े उन अधिकारियों के तबादले का आदेश दिया था जो या तो अपने गृह जिलों में तैनात हैं या एक स्थान पर लंबे समय से तैनात हैं।
आयोग ने मुख्य सचिव और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को संबोधित एक पत्र में यद्यपि यह स्पष्ट किया था कि स्थानांतरण (पदस्थापना) सेक्टर अधिकारियों पर लागू नहीं होगा, हालांकि वे निर्वाचन प्रक्रिया से सीधे जुड़े होते हैं।
12 अक्टूबर से 5 नवंबर तक होंगे चुनाव
इससे पहले चुनाव आयोग ने बुधवार 9 सितंबर को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। बिहार में पांच चरणों में चुनाव होने तय हुए हैं। पहले दौर की वोटिंग 12 अक्टूबर, दूसरे दौर की 16 अक्टूबर, तीसरे दौर की 28 अक्टूबर, चौथे दौरे की 1 नवंबर और पांचवें दौर की वोटिंग 5 नवंबर को होगी। जबकि 8 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी।
बिहार के पांच चरणों के चुनाव में कुल 6.68 करोड़ वोटर मतदान प्रकिया में हिस्सा लेंगे। चुनाव के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर खास नजर रहेगी और ऐहतियातन सभी मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी की जाएगी। हर विधानसभा क्षेत्र में दो मॉडल पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
बिहार में कुल 243 सीटों में से अनुसूचित जाति के लिए 38 और अनुसूचित जनजाति के लिए दो सीटें हैं। चुनाव के लिए 62779 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।
कब-कहां होंगे चुनाव
12 अक्टूबर (49 सीटें) : समस्तीपुर, बेगुसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, जमुई।
16 अक्टूबर (32 सीटें) : रोहतास, जहानाबाद, कैमूर, अरवल, औरंगाबाद, गया।
28 अक्टूबर (50 सीटें) : सारण, वैशाली, नालंदा, पटना, भोजपुर, बक्सर।
1 नवंबर (55 सीटें) : पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, देवघर, शिवहर, सीतामढ़ी, मुज़फ़्फ़रपुर, सीवान, गोपालगंज।
5 नवंबर (57 सीटें) : मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा।
आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव से कहा कि वह 24 घंटे के भीतर स्थानांतरण आदेशों के साथ 'अनुपालन रिपोर्ट' निर्वाचन आयोग को भेजें। आयोग ने इसके साथ ही 1983 बैच के आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार राकेश को नया गृह सचिव बनाया।
चूंकि सुभानी गृह सचिव होने के साथ ही आम प्रशासन के सचिव प्रभारी भी थे, आयोग ने कहा कि राज्य सरकार किसी अन्य सचिव स्तरीय अधिकारी को इस पद पर तैनात कर सकती है। आयोग ने कहा कि सुभानी को 'राज्य सरकार की ओर से कोई अन्य जिम्मेदारी (पद) दिया जा सकता है जो वह उपयुक्त समझे।' चुनाव आचार संहिता के दौरान चुनाव आयोग प्रशासनिक मशीनरी पर नजर रखता है और वह अधिकारियों के तबादले करने के लिए मुक्त होता है।
आयोग की ओर से स्थानांतरित किए गए वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों में पटना जिलाधिकारी सह-जिला निर्वाचन अधिकारी प्रतिमा वर्मा और पटना के एसएसपी विकास वैभव शामिल हैं। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने की अपनी प्रक्रिया के तहत पिछले महीने चुनाव सम्पन्न कराने से जुड़े उन अधिकारियों के तबादले का आदेश दिया था जो या तो अपने गृह जिलों में तैनात हैं या एक स्थान पर लंबे समय से तैनात हैं।
आयोग ने मुख्य सचिव और मुख्य निर्वाचन अधिकारी को संबोधित एक पत्र में यद्यपि यह स्पष्ट किया था कि स्थानांतरण (पदस्थापना) सेक्टर अधिकारियों पर लागू नहीं होगा, हालांकि वे निर्वाचन प्रक्रिया से सीधे जुड़े होते हैं।
12 अक्टूबर से 5 नवंबर तक होंगे चुनाव
इससे पहले चुनाव आयोग ने बुधवार 9 सितंबर को बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था। बिहार में पांच चरणों में चुनाव होने तय हुए हैं। पहले दौर की वोटिंग 12 अक्टूबर, दूसरे दौर की 16 अक्टूबर, तीसरे दौर की 28 अक्टूबर, चौथे दौरे की 1 नवंबर और पांचवें दौर की वोटिंग 5 नवंबर को होगी। जबकि 8 नवंबर को वोटों की गिनती की जाएगी।
बिहार के पांच चरणों के चुनाव में कुल 6.68 करोड़ वोटर मतदान प्रकिया में हिस्सा लेंगे। चुनाव के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर खास नजर रहेगी और ऐहतियातन सभी मतदान केंद्रों की वीडियोग्राफी की जाएगी। हर विधानसभा क्षेत्र में दो मॉडल पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे।
बिहार में कुल 243 सीटों में से अनुसूचित जाति के लिए 38 और अनुसूचित जनजाति के लिए दो सीटें हैं। चुनाव के लिए 62779 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं।
कब-कहां होंगे चुनाव
12 अक्टूबर (49 सीटें) : समस्तीपुर, बेगुसराय, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, नवादा, जमुई।
16 अक्टूबर (32 सीटें) : रोहतास, जहानाबाद, कैमूर, अरवल, औरंगाबाद, गया।
28 अक्टूबर (50 सीटें) : सारण, वैशाली, नालंदा, पटना, भोजपुर, बक्सर।
1 नवंबर (55 सीटें) : पश्चिमी और पूर्वी चंपारण, देवघर, शिवहर, सीतामढ़ी, मुज़फ़्फ़रपुर, सीवान, गोपालगंज।
5 नवंबर (57 सीटें) : मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, दरभंगा।
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