बिहार चुनाव के लिए बीजेपी ने जारी की पहली लिस्ट
नई दिल्ली:
एनडीए में सीटों के बंटवारे के बाद भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। पहली सूची में 43 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई है। पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति ने भी इस पर मुहर लगा दी है। पार्टी नेता जेपी नड्डा ने ये सूची जारी की।
बीजेपी ने 43 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करते हुए अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्गों के उम्मीदवारों को करीब 60 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया जिसका साफ उद्देश्य विरोधी जदयू-राजद गठबंधन के आधार पर निशाना साधना है। इनमें से पांच उम्मीदवार यादव जाति के हैं जो सबसे ज्यादा आबादी वाला अन्य पिछड़ा वर्ग समूह है। यह जाति समूह पारंपरिक रूप से राजद प्रमुख लालू प्रसाद का समर्थन करता रहा है लेकिन बीजेपी पूरी ताकत के साथ उन्हें लुभाने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक के बाद सूची जारी करते हुए कहा कि इनमें से 50 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार महिलाएं और युवा हैं जबकि करीब 60 प्रतिशत उम्मीदवार अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्गों के हैं। सूची में 26 निवर्तमान पार्टी विधायकों का नाम शामिल है जबकि तीन निवर्तमान विधायकों को पार्टी का टिकट नहीं दिया गया।
उम्मीदवर घोषित करने वाली पार्टी बनी बीजेपी
243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा का चुनाव 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच होगा और बीजेपी इस चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली पहली बड़ी पार्टी बन गयी। नड्डा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमने सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है।’ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ सभी दूसरे सीईसी सदस्य शामिल हुए।
वोट बैंक का रखा गया पूरा ख्याल
पार्टी ने साथ ही कई ब्राह्मणों, भूमिहारों, राजपूतों और कायस्थों को टिकट देकर ऊंची जाति के अपने मूल जनाधार को खुश रखने की कोशिश की है। सूची से यादवों को लालू प्रसाद से दूर करने की पार्टी की कोशिशों का पता चलता है। साथ ही पार्टी ने सुनिश्चित किया है कि पिछड़ी जातियों, ऊंची जातियों और दलितों का वर्ग एनडीए को ठोस समर्थन दे। बिहार चुनाव को मोदी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है जिन्होंने सहयोगी से विरोधी बने नीतीश कुमार की जदयू से राज्य की सत्ता छीनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। निवर्तमान विधानसभा में बीजेपी के नेता नंदकिशोर यादव का नाम घोषित की गयी उम्मीदवारों की सूची में शामिल है। वह पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी की पहली लिस्ट में कोई मुस्लिम नहीं
सूची में कोई मुस्लिम नाम नहीं है। सू़ची में अधिकतर उन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गयी है जिन्हें लेकर पार्टी में सर्वसम्मति है। नड्डा ने कहा कि बाद की सूचियों में मुस्लिम नाम होंगे। उनके साथ बिहार बीजेपी के प्रमुख मंगल पांडे, बिहार के प्रभारी भूपिंदर यादव और राज्य के एक और नेता शाहनवाज हुसैन मौजूद थे।
सूची में पहले चरण के चुनाव के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम हैं, दूसरे के लिए 15 जबकि बाद के चरण के लिए नौ उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पहले दो चरणों में क्रमश: 49 और 32 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होगा और इनमें से कई सीटों पर पार्टी के सहयोगी दल लोजपा, आरएलएसपी और हम (सेक्यूलर) चुनाव लड़ेंगे। सीईसी ने दो घंटे से ज्यादा समय तक विचार विमर्श किया और इस दौरान राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और नितिन गडकरी मौजूद थे। टिकट पाने वाले लोगों में निवर्तमान विधानसभा में पार्टी के प्रमुख सचेतक अरुण कुमार, रेणु देवी, प्रमोद कुमार, प्रेम कुमार और नितिन नवीन जैसे दूसरे नाम शामिल हैं। बीजेपी 160 सीटों जबकि लोजपा, आरएलएसपी और हम (सेक्यूलर) क्रमश: 40, 23 और 20 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी की लिस्ट पर कुशवाहा की पार्टी ने जताई नाराजगी
बिहार चुनावों के लिए बीजेपी द्वारा अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने के बाद पार्टी की सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) नाराज हो गई है। पार्टी का कहना है कि किस सीट पर कौन लड़ेगा इसकी चर्चा जारी है ऐसे में बीजेपी का लिस्ट जारी करना गठबंधन धर्म के ख़िलाफ़ है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को चुनाव में 23 सीटें मिली हैं।
उम्मीदवारों की लिस्ट इस प्रकार है।
(साथ में इनपुट एजेंसी से)
बीजेपी ने 43 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करते हुए अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्गों के उम्मीदवारों को करीब 60 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया जिसका साफ उद्देश्य विरोधी जदयू-राजद गठबंधन के आधार पर निशाना साधना है। इनमें से पांच उम्मीदवार यादव जाति के हैं जो सबसे ज्यादा आबादी वाला अन्य पिछड़ा वर्ग समूह है। यह जाति समूह पारंपरिक रूप से राजद प्रमुख लालू प्रसाद का समर्थन करता रहा है लेकिन बीजेपी पूरी ताकत के साथ उन्हें लुभाने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक के बाद सूची जारी करते हुए कहा कि इनमें से 50 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार महिलाएं और युवा हैं जबकि करीब 60 प्रतिशत उम्मीदवार अनुसूचित जाति एवं पिछड़े वर्गों के हैं। सूची में 26 निवर्तमान पार्टी विधायकों का नाम शामिल है जबकि तीन निवर्तमान विधायकों को पार्टी का टिकट नहीं दिया गया।
उम्मीदवर घोषित करने वाली पार्टी बनी बीजेपी
243 सदस्यों वाली बिहार विधानसभा का चुनाव 12 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच होगा और बीजेपी इस चुनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा करने वाली पहली बड़ी पार्टी बन गयी। नड्डा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हमने सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है।’ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ सभी दूसरे सीईसी सदस्य शामिल हुए।
वोट बैंक का रखा गया पूरा ख्याल
पार्टी ने साथ ही कई ब्राह्मणों, भूमिहारों, राजपूतों और कायस्थों को टिकट देकर ऊंची जाति के अपने मूल जनाधार को खुश रखने की कोशिश की है। सूची से यादवों को लालू प्रसाद से दूर करने की पार्टी की कोशिशों का पता चलता है। साथ ही पार्टी ने सुनिश्चित किया है कि पिछड़ी जातियों, ऊंची जातियों और दलितों का वर्ग एनडीए को ठोस समर्थन दे। बिहार चुनाव को मोदी के लिए प्रतिष्ठा की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है जिन्होंने सहयोगी से विरोधी बने नीतीश कुमार की जदयू से राज्य की सत्ता छीनने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया है। निवर्तमान विधानसभा में बीजेपी के नेता नंदकिशोर यादव का नाम घोषित की गयी उम्मीदवारों की सूची में शामिल है। वह पटना साहिब सीट से चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी की पहली लिस्ट में कोई मुस्लिम नहीं
सूची में कोई मुस्लिम नाम नहीं है। सू़ची में अधिकतर उन सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की गयी है जिन्हें लेकर पार्टी में सर्वसम्मति है। नड्डा ने कहा कि बाद की सूचियों में मुस्लिम नाम होंगे। उनके साथ बिहार बीजेपी के प्रमुख मंगल पांडे, बिहार के प्रभारी भूपिंदर यादव और राज्य के एक और नेता शाहनवाज हुसैन मौजूद थे।
सूची में पहले चरण के चुनाव के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम हैं, दूसरे के लिए 15 जबकि बाद के चरण के लिए नौ उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं। पहले दो चरणों में क्रमश: 49 और 32 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होगा और इनमें से कई सीटों पर पार्टी के सहयोगी दल लोजपा, आरएलएसपी और हम (सेक्यूलर) चुनाव लड़ेंगे। सीईसी ने दो घंटे से ज्यादा समय तक विचार विमर्श किया और इस दौरान राजनाथ सिंह, अरुण जेटली और नितिन गडकरी मौजूद थे। टिकट पाने वाले लोगों में निवर्तमान विधानसभा में पार्टी के प्रमुख सचेतक अरुण कुमार, रेणु देवी, प्रमोद कुमार, प्रेम कुमार और नितिन नवीन जैसे दूसरे नाम शामिल हैं। बीजेपी 160 सीटों जबकि लोजपा, आरएलएसपी और हम (सेक्यूलर) क्रमश: 40, 23 और 20 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
बीजेपी की लिस्ट पर कुशवाहा की पार्टी ने जताई नाराजगी
बिहार चुनावों के लिए बीजेपी द्वारा अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करने के बाद पार्टी की सहयोगी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) नाराज हो गई है। पार्टी का कहना है कि किस सीट पर कौन लड़ेगा इसकी चर्चा जारी है ऐसे में बीजेपी का लिस्ट जारी करना गठबंधन धर्म के ख़िलाफ़ है। उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को चुनाव में 23 सीटें मिली हैं।
उम्मीदवारों की लिस्ट इस प्रकार है।
(साथ में इनपुट एजेंसी से)
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