जीतनराम मांझी की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
समझा जाता है कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बीच सीट बंटवारे को लेकर बात बन गयी है। मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेकुलर) के एक नेता ने दावा किया कि बीजेपी उन्हें करीब 20 सीटें देने के लिए तैयार हो गई है, जबकि उसके पांच उम्मीदवार बीजेपी के चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन एक पार्टी नेता ने कहा, 'सब कुछ ठीक है और सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है।'
बताया जाता है कि केंद्रीय मंत्री और बिहार के बीजेपी चुनाव प्रभारी अनंत कुमार और पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव की बिहार निवास पर मांझी के साथ हुई बैठक में सीट बंटवारे पर समझौता हो गया। देर रात तक बातचीत के बाद मांझी की पार्टी के एक नेता ने दावा किया कि बैठक में हुई बातचीत के आधार पर उनकी पार्टी करीब 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, वहीं पांच अन्य उम्मीदवार बीजेपी के चुनाव चिह्न पर किस्मत आजमाएंगे।
इस बीच मंगलवार को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है, जिसमें बिहार चुनावों के लिए उम्मीदवारों का फैसला होगा। इससे पहले रविवार को मांझी और उनके सहयोगियों ने दिन में कुमार, यादव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठकें कीं। एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान के रूप में भाजपा के पास एक मजबूत दलित नेता हैं, लेकिन वह महादलित वोटों के लिए मांझी को भी साथ में रखना चाहती है।
बताया जाता है कि मांझी बीजेपी की ओर से 13 से 15 सीटों की पेशकश किए जाने से खुश नहीं थे और एलजेपी के समान ही सीटें चाहते थे, जिसे 40 सीटें दिए जाने की संभावना है। चल रही बातचीत से जुड़े सूत्रों ने कहा कि बीजेपी राज्य की 243 में से करीब 160 सीटों पर किस्मत आजमाना चाहती है और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी के लिए 25 सीटें देने को तैयार है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सीट-बंटवारे की बातचीत पर नजर रखने के लिए अपनी मैसूर यात्रा रद्द कर दी। मांझी ने शनिवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से उनके आवास पर दो बार मुलाकात की थी।
बताया जाता है कि केंद्रीय मंत्री और बिहार के बीजेपी चुनाव प्रभारी अनंत कुमार और पार्टी के प्रदेश प्रभारी भूपेंद्र यादव की बिहार निवास पर मांझी के साथ हुई बैठक में सीट बंटवारे पर समझौता हो गया। देर रात तक बातचीत के बाद मांझी की पार्टी के एक नेता ने दावा किया कि बैठक में हुई बातचीत के आधार पर उनकी पार्टी करीब 20 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी, वहीं पांच अन्य उम्मीदवार बीजेपी के चुनाव चिह्न पर किस्मत आजमाएंगे।
इस बीच मंगलवार को बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है, जिसमें बिहार चुनावों के लिए उम्मीदवारों का फैसला होगा। इससे पहले रविवार को मांझी और उनके सहयोगियों ने दिन में कुमार, यादव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठकें कीं। एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान के रूप में भाजपा के पास एक मजबूत दलित नेता हैं, लेकिन वह महादलित वोटों के लिए मांझी को भी साथ में रखना चाहती है।
बताया जाता है कि मांझी बीजेपी की ओर से 13 से 15 सीटों की पेशकश किए जाने से खुश नहीं थे और एलजेपी के समान ही सीटें चाहते थे, जिसे 40 सीटें दिए जाने की संभावना है। चल रही बातचीत से जुड़े सूत्रों ने कहा कि बीजेपी राज्य की 243 में से करीब 160 सीटों पर किस्मत आजमाना चाहती है और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की आरएलएसपी के लिए 25 सीटें देने को तैयार है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सीट-बंटवारे की बातचीत पर नजर रखने के लिए अपनी मैसूर यात्रा रद्द कर दी। मांझी ने शनिवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से उनके आवास पर दो बार मुलाकात की थी।
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