प्रतीकात्मक फोटो
पटना:
बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ यहां के राजनीतिक दलों के कार्यालयों और वरिष्ठ नेताओं के आवासों में टिकट पाने वालों का जमावड़ा शुरू हो गया है। इसका नतीजा यह है कि टिकटार्थियों के कारण बायोडाटा बनाने वालों की जहां चांदी हो गई है वहीं, होटल वालों का काम भी जोरों पर चल निकला है।
नेताओं के घरों पर उमड़ा हुजूम
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो इन कार्यकर्ताओं से मिल भी रहे हैं और उनका बायोडाटा ले रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सहित अन्य राजनीतिक दल के कार्यालयों में भी हुजूम उमड़ पड़ा है।
नेताओं के घरों के बाहर ढेरों कार्यकर्ता
विधायक बनने की चाह में ये कार्यकर्ता अपने नेताओं के घरों के बाहर डेरा डाले हुए हैं। इनमें अधिकांश पार्टी के कार्यकर्ता और युवा शामिल हैं। कई मुखिया भी टिकट की इस दौड़ में पटना के राजनीतिक गलियारों में चक्कर लगा रहे हैं।
मुखिया भी पाना चाहते हैं टिकट
टिकट पाने की चाहत रखने वाले मुखियाओं का स्पष्ट कहना है कि अगर वे पंचायत चुनाव जीत सकते हैं तो विधानसभा चुनाव क्यों नहीं?
लालू के घर की परिक्रमा
रोहतास जिले के एक राजद कार्यकर्ता पिछले चार दिनों से राजद कार्यालय और लालू आवास की परिक्रमा कर रहे हैं। इन्हें आशा है कि उन्हें टिकट मिल जाएगा।
होटलों में कार्यकर्ता
टिकट की जुगाड़ में 15 दिनों से पटना के एक होटल में बगहा के जद (यू) कार्यकर्ता भीष्म सहनी कहते हैं कि कार्यकर्ताओं के पास पसीना बहाने के अलावे क्या होता है, पहले विधायक आवास रहता था, तो वहां ठहर जाते थे, परंतु अब वह भी नहीं रहा। ऐसे में होटल ही एक सहारा है।
वाल्मीकिनगर विधानसभा सीट से टिकट की चाह में सुरेन्द्र कुशवाहा भी पटना में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के वरिष्ठ नेताओं के पास दौड़ रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी के लिए मेहनत किया है, इसके बदले कुछ तो मिलना चाहिए।
तैयार हो रहे हैं रंगीन बायोडाटा
राजद कार्यालय में टिकट चाहने वाले एक से बढ़कर एक रंगीन बायोडाटा लेकर पहुंच रहे हैं। बायोडाटा रंगीन और सादा हैं। बायोडाटा में पहला पेज सबसे अधिक आकर्षक बनवाया गया है, जिसमें तस्वीर भी सलीके से छपवाई जा रही है। अंदर के पेज पर लंबे-चौड़े राजनीतिक व सामाजिक कार्यों का विवरण दिया गया है।
इस तरह के बायोडाटा राजद कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह के पास जमा कराए जा रहे हैं। सभी टिकट चाहने वालों का बायोडाटा चार पेज से कम नहीं होता है।
यही हाल जद (यू) और भाजपा कार्यालय में है। भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय और सुशील कुमार मोदी के आवास पर पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर भी दिनभर टिकट चाहने वालों की भीड़ लगी रही। मुख्यमंत्री भी टिकट की आस में आए लोगों से मिल रहे हैं।
चल निकला बायोडाटा बनाने वालों का काम
टिकटार्थियों की भीड़ होटलों और बायोडाटा बनाने वाले दुकानों में खूब जुट रही है। यहां के लगभग सभी होटल भरे हुए हैं। डाक बंगला चौराहा स्थित विशाल होटल के प्रबंधक आशीष कहते हैं कि होटल में अग्रिम बुकिंग बंद है।
होटलों की बहुतायत वाले इलाके फ्रेजर रोड में टिकटार्थी नेताओं की भीड़ देखी जा रही है। यहां के होटलों में 300 से 3,000 रुपये तक के कमरे उपलब्ध हैं। टिकट के दावेदार ज्यादातर नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ पटना पहुंचे हैं।
होटलों में बंद हो गई अग्रिम बुकिंग
एक होटल प्रबंधक का कहना है कि होटलों में अग्रिम बुकिंग बंद है। यदि लोग आते हैं और कमरा खाली होता है तो उन्हें मिल जाता है। चुनावी सीजन में प्रत्येक होटल वाला फायदा कमाना चाहता है।
यही हाल बायोडाटा बनाने वाले दुकानों का भी है। इन दुकानदारों की तो चांदी हो गई है। एक दुकानदार का कहना है कि प्रतिदिन 15 से 20 लोग बायोडाटा बनवा रहे हैं।
नेताओं के घरों पर उमड़ा हुजूम
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो इन कार्यकर्ताओं से मिल भी रहे हैं और उनका बायोडाटा ले रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सहित अन्य राजनीतिक दल के कार्यालयों में भी हुजूम उमड़ पड़ा है।
नेताओं के घरों के बाहर ढेरों कार्यकर्ता
विधायक बनने की चाह में ये कार्यकर्ता अपने नेताओं के घरों के बाहर डेरा डाले हुए हैं। इनमें अधिकांश पार्टी के कार्यकर्ता और युवा शामिल हैं। कई मुखिया भी टिकट की इस दौड़ में पटना के राजनीतिक गलियारों में चक्कर लगा रहे हैं।
मुखिया भी पाना चाहते हैं टिकट
टिकट पाने की चाहत रखने वाले मुखियाओं का स्पष्ट कहना है कि अगर वे पंचायत चुनाव जीत सकते हैं तो विधानसभा चुनाव क्यों नहीं?
लालू के घर की परिक्रमा
रोहतास जिले के एक राजद कार्यकर्ता पिछले चार दिनों से राजद कार्यालय और लालू आवास की परिक्रमा कर रहे हैं। इन्हें आशा है कि उन्हें टिकट मिल जाएगा।
होटलों में कार्यकर्ता
टिकट की जुगाड़ में 15 दिनों से पटना के एक होटल में बगहा के जद (यू) कार्यकर्ता भीष्म सहनी कहते हैं कि कार्यकर्ताओं के पास पसीना बहाने के अलावे क्या होता है, पहले विधायक आवास रहता था, तो वहां ठहर जाते थे, परंतु अब वह भी नहीं रहा। ऐसे में होटल ही एक सहारा है।
वाल्मीकिनगर विधानसभा सीट से टिकट की चाह में सुरेन्द्र कुशवाहा भी पटना में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के वरिष्ठ नेताओं के पास दौड़ रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी के लिए मेहनत किया है, इसके बदले कुछ तो मिलना चाहिए।
तैयार हो रहे हैं रंगीन बायोडाटा
राजद कार्यालय में टिकट चाहने वाले एक से बढ़कर एक रंगीन बायोडाटा लेकर पहुंच रहे हैं। बायोडाटा रंगीन और सादा हैं। बायोडाटा में पहला पेज सबसे अधिक आकर्षक बनवाया गया है, जिसमें तस्वीर भी सलीके से छपवाई जा रही है। अंदर के पेज पर लंबे-चौड़े राजनीतिक व सामाजिक कार्यों का विवरण दिया गया है।
इस तरह के बायोडाटा राजद कार्यालय सचिव चंदेश्वर प्रसाद सिंह के पास जमा कराए जा रहे हैं। सभी टिकट चाहने वालों का बायोडाटा चार पेज से कम नहीं होता है।
यही हाल जद (यू) और भाजपा कार्यालय में है। भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय और सुशील कुमार मोदी के आवास पर पहुंच रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर भी दिनभर टिकट चाहने वालों की भीड़ लगी रही। मुख्यमंत्री भी टिकट की आस में आए लोगों से मिल रहे हैं।
चल निकला बायोडाटा बनाने वालों का काम
टिकटार्थियों की भीड़ होटलों और बायोडाटा बनाने वाले दुकानों में खूब जुट रही है। यहां के लगभग सभी होटल भरे हुए हैं। डाक बंगला चौराहा स्थित विशाल होटल के प्रबंधक आशीष कहते हैं कि होटल में अग्रिम बुकिंग बंद है।
होटलों की बहुतायत वाले इलाके फ्रेजर रोड में टिकटार्थी नेताओं की भीड़ देखी जा रही है। यहां के होटलों में 300 से 3,000 रुपये तक के कमरे उपलब्ध हैं। टिकट के दावेदार ज्यादातर नेता अपने-अपने समर्थकों के साथ पटना पहुंचे हैं।
होटलों में बंद हो गई अग्रिम बुकिंग
एक होटल प्रबंधक का कहना है कि होटलों में अग्रिम बुकिंग बंद है। यदि लोग आते हैं और कमरा खाली होता है तो उन्हें मिल जाता है। चुनावी सीजन में प्रत्येक होटल वाला फायदा कमाना चाहता है।
यही हाल बायोडाटा बनाने वाले दुकानों का भी है। इन दुकानदारों की तो चांदी हो गई है। एक दुकानदार का कहना है कि प्रतिदिन 15 से 20 लोग बायोडाटा बनवा रहे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं