लालू प्रसाद यादव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने गुरुवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद को उनकी कथित जातिगत टिप्पणी को लेकर आगाह किया और इसे चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए उनसे भविष्य में चुनाव प्रचार के दौरान सार्वजनिक मंचों पर बोलते समय ‘अधिक सतर्क’ रहने को कहा।
चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा, ‘...आयोग ने आपके जवाब पर सावधानी पूर्वक विचार किया और यह पाया कि आपने इस तरह का विवादित बयान देने से इनकार नहीं किया है। उन बयानों को उचित ठहराने के लिए आपकी ओर से जो तर्क दिये गये हैं उन्हें आयोग द्वारा विश्वसनीय नहीं पाया गया।'
आयोग ने लालू प्रसाद को याद दिलाया कि बयानों से समाज के विभिनन वर्गों के बीच मतभेद बढ़ सकते हैं और साथ ही जाति एवं धर्म के आधार पर उन्हें भड़का सकते हैं।
आयोग की यह राय है कि आपने चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन किया है। इसलिए आयोग आपको आगाह करती है कि आप आचार संहिता के प्रावधानों का पूरी तरह पालन करें और भविष्य में भाषण देते समय अधिक सतर्क रहें।
कथित रूप से जातिगत टिप्पणी करने को लेकर बिहार में लालू के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज हो चुकी है। चुनाव आयोग ने राघोपुर में दिये गये उनके कथित बयान को लेकर नोटिस दिया था। राघोपुर में चुनाव प्रचार की शुरूआत करते हुए लालू ने विधानसभा चुनाव को अगड़ो एवं पिछड़ों के बीच सीधा मुकाबला करार दिया था और एनडीए को हराने के लिए यादवों एवं अन्य पिछड़ी जातियों से महागठबंधन का समर्थन करने की अपील की थी।