भोपाल:
भोपाल में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा पर स्याही फेंक दी गई.
कैंपस में सुविधाओं से नाखुश करीब 50 छात्र स्वास्थ्य मंत्री से मिलना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. छात्रों का दावा है कि पिछले चार सालों में कैंपस पूरी तरह से विकसित नहीं हो सका है.
जब नड्डा कैंपस से बाहर जाने के लिए अपनी कार की तरफ बढ़े, तब विरोध कर रहे छात्रों ने उनसे बात करने की कोशिश की और उनमें से एक ने मंत्री ने सफेद कुर्ते पर स्याही फेंक दी. स्याही से हमले के बाद छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी.
नड्डा भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में वार्डो के लोकार्पण और सेमिनार में हिस्सा लेने पहुंचे थे. उन्हें एम्स के छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. किसी छात्र ने उन पर स्याही फेंक दी, जिसके छींटे उनके कपड़ों व कार पर पड़े. उनके चालक ने कार को तेजी से आगे बढ़ा दिया, जिससे वहां खड़ी दो छात्राओं अंजलि व लिज्हा के पैर में चोट आई.
एम्स के छात्रों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. उनका कहना है कि भोपाल में एम्स बनने की प्रक्रिया शुरू हुए 13 वर्ष हो गए, मगर कई सुविधाएं अब तक शुरू नहीं हो पाई हैं. उन्होंने केंद्रीय मंत्री की कार को घेर लिया और नारेबाजी की.
पुलिस का दावा है कि छात्राओं के पैर में चोट मंत्री की कार से नहीं लगी, बल्कि एक पाइप से लगी.
प्रत्यक्षर्शियों के अनुसार, नड्डा जब कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद कार में बैठ रहे थे, तभी कुछ छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उनमें से एक छात्र ने उन पर स्याही फेंक दी.
पुलिस उप महानिरीक्षक रमन सिंह सिकरवार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री पर स्याही फेंकने के मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि दो छात्राओं के घायल होने की उन्हें जानकारी नहीं मिली है.
वहीं, मिसरौद क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक सी.पी. द्विवेदी ने बताया कि दोनों छात्राओं अंजलि व लिज्हा ने उन्हें लिखित में दिया है कि उनके पैर में जो चोट आई है, वह मंत्री की कार से नहीं, बल्कि वहां लगे एक फ्लैक्स बोर्ड के पोल से लगी.
(इनपुट आईएएनएस से...)
कैंपस में सुविधाओं से नाखुश करीब 50 छात्र स्वास्थ्य मंत्री से मिलना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. छात्रों का दावा है कि पिछले चार सालों में कैंपस पूरी तरह से विकसित नहीं हो सका है.
जब नड्डा कैंपस से बाहर जाने के लिए अपनी कार की तरफ बढ़े, तब विरोध कर रहे छात्रों ने उनसे बात करने की कोशिश की और उनमें से एक ने मंत्री ने सफेद कुर्ते पर स्याही फेंक दी. स्याही से हमले के बाद छात्रों ने नारेबाजी शुरू कर दी.
नड्डा भोपाल के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में वार्डो के लोकार्पण और सेमिनार में हिस्सा लेने पहुंचे थे. उन्हें एम्स के छात्रों के विरोध का सामना करना पड़ा. किसी छात्र ने उन पर स्याही फेंक दी, जिसके छींटे उनके कपड़ों व कार पर पड़े. उनके चालक ने कार को तेजी से आगे बढ़ा दिया, जिससे वहां खड़ी दो छात्राओं अंजलि व लिज्हा के पैर में चोट आई.
एम्स के छात्रों में इस बात को लेकर नाराजगी है कि उनकी पढ़ाई प्रभावित हो रही है. उनका कहना है कि भोपाल में एम्स बनने की प्रक्रिया शुरू हुए 13 वर्ष हो गए, मगर कई सुविधाएं अब तक शुरू नहीं हो पाई हैं. उन्होंने केंद्रीय मंत्री की कार को घेर लिया और नारेबाजी की.
पुलिस का दावा है कि छात्राओं के पैर में चोट मंत्री की कार से नहीं लगी, बल्कि एक पाइप से लगी.
प्रत्यक्षर्शियों के अनुसार, नड्डा जब कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद कार में बैठ रहे थे, तभी कुछ छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उनमें से एक छात्र ने उन पर स्याही फेंक दी.
पुलिस उप महानिरीक्षक रमन सिंह सिकरवार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री पर स्याही फेंकने के मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि दो छात्राओं के घायल होने की उन्हें जानकारी नहीं मिली है.
वहीं, मिसरौद क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक सी.पी. द्विवेदी ने बताया कि दोनों छात्राओं अंजलि व लिज्हा ने उन्हें लिखित में दिया है कि उनके पैर में जो चोट आई है, वह मंत्री की कार से नहीं, बल्कि वहां लगे एक फ्लैक्स बोर्ड के पोल से लगी.
(इनपुट आईएएनएस से...)
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