एचवाई मेती (फाइल फोटो)
बेंगलुरु:
कथित सेक्स सीडी स्कैंडल में आरोपों से घिरे कर्नाटक के आबकारी मंत्री एचवाई मेती ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने दोहराया कि सिद्धरमैया सरकार को शर्मिंदगी से बचाने के लिए इस्तीफा दिया है लेकिन कोई गलत काम करने से इनकार किया. उन्होंने विवाद के गहराने और विपक्ष की मेती को हटाने की मांग के बाद मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से मुलाकात की और अपना इस्तीफा दे दिया.
सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, "आबकारी मंत्री एचवाई मेती ने इस्तीफा दे दिया है. मैंने राज्यपाल से सिफारिश की है कि वे इस्तीफा स्वीकार कर लें. मैंने इस पूरे मामले की जांच के आदेश भी दे दिए हैं." मेती ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बताया, "मैंने सरकार और मुख्यमंत्री को किसी भी शर्मिंदगी से बचाने के लिए अपनी मर्जी से इस्तीफा दे दिया है." अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए 71 वर्षीय मेती ने कहा, "मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. मैंने मुख्यमंत्री से जांच करवाने का अनुरोध किया है."
मेती उस समय विवादों से घिर गए थे, जब एक आरटीआई कार्यकर्ता राजशेखर मुलाली ने अपने पास एक ऐसी सीडी होने का दावा किया था, जिसमें मेती मदद मांगने आई एक महिला के साथ कथित तौर एक अभद्र गतिविधि में लिप्त दिखाई दे रहे हैं.
कार्यकर्ता ने यह भी दावा किया था कि मेती के कुछ समर्थकों ने सीडी के मुद्दे पर उन्हें धमकाया था. मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिए जाने तक यह सीडी जारी नहीं की गई थी. हालांकि इस कथित सेक्स सीडी से जुड़ा एक ऑडियो टेप सामने आया था, जिसमें एक व्यक्ति खुद को मेती का समर्थक बताते हुए आरटीआई कार्यकर्ता को धमकाते हुए सुना जा रहा है.
मेती ने पहले कहा था, "टीवी चैनलों पर आ रही सभी खबरें झूठी हैं. मैं नहीं जानता कि यह आरटीआई कार्यकर्ता कौन है. मैंने उसे आज टीवी पर ही देखा है. मेरे किसी भी समर्थक ने किसी को धमकाया नहीं है. जिस भाषा का वे इस्तेमाल कर रहे हैं, वह उत्तर कर्नाटक में नहीं बोली जाती." मेती ने यह भी कहा था कि वह नहीं जानते कि सीडी के पीछे किसका हाथ है. उन्होंने कहा, "मेरा कोई दुश्मन नहीं है".
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका इरादा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का नहीं है. उन्होंने कहा, "उन्हें वीडियो पेश करने दीजिए और पहले आरोप साबित करने दीजिए. इसके बाद मैं जरूरी कदम उठाऊंगा, फिर चाहे वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराना हो या कुछ और."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सिद्धरमैया ने ट्वीट किया, "आबकारी मंत्री एचवाई मेती ने इस्तीफा दे दिया है. मैंने राज्यपाल से सिफारिश की है कि वे इस्तीफा स्वीकार कर लें. मैंने इस पूरे मामले की जांच के आदेश भी दे दिए हैं." मेती ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद बताया, "मैंने सरकार और मुख्यमंत्री को किसी भी शर्मिंदगी से बचाने के लिए अपनी मर्जी से इस्तीफा दे दिया है." अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए 71 वर्षीय मेती ने कहा, "मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. मैंने मुख्यमंत्री से जांच करवाने का अनुरोध किया है."
मेती उस समय विवादों से घिर गए थे, जब एक आरटीआई कार्यकर्ता राजशेखर मुलाली ने अपने पास एक ऐसी सीडी होने का दावा किया था, जिसमें मेती मदद मांगने आई एक महिला के साथ कथित तौर एक अभद्र गतिविधि में लिप्त दिखाई दे रहे हैं.
कार्यकर्ता ने यह भी दावा किया था कि मेती के कुछ समर्थकों ने सीडी के मुद्दे पर उन्हें धमकाया था. मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिए जाने तक यह सीडी जारी नहीं की गई थी. हालांकि इस कथित सेक्स सीडी से जुड़ा एक ऑडियो टेप सामने आया था, जिसमें एक व्यक्ति खुद को मेती का समर्थक बताते हुए आरटीआई कार्यकर्ता को धमकाते हुए सुना जा रहा है.
मेती ने पहले कहा था, "टीवी चैनलों पर आ रही सभी खबरें झूठी हैं. मैं नहीं जानता कि यह आरटीआई कार्यकर्ता कौन है. मैंने उसे आज टीवी पर ही देखा है. मेरे किसी भी समर्थक ने किसी को धमकाया नहीं है. जिस भाषा का वे इस्तेमाल कर रहे हैं, वह उत्तर कर्नाटक में नहीं बोली जाती." मेती ने यह भी कहा था कि वह नहीं जानते कि सीडी के पीछे किसका हाथ है. उन्होंने कहा, "मेरा कोई दुश्मन नहीं है".
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका इरादा पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का नहीं है. उन्होंने कहा, "उन्हें वीडियो पेश करने दीजिए और पहले आरोप साबित करने दीजिए. इसके बाद मैं जरूरी कदम उठाऊंगा, फिर चाहे वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराना हो या कुछ और."
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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