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This Article is From Jun 04, 2015

मारुति सेलेरियो के डीज़ल और पेट्रोल वर्जन में क्या है अंतर?

मारुति सेलेरियो के डीज़ल और पेट्रोल वर्जन में क्या है अंतर?
नई दिल्ली: सेलेरियो को लॉन्च हुए करीब 16 महीने हो गए हैं। मारुति सुजुकी को ऑल्टो और स्विफ्ट के बीच एक गाड़ी लानी थी, जिसके लिए कंपनी ने सेलेरियो को डिजाइन किया था। इतना ही नहीं, छोटी गाड़ियों में सेलेरियो पहली गाड़ी थी, जिसमें ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन की सुविधा थी।

इस कार की इन्हीं फीचर्स ने गाड़ी को हिट करा दिया और आज की तारीख में सेलेरियो की करीब 95 हजार यूनिट बिक चुकी है। सेलेरियो की इसी सफलता के बाद कंपनी ने इस कार का डीजल वेरिएंट भी बाजार में लॉन्च कर दिया।

वैसे आपको याद दिला दें कि सेलेरियो का सीएनजी वर्ज़न भी पहले से ही बाजार में मौजूद है। सेलेरियो डीजल के साथ मारुति सुजुकी ने देश के सबसे हल्के डीज़ल इंजन को बाजार में उतारा है। हम आपको बताते हैं कि सेलेरियो के पेट्रोल और डीजल वर्ज़न में क्या अंतर हैं।

एक्सटीरियर
सेलेरियो के दोनों वर्ज़न की बाहरी बनावट एक जैसी है। दोनों की गाड़ियों के बाहरी लुक को देखकर ये अंदाज़ा लगाना मुश्किल है कि ये पेट्रोल वाली है या डीज़ल वाली। कंपनी ने इस गाड़ी के बाहरी बनावट को बिल्कुल भी नहीं बदला है।

इंटीरियर
सेलेरियो डीजल का इंटीरियर भी ठीक वैसा ही है, जैसा आप पेट्रोल और डीज़ल वर्ज़न में देखते आए हैं। इस गाड़ी में डुअल टोन ब्लैक-बीज इंटीरियर लगाया गया है। डैशबोर्ड भी बिल्कुल पहले जैसा ही है।

इंजन और ट्रांसमिशन
ये वो जगह है, जहां आपको कई नए बदलाव देखने को मिलेंगे। पेट्रोल वाली सेलेरियो में कंपनी ने माइलेज और पावर को ध्यान में रखते हुए K-Next इंजन और Drive-by-Wire टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया है। सेलेरियो पेट्रोल में 998 सीसी का इंजन लगाया गया है, जो 67 बीएचपी और 90Nm की ताकत देता है। इस गाड़ी का पेट्रोल वर्ज़न 23.1 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देता है और गाड़ी मैनुअल और ऑटोमेटिक दोनो ट्रांसमिशन में उपलब्ध है।

अब बात सेलेरियो के डीज़ल वर्ज़न की। इस गाड़ी में 793 सीसी, 2 सिलिंडर डीज़ल इंजन लगाया गया है। इस इंजन को भारत में ही बनाया गया है, जिसके लिए मारुति सुजुकी ने करीब 900 करोड़ रुपये निवेश किए हैं। इस कार के इंजन ब्लॉक को अल्युमीनियम से तैयार किया गया है।

जब बात डीज़ल इंजन की होती है, तो टॉर्क एक बड़ा मुद्दा होता है। सेलेरियो डीज़ल का इंजन 47 बीएचपी और 125Nm की ताकत देता है। कंपनी का दावा है कि सेलेरियो डीज़ल देश की सबसे फ्यूल एफिशिएंट कार है, क्योंकि ये करीब 27.63 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है। ये मारुति की सबसे बड़ी USP है। हालांकि सेलेरियो के डीज़ल वेरिएंट में ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन की सुविधा नहीं दी गई है। इसमें 5-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन लगाया गया है।

फीचर्स
सेलेरियो के दोनों वर्ज़न चार वेरिएंट में उपलब्ध हैं। डीज़ल वर्ज़न में ज्यादातर फीचर्स पेट्रोल वर्ज़न की तरह ही हैं। गाड़ी में डिजिटल क्लॉक, फ्रंट और रियर पावर विंडो, सेंट्रल लॉकिंग, ऑडियो सिस्टम विथ ब्लूटूथ, स्टीयरिंग माउंटेड ऑडियो कंट्रोल, इलेक्ट्रिकली एडजस्टेबल रियर व्यू मिरर (ORVM), की-लेस इंट्री, रियर वाइपर और डिफॉगर, टिल्ट स्टीयरिंग, एलॉय व्हील और हाइट एडजस्टेबल ड्राइवर सीट जैसे फीचर दिए गए हैं। गाड़ी में कई सेफ्टी फीचर भी मौजूद हैं, जो टॉप वेरिएंट में दिए गए हैं। सेफ्टी फीचर में एयरबैग और ABS शामिल है।

कीमत
अगर कीमत की बात करें तो सेलेरियो का पेट्रोल वर्ज़न 3.90 लाख रुपये से शुरू होता है और डीज़ल वर्ज़न 4.65 लाख रुपये से। दोनों ही वेरिएंट के बेस मॉडल प्राइस में करीब 75 हज़ार रुपये का अंतर है।

हालांकि अगर देखा जाए तो सेलेरियो डीज़ल बाजार में ह्युंडै की Grand i10 को टक्कर देगी। वहीं कुछ लोगों का ये मानना है कि सेलेरियो डीज़ल की वजह से मारुति सुजुकी की स्विफ्ट की बिक्री पर भी असर पड़ सकता है। अब ये देखने वाली बात होगी कि आने वाले वक्त में क्या होता है।

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