ज्योतिरादित्य सिंधिया (फाइल फोटो)
ग्वालियर:
ग्वालियर में सिंधिया घराने के दो दिग्गज ही इस इलाके के स्टार प्रचारक हैं. राज घराने के ज्योतित्यरादित्य सिंधिया जहां ग्वालियर में वहीं उनकी बुआ यशोदाराजे सिंधिया ने शिवपुरी में चुनाव प्रचार कर रही हैं. खास बात यह कि ग्वावियर में न तो कांग्रेस का कोई बड़ा नेता आया है और न ही शिवपुरी में बीजेपी का स्टार प्रचारक. सिंधिया रियासत के दो श्रीमंत दो अलग-अलग पार्टियों की जोरदार सियासत कर रहे हैं. चुनाव के आखिरी चरण में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के उम्मीदवारों के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है. ज्योतिरादित्य सिंधिया का इस इलाके में राजनीतिक रसूख ऐसा है कि उनका एक इशारा और हजारों की भीड़ खामोश यही वजह है कि इस गढ़ में राहुल गांधी के अलावा कोई बड़ा नेता नहीं आया है.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: ज्योतिरादित्य सिंधिया की सभाओं में बाधा कौन, क्या कांग्रेस के अंदर ही रची जा रही है साजिश?
ग्वालियर से करीब 110 किलोमीटर दूर शिवपुरी में सिंधिया परिवार के दूसरे श्रीमंत यशोधरा राजे सिंधिया की अगुवाई में नारे लग रहे हैं और ढोल बज रहे हैं. शिवपुरी विधानसभा में यशोधरा राजे चौथी बार चुनावी मैदान में हैं. यहां बीजेपी के स्टार प्रचारकों के बजाए उन्हें माखन लाल जैसे कार्यकर्ता पर ज्यादा भरोसा है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के गढ़ ग्वालियर में कांग्रेस के लिए इस बार भी राह आसान नहीं
हालांकि बीजेपी के स्टार प्रचारकों के मुद्दे पर यशोधरा राजे कहती हैं कि वक्त कम था इसलिए नहीं आ पाए. सिंधिया परिवार के ये दोनों नेता भले ही दो अलग पार्टियों की राजनीति करते हों लेकिन जनता के बीच दोनों की लोकप्रियता किस हद तक वोट में बदल पाएगी ये 11 दिसंबर के नतीजे तय करेंगे.
एक मुलाकात, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ
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