
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ( फाइल फोटो )
नई दिल्ली:
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भले ही इस बात पर जोर दिया हो कि संगठन भाजपा को नियंत्रित नहीं करता है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी बीजेपी ने अपने बूथ मैनेजरों को संघ परिवार के साथ ‘‘नियमित संपर्क’’ में रहने का निर्देश दिया है. पार्टी सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी. सूत्रों ने कहा कि बूथ मैनेजरों के लिए तैयार 24 सूत्रीय कार्ययोजना में भाजपा ने रेखांकित किया कि बूथस्तरीय कार्यकर्ता अपने अपने क्षेत्रों में आरएसएस तथा इसके सहयोगी संगठनों के कार्यकर्ताओं के ‘‘नियमित संपर्क’’ में रहें. सूत्रों ने कहा कि पार्टी ने बूथ मैनजरों को दिये निर्देश में कहा है कि क्षेत्र के मठों, मंदिरों और आश्रमों के प्रमुखों तथा पुजारियों के संपर्क में रहें. उन्होंने कहा कि हाल में आयोजित भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में यह कार्ययोजना साझा की गई.
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गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के कार्यकर्ता हर चुनाव में बीजेपी की हर मुमकिन मदद करते हैं. पीएम मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे कई नेता आरएसएस के प्रचारक रह चुके हैं. हालांकि संघ के अधिकारी हमेशा इस बात को जोर देकर कहते हैं कि बीजेपी पर उसका किसी तरह का नियंत्रण नहीं है लेकिन बीच-बीच में दोनों के बीच बैठकें भी होती रहती हैं. फिलहाल बीजेपी इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी हुई है और उसका चुनावी अभियान बिना आरएसएस की मदद के आगे नहीं बढ़ सकता है.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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