प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:
मध्यप्रदेश और मिजोरम में बुधवार को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. इसके लिए प्रशासन ने कड़े सुरक्षा इंतजाम किए हैं. मध्यप्रदेश में विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए और मिजोरम की सभी 40 सीटों के लिए मतदान होगा.
मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांता राव के अनुसार 28 नवंबर को मध्यप्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए मतदान होगा. 227 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक और बालाघाट जिले के तीन नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों परसवाड़ा, बैहर एवं लांजी में सुबह 7 बजे से अपराह्न 3 बजे तक मतदान होगा. चुनाव में कुल 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. इनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिलाएं एवं 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं. बाकी 5,04,33,079 मतदाता आज अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे.
इस चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय प्रत्याशियों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरुष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं. राज्य में 65,367 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 17,000 मतदान केन्द्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं. इन केन्द्रों पर केन्द्रीय पुलिस बल और वेवकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं. सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिए ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होगा.
राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. चुनाव आयोग का दावा है कि वह निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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मध्यप्रदेश में इस बार भी मुख्य रूप से बीजेपी एवं कांग्रेस के बीच मुकाबला होने के आसार हैं. हालांकि प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) का दावा है कि वह दिल्ली वाली अपनी सफलता को राज्य में दोहराएगी, जहां 2015 के विधानसभा चुनाव में उसने कांग्रेस और बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया था. बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है. आप 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बसपा 227, शिवसेना 81 और समाजवादी पार्टी 52 सीटों पर चुनाव मैदान में है.
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चुनाव मैदान में खड़ी कई छोटी पार्टियां प्रदेश के मुख्य दलों बीजेपी एवं कांग्रेस के लिए सिर दर्द बन गई हैं. यह पार्टियां इन प्रमुख दलों की जीत को हार में बदलने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं. इस अहम चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ बीजेपी को उखाड़ने के लिए प्रयास कर रही है जबकि बीजेपी ने लगातार चौथी दफा प्रदेश की सत्ता में आने के लिए अबकी बार 200 पार का लक्ष्य तय किया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 3,00,782 कर्मचारी चुनाव कार्य में लगाए गए हैं. इनमें 45,904 महिला कर्मचारी शामिल हैं. प्रदेश में 160 मतदान केन्द्र केवल दिव्यांग कर्मचारियों के जिम्मे रहेंगे. ये बूथ पूरी तरह दिव्यांग कर्मचारी ही संचालित करेंगे. इसके अलावा 3,046 मतदान केन्द्र केवल महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे.
VIDEO : मध्यप्रदेश का महासंग्राम
प्रदेश की दो विधानसभा सीटों अटेर एवं मेहगांव में 32 से ज्यादा उम्मीदवार हैं. वहां पर तीन-तीन बैलट यूनिट लगाए जा रहे हैं. वहीं 45 सीटें ऐसी हैं जहां पर 16 से 32 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहां पर दो-दो बैलट यूनिट लगेंगी. छतरपुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा सात महिला प्रत्याशी मैदान में है. वहां पर कुल 16 उम्मीदवार मैदान में हैं. मेहगांव में सबसे ज्यादा 33 पुरुष प्रत्याशी है. वहां पर कुल 34 प्रत्याशी मैदान में है. मतगणना 11 दिसंबर को होगी.
(इनपुट भाषा से)
मध्यप्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांता राव के अनुसार 28 नवंबर को मध्यप्रदेश विधानसभा की सभी 230 सीटों के लिए मतदान होगा. 227 विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक और बालाघाट जिले के तीन नक्सल प्रभावित विधानसभा क्षेत्रों परसवाड़ा, बैहर एवं लांजी में सुबह 7 बजे से अपराह्न 3 बजे तक मतदान होगा. चुनाव में कुल 5,04,95,251 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे. इनमें 2,63,01,300 पुरुष, 2,41,30,390 महिलाएं एवं 1,389 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं. इनमें से 65,000 सर्विस मतदाता डाक मतपत्र से पहले ही मतदान कर चुके हैं. बाकी 5,04,33,079 मतदाता आज अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे.
इस चुनाव के लिए 1,094 निर्दलीय प्रत्याशियों सहित कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से 2,644 पुरुष, 250 महिलाएं एवं पांच ट्रांसजेंडर शामिल हैं. राज्य में 65,367 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इनमें से 17,000 मतदान केन्द्र संवेदनशील घोषित किए गए हैं. इन केन्द्रों पर केन्द्रीय पुलिस बल और वेवकास्टिंग के साथ माइक्रो पर्यवेक्षक भी तैनात किए गए हैं. सभी मतदान केन्द्रों पर मतदान के लिए ईवीएम के साथ वीवीपैट का उपयोग होगा.
राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 1.80 लाख सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. इनमें केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षाकर्मी शामिल हैं. चुनाव आयोग का दावा है कि वह निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
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मध्यप्रदेश में इस बार भी मुख्य रूप से बीजेपी एवं कांग्रेस के बीच मुकाबला होने के आसार हैं. हालांकि प्रदेश में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी (आप) का दावा है कि वह दिल्ली वाली अपनी सफलता को राज्य में दोहराएगी, जहां 2015 के विधानसभा चुनाव में उसने कांग्रेस और बीजेपी का सूपड़ा साफ कर दिया था. बीजेपी ने सभी 230 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, जबकि कांग्रेस ने 229 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं और एक सीट अपने सहयोगी शरद यादव के लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ी है. आप 208 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, बसपा 227, शिवसेना 81 और समाजवादी पार्टी 52 सीटों पर चुनाव मैदान में है.
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चुनाव मैदान में खड़ी कई छोटी पार्टियां प्रदेश के मुख्य दलों बीजेपी एवं कांग्रेस के लिए सिर दर्द बन गई हैं. यह पार्टियां इन प्रमुख दलों की जीत को हार में बदलने में अहम भूमिका अदा कर सकती हैं. इस अहम चुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस पिछले 15 साल से सत्तारूढ़ बीजेपी को उखाड़ने के लिए प्रयास कर रही है जबकि बीजेपी ने लगातार चौथी दफा प्रदेश की सत्ता में आने के लिए अबकी बार 200 पार का लक्ष्य तय किया है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 3,00,782 कर्मचारी चुनाव कार्य में लगाए गए हैं. इनमें 45,904 महिला कर्मचारी शामिल हैं. प्रदेश में 160 मतदान केन्द्र केवल दिव्यांग कर्मचारियों के जिम्मे रहेंगे. ये बूथ पूरी तरह दिव्यांग कर्मचारी ही संचालित करेंगे. इसके अलावा 3,046 मतदान केन्द्र केवल महिला कर्मचारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे.
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प्रदेश की दो विधानसभा सीटों अटेर एवं मेहगांव में 32 से ज्यादा उम्मीदवार हैं. वहां पर तीन-तीन बैलट यूनिट लगाए जा रहे हैं. वहीं 45 सीटें ऐसी हैं जहां पर 16 से 32 उम्मीदवार मैदान में हैं. वहां पर दो-दो बैलट यूनिट लगेंगी. छतरपुर विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा सात महिला प्रत्याशी मैदान में है. वहां पर कुल 16 उम्मीदवार मैदान में हैं. मेहगांव में सबसे ज्यादा 33 पुरुष प्रत्याशी है. वहां पर कुल 34 प्रत्याशी मैदान में है. मतगणना 11 दिसंबर को होगी.
(इनपुट भाषा से)
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