कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव 2017 की वोटों की गिनती जारी है. परिणामों के अनुसार कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत को झटका लगा है. वह अपनी दोनों सीटों हरिद्वार (ग्रामीण) और किच्छा से हार गए हैं.
हरीश रावत फिलहाल पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट से विधायक हैं. हरीश रावत का जन्म 27 अप्रैल, 1947 को उत्तराखंड के अलमोड़ा जिले के मोहनारी में हुआ था. इनके पिता का नाम राजेंद्र सिंह रावत और माता का नाम देवकी देवी है.
गौरतलब है कि विजय बहुगुणा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी, 2014 में हरीश रावत उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बने थे. जुलाई, 2014 में उन्होंने धारचूला विधानसभा उपचुनाव 19000 वोटों से जीता था. उत्तर प्रदेश को 2 राज्यों में बांटकर जब उत्तराखंड बना गया, उस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रुप में हरीश रावत सामने आए. सन 1980 में वह पहली बार अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. इसके बाद 1984 व 1989 में भी उन्होंने संसद में इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
पिछले चुनावों में हरीश रावत ने हरिद्वार संसदीय सीट सें चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. इसके बाद हरिद्वार सीट जीतकर वर्चस्प स्थापित करने वाले हरीश रावत को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री और कैबिनेट मंत्री का दायित्व सौंपा था.
15 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में रिकॉर्ड वोटिंग दर्ज की गई थी. इस बार प्रदेश में कुल 68 फीसदी मतदान हुआ. पूरे राज्य में सबसे ज्यादा वोट उत्तरकाशी में पड़े, यहां कुल वोटर्स में से 73 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इसके बाद 70 प्रतिशत मतदान के साथ उधमसिंह नगर, हरिद्वार और नैनीताल दूसरे नंबर पर रहे.
हरीश रावत फिलहाल पिथौरागढ़ जिले की धारचूला सीट से विधायक हैं. हरीश रावत का जन्म 27 अप्रैल, 1947 को उत्तराखंड के अलमोड़ा जिले के मोहनारी में हुआ था. इनके पिता का नाम राजेंद्र सिंह रावत और माता का नाम देवकी देवी है.
गौरतलब है कि विजय बहुगुणा के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद फरवरी, 2014 में हरीश रावत उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बने थे. जुलाई, 2014 में उन्होंने धारचूला विधानसभा उपचुनाव 19000 वोटों से जीता था. उत्तर प्रदेश को 2 राज्यों में बांटकर जब उत्तराखंड बना गया, उस समय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के रुप में हरीश रावत सामने आए. सन 1980 में वह पहली बार अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे. इसके बाद 1984 व 1989 में भी उन्होंने संसद में इसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
पिछले चुनावों में हरीश रावत ने हरिद्वार संसदीय सीट सें चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी. इसके बाद हरिद्वार सीट जीतकर वर्चस्प स्थापित करने वाले हरीश रावत को तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री और कैबिनेट मंत्री का दायित्व सौंपा था.
15 फरवरी को हुए विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में रिकॉर्ड वोटिंग दर्ज की गई थी. इस बार प्रदेश में कुल 68 फीसदी मतदान हुआ. पूरे राज्य में सबसे ज्यादा वोट उत्तरकाशी में पड़े, यहां कुल वोटर्स में से 73 फीसदी ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. इसके बाद 70 प्रतिशत मतदान के साथ उधमसिंह नगर, हरिद्वार और नैनीताल दूसरे नंबर पर रहे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं