'आप' ने अपने कार्यकर्ताओं को स्ट्रांग रूम के बाहर चौकसी के लिए लगाया है
चंडीगढ़:
पंजाब में 4 फरवरी को हुए मतदान के बाद 11 मार्च को होने वाली वोटों की गिनती में अभी काफी वक़्त है. चुनाव आयोग ने वोटिंग मशीनों को सुरक्षित रखने के लिए हर ज़िले में स्ट्रांग रूम बनाए हैं, जहां कड़ी सुरक्षा के बीच सीलबंद वोटिंग मशीनों को रखा गया है. मतदान के बाद जीत का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी ने वोटिंग मशीनों की निगरानी के लिए 15-15 कार्यकर्ताओं की टीमें बनाई हैं, जो तंबू लगाकर स्ट्रांग रूम के बाहर चौकसी में लगे हैं.
चौबीसों घंटे पटियाला फिजिकल एजुकेशन कॉलेज के बाहर तंबू में गीत गाकर और हंसी मज़ाक करते हुए 11 मार्च का इंतज़ार हो रहा है. मतगणना वाले दिन तक नाभा से 'आप' उम्मीदवार और उनके समर्थकों का यही रूटीन रहने वाला है. 'आप' ने प्रदेश के सभी स्ट्रांग रूम में अपने कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है.
नाभा से 'आप' उम्मीदवार गुरदेव सिंह उर्फ़ देव मान कहते हैं, 'मकसद यही है कि लोगों ने जो भरोसा जताया है, उसे टूटने नहीं देना है. इलेक्शन कमीशन ने बहुत अच्छा चुनाव करवाया है. ऐसा नहीं है कि हमें उन पर भरोसा नहीं पर फिर भी हम बाद में कुछ कहने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते.'
वैसे तो स्ट्रांग रूम को तीन-स्तरीय सुरक्षा मुहैया करवाई गई है. बाहर पंजाब पुलिस के जवान, तो भीतरी सुरक्षा पंजाब आर्म्ड पुलिस के हवाले है और स्ट्रांग रूम के दरवाज़े पर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात किए गए हैं. चुनाव आयोग की मर्ज़ी के बगैर यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, लेकिन शिकायतें फिर भी आ रही हैं.
'आप' नेता एचएस फूलका ने आरोप लगाया है कि गिल हलके के रिटर्निंग अफसर पांच सात लोगों को लेकर स्ट्रांग रूम में गए और आधे घंटे रहे, अंदर क्या हुआ नहीं मालूम. जब हमारे वालंटियर ने शोर मचाया तो वो लोग बाहर आए. हालांकि, चुनाव आयोग वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ की सभी शंकाओं को निराधार बता रहा है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीके सिंह ने कहा, 'ऐसी कोई बात नहीं है. स्ट्रांग रूम में पर्याप्त सुरक्षा है. उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता, सब लोग निश्चिंत रहे.' स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का ज़िम्मा एक इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अफसर पर है. निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
चौबीसों घंटे पटियाला फिजिकल एजुकेशन कॉलेज के बाहर तंबू में गीत गाकर और हंसी मज़ाक करते हुए 11 मार्च का इंतज़ार हो रहा है. मतगणना वाले दिन तक नाभा से 'आप' उम्मीदवार और उनके समर्थकों का यही रूटीन रहने वाला है. 'आप' ने प्रदेश के सभी स्ट्रांग रूम में अपने कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है.
नाभा से 'आप' उम्मीदवार गुरदेव सिंह उर्फ़ देव मान कहते हैं, 'मकसद यही है कि लोगों ने जो भरोसा जताया है, उसे टूटने नहीं देना है. इलेक्शन कमीशन ने बहुत अच्छा चुनाव करवाया है. ऐसा नहीं है कि हमें उन पर भरोसा नहीं पर फिर भी हम बाद में कुछ कहने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते.'
वैसे तो स्ट्रांग रूम को तीन-स्तरीय सुरक्षा मुहैया करवाई गई है. बाहर पंजाब पुलिस के जवान, तो भीतरी सुरक्षा पंजाब आर्म्ड पुलिस के हवाले है और स्ट्रांग रूम के दरवाज़े पर केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात किए गए हैं. चुनाव आयोग की मर्ज़ी के बगैर यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता, लेकिन शिकायतें फिर भी आ रही हैं.
'आप' नेता एचएस फूलका ने आरोप लगाया है कि गिल हलके के रिटर्निंग अफसर पांच सात लोगों को लेकर स्ट्रांग रूम में गए और आधे घंटे रहे, अंदर क्या हुआ नहीं मालूम. जब हमारे वालंटियर ने शोर मचाया तो वो लोग बाहर आए. हालांकि, चुनाव आयोग वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ की सभी शंकाओं को निराधार बता रहा है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीके सिंह ने कहा, 'ऐसी कोई बात नहीं है. स्ट्रांग रूम में पर्याप्त सुरक्षा है. उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता, सब लोग निश्चिंत रहे.' स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का ज़िम्मा एक इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अफसर पर है. निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं.
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