लखनऊ:
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के छठे चरण के लिए प्रचार अपने चरम पर पहुंच गया है। इस चरण में 28 फरवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 13 जिलों की 68 सीटों पर मतदान होना है। शुक्रवार को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता तूफानी प्रचार करके खुद को जनता सबसे बड़ा हमदर्द साबित करने में जुटे रहे।
कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुरादाबाद में जनसभा कर उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए गैर कांग्रेसी सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अब प्रदेश की तस्वीर बदलने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा, "भाजपा, बसपा और सपा द्वारा 22 सालों से की जा रही जात-पात की राजनीतिक के कारण उत्तर प्रदेश बदहाल हो गया है।"
बसपा की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने गाजियाबाद में चुनावी जनसभा कर भ्रष्टाचार और गुंडाराज को पूर्व सरकारों की देन करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर ही राज्य में कानून का राज स्थापित हुआ।
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बुंलदशहर और नोएडा में जनसभाओं में बसपा, भाजपा और सपा पर हमला जारी रखते हुए कहा, "दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश के पिछड़ने पीछे का कारण यहां पिछले 22 साल में आम आदमी की सरकार न होना है।"
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने बुलंदशहर में कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है कि जिसे सुशासन चलाना आता है।
आगरा में इसी पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने जनसभा में कहा, "केंद्र सरकार के मंत्री बार-बार संवैधानिक संस्थाओं को चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का समर्थन मिले बगैर वे ऐसा नहीं सकते।"
सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेरठ में जनसभा में कहा, "कांग्रेस के नेता समझ चुके हैं कि इस चुनाव में उनका सूपड़ा साफ होने जा रहा है, इसीलिए बौखलाहट में वे ऊटपटांग बयानबाजी कर रहे हैं।"
कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ताबड़तोड़ जनसभाएं कीं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुरादाबाद में जनसभा कर उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए गैर कांग्रेसी सरकारों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अब प्रदेश की तस्वीर बदलने का वक्त आ गया है। उन्होंने कहा, "भाजपा, बसपा और सपा द्वारा 22 सालों से की जा रही जात-पात की राजनीतिक के कारण उत्तर प्रदेश बदहाल हो गया है।"
बसपा की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने गाजियाबाद में चुनावी जनसभा कर भ्रष्टाचार और गुंडाराज को पूर्व सरकारों की देन करार देते हुए कहा कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर ही राज्य में कानून का राज स्थापित हुआ।
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने बुंलदशहर और नोएडा में जनसभाओं में बसपा, भाजपा और सपा पर हमला जारी रखते हुए कहा, "दूसरे राज्यों से उत्तर प्रदेश के पिछड़ने पीछे का कारण यहां पिछले 22 साल में आम आदमी की सरकार न होना है।"
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने बुलंदशहर में कहा कि भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है कि जिसे सुशासन चलाना आता है।
आगरा में इसी पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने जनसभा में कहा, "केंद्र सरकार के मंत्री बार-बार संवैधानिक संस्थाओं को चुनौती दे रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व का समर्थन मिले बगैर वे ऐसा नहीं सकते।"
सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मेरठ में जनसभा में कहा, "कांग्रेस के नेता समझ चुके हैं कि इस चुनाव में उनका सूपड़ा साफ होने जा रहा है, इसीलिए बौखलाहट में वे ऊटपटांग बयानबाजी कर रहे हैं।"
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