नई दिल्ली:
चुनाव आयोग ने शनिवार को इस्पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा को अल्पसंख्यक आरक्षण के बारे में की गई उनकी टिप्पणियों को लेकर नोटिस जारी किया और उनसे सोमवार शाम तक जवाब देने को कहा है। अल्पसंख्यक कोटे पर टिप्पणियों को लेकर सलमान खुर्शीद के बाद वर्मा दूसरे केंद्रीय मंत्री हैं जिन्हें चुनाव आयोग ने आदर्श चुनाव आचार संहिता के कथित उल्लंघन को लेकर नोटिस दिया है।
चुनाव आयोग ने वर्मा की फर्रुखाबाद में दिए गए भाषणों की वीडियो रिकॉर्डिंग की पड़ताल की। आयोग ने कहा, ‘‘उसने प्रथम दृष्टया यह महसूस किया है कि वर्मा ने यह बयान देकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उललंघन किया है।’’
आयोग ने अपने नोटिस में आगे कहा है कि वर्मा के बयान से यह जाहिर होता है कि वह इस बात से अवगत थे कि इस तरह का बयान देकर वह आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया। आयोग ने वर्मा से सोमवार 20 फरवरी को शाम पांच बजे तक इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है कि चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।
बेनी ने अपने भाषण में कहा था कि मुसलमानों का आरक्षण बढ़ाया जाना चाहिए और मेरी इस राय पर अगर चुनाव आयोग मुझे नोटिस भेजना चाहता है, तो भेज सकता है।
हालांकि वर्मा अब इस मुद्दे पर सफाई देते नजर आ रहे हैं। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग को उनके बयान से ठेस पहुंची हो, तो इसके लिए उन्हें खेद है। वर्मा ने कहा कि उन्होंने मुसलमानों का कोटा बढ़ाने का बयान जानबूझकर नहीं दिया था और उनकी जुबान फिसल गई थी। वर्मा ने कहा कि वह पिछले तीन-चार महीने से रोजाना करीब चार-पांच चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं और कभी-कभी वह किस संदर्भ में क्या बात कह जाते हैं, इसका उन्हें ध्यान नहीं रहता।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं, हर व्यक्ति को करना चाहिये। मैं पिछले चार महीने से रोज चार-पांच जनसभाएं कर रहा हूं। हम कभी-कभी किस संदर्भ में क्या कह जाते हैं...उसका ज्यादा ध्यान नहीं रहता।’’ हालांकि वर्मा ने कहा कि वह कभी कोई अनुचित बात नहीं कहते।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जो भी कहा वह पार्टी के घोषणापत्र में शामिल है। बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि उन्होंने आयोग की अवहेलना नहीं की है। गौरतलब है कि फर्रुखाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बेनी प्रसाद ने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई, तो पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि वह अपने इस रुख से नहीं हटेंगे, भले ही चुनाव आयोग उन पर कार्रवाई कर दे।
(इनपुट भाषा से भी)
चुनाव आयोग ने वर्मा की फर्रुखाबाद में दिए गए भाषणों की वीडियो रिकॉर्डिंग की पड़ताल की। आयोग ने कहा, ‘‘उसने प्रथम दृष्टया यह महसूस किया है कि वर्मा ने यह बयान देकर आदर्श चुनाव आचार संहिता का उललंघन किया है।’’
आयोग ने अपने नोटिस में आगे कहा है कि वर्मा के बयान से यह जाहिर होता है कि वह इस बात से अवगत थे कि इस तरह का बयान देकर वह आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और उन्होंने जानबूझकर ऐसा किया। आयोग ने वर्मा से सोमवार 20 फरवरी को शाम पांच बजे तक इस बारे में अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है कि चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।
बेनी ने अपने भाषण में कहा था कि मुसलमानों का आरक्षण बढ़ाया जाना चाहिए और मेरी इस राय पर अगर चुनाव आयोग मुझे नोटिस भेजना चाहता है, तो भेज सकता है।
हालांकि वर्मा अब इस मुद्दे पर सफाई देते नजर आ रहे हैं। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर चुनाव आयोग को उनके बयान से ठेस पहुंची हो, तो इसके लिए उन्हें खेद है। वर्मा ने कहा कि उन्होंने मुसलमानों का कोटा बढ़ाने का बयान जानबूझकर नहीं दिया था और उनकी जुबान फिसल गई थी। वर्मा ने कहा कि वह पिछले तीन-चार महीने से रोजाना करीब चार-पांच चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे हैं और कभी-कभी वह किस संदर्भ में क्या बात कह जाते हैं, इसका उन्हें ध्यान नहीं रहता।
उन्होंने कहा, ‘‘हम चुनाव आयोग का सम्मान करते हैं, हर व्यक्ति को करना चाहिये। मैं पिछले चार महीने से रोज चार-पांच जनसभाएं कर रहा हूं। हम कभी-कभी किस संदर्भ में क्या कह जाते हैं...उसका ज्यादा ध्यान नहीं रहता।’’ हालांकि वर्मा ने कहा कि वह कभी कोई अनुचित बात नहीं कहते।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने जो भी कहा वह पार्टी के घोषणापत्र में शामिल है। बेनी प्रसाद वर्मा ने कहा कि उन्होंने आयोग की अवहेलना नहीं की है। गौरतलब है कि फर्रुखाबाद में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए बेनी प्रसाद ने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई, तो पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने यह भी कहा था कि वह अपने इस रुख से नहीं हटेंगे, भले ही चुनाव आयोग उन पर कार्रवाई कर दे।
(इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
बेनी प्रसाद वर्मा, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2012, मुस्लिम आरक्षण, चुनाव आयोग, Beni Prasad Verma, Uttar Pradesh Elections 2012, Election Commission, Muslim Reservation