लखनऊ:
उत्तर प्रदेश विधानसभा के चौथे चरण का मतदान जहां शांतिपूर्ण सम्पन्न हो गया, वहीं पांचवें चरण का चुनाव का प्रचार अपने चरम पर पहुंच गया है।
रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के दिग्गजों ने धुआंधार प्रचार कर एक-दूसरे पर जमकर प्रहार किया। इस चरण में 10 जिलों की 56 सीटों पर 23 फरवरी को मतदान होना है।
बसपा प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने हमीरपुर जिले में एक चुनावी जनसभा में कहा, "जिस कांग्रेस पार्टी ने 40 साल में प्रदेश का विकास नहीं किया, उसका युवराज पांच साल में कायापलट करने की बात कर रहा है।"
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अलीगढ़ में चुनावी जनसभा कर उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए गैर कांग्रेसी दलों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "आप लोग इस चुनाव में विरोधी दल के उम्मीदवारों को अलीगढ़ी ताले में बंद कर दें जिससे कि राज्य को फिर से विकास के मार्ग पर ले जाया जा सके।"
वहीं, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने औरैया जिले में चुनावी जनसभा कर गैर भाजपाई दलों को उत्तर प्रदेश की बदहाली को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "गंदी सियासत करने वालों ने प्रदेश को इस दशा में पहुंचा दिया कि कोई व्यक्ति खुश नहीं है। यहां सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य संसाधनों का अभाव है।"
गडकरी ने कहा, "नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक 'गरीबी हटाओ' का नारा दे रहे हैं लेकिन अब तक गरीबी क्यों नहीं हटी? जब तक जाति की सियासत होगी तब तक विकास नहीं होगा और न ही उत्तर प्रदेश की तस्वीर सुधरेगी।"
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने एटा में जनसभा कर कहा, "सपा, बसपा और भाजपा ने पिछले 22 साल में झूठे वादे कर जनता को केवल छला है। वादे वही करता है जिसे काम नहीं करना होता है।"
सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर में जनसभा कर कहा, "उत्तर प्रदेश में घोटालों और भ्रष्टाचार के लिए बसपा सरकार के साथ-साथ कांग्रेस की सरकार भी बराबर की जिम्मेदार है और वह इस जिम्मेदारी से पीछा नहीं छुड़ा सकती।"
रविवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के दिग्गजों ने धुआंधार प्रचार कर एक-दूसरे पर जमकर प्रहार किया। इस चरण में 10 जिलों की 56 सीटों पर 23 फरवरी को मतदान होना है।
बसपा प्रमुख एवं उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने हमीरपुर जिले में एक चुनावी जनसभा में कहा, "जिस कांग्रेस पार्टी ने 40 साल में प्रदेश का विकास नहीं किया, उसका युवराज पांच साल में कायापलट करने की बात कर रहा है।"
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अलीगढ़ में चुनावी जनसभा कर उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए गैर कांग्रेसी दलों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "आप लोग इस चुनाव में विरोधी दल के उम्मीदवारों को अलीगढ़ी ताले में बंद कर दें जिससे कि राज्य को फिर से विकास के मार्ग पर ले जाया जा सके।"
वहीं, भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी ने औरैया जिले में चुनावी जनसभा कर गैर भाजपाई दलों को उत्तर प्रदेश की बदहाली को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, "गंदी सियासत करने वालों ने प्रदेश को इस दशा में पहुंचा दिया कि कोई व्यक्ति खुश नहीं है। यहां सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य संसाधनों का अभाव है।"
गडकरी ने कहा, "नेहरू से लेकर राहुल गांधी तक 'गरीबी हटाओ' का नारा दे रहे हैं लेकिन अब तक गरीबी क्यों नहीं हटी? जब तक जाति की सियासत होगी तब तक विकास नहीं होगा और न ही उत्तर प्रदेश की तस्वीर सुधरेगी।"
कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने एटा में जनसभा कर कहा, "सपा, बसपा और भाजपा ने पिछले 22 साल में झूठे वादे कर जनता को केवल छला है। वादे वही करता है जिसे काम नहीं करना होता है।"
सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कानपुर में जनसभा कर कहा, "उत्तर प्रदेश में घोटालों और भ्रष्टाचार के लिए बसपा सरकार के साथ-साथ कांग्रेस की सरकार भी बराबर की जिम्मेदार है और वह इस जिम्मेदारी से पीछा नहीं छुड़ा सकती।"
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