मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आज विधानसभा चुनाव हैं. मध्य प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है. वहीं, छत्तीसगढ़ में भी दूसरे फेज के तहत 70 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में दोपहर एक बजे तक 45.4 प्रतिशत और छत्तीसगढ़ में एक बजे तक 38.2 फीसदी मतदान हुआ है.
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में आज विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा है. एमपी में मतदान केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी कतारें नजर आ रही हैं. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Elections 2023) की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए आज मतदान हो रहा है. वहीं, छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Elections 2023) में भी दूसरे फेज के तहत 70 सीटों पर वोटिंग जारी है.
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा, "...सब सच्चाई का साथ देंगे. मैं शिवराज सिंह नहीं हूं जो कहूंगा कि इतनी सीटें आएंगी. जनता तय करेगी कि कितनी सीटें आएंगी. भाजपा के पास पहले पुलिस, प्रशासन और पैसा था, अभी भी कुछ घंटों तक पुलिस, प्रशासन और पैसा है."
मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटों पर 2,533 उम्मीदवारों के चुनावी भाग्य का फैसला करने के लिए मतदान होगा, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती और प्रतिद्वंद्वी कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं. इधर, छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को 70 सीटों पर दूसरे और अंतिम चरण का मतदान होगा, जिसमें मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री राज्य के आठ मंत्रियों और चार सांसदों समेत 958 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा.
मुख्यमंत्री चौहान (बुधनी) और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (छिंदवाड़ा) के अलावा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से तीन केंद्रीय मंत्री - नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते चुनाव लड़ रहे हैं. भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय इंदौर-1 से चुनाव लड़ रहे हैं और भाजपा के तीन लोकसभा सांसद - राकेश सिंह, गणेश सिंह और रीति पाठक भी मैदान में हैं.
छत्तीसगढ़ में दूसरे चरण कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (पाटन), राज्य विधानसभा अध्यक्ष चरण दास महंत (सक्ती), उप मुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (अंबिकापुर), गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (दुर्ग ग्रामीण) और रवींद्र चौबे (साजा) सहित राज्य के आठ मंत्रियों के भाग्य का फैसला शुक्रवार को होगा.
वहीं, भाजपा की ओर से प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अरुण साव (लोरमी), नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल (जांजगीर-चांपा), केंद्रीय जनजातीय मामलों की राज्य मंत्री रेणुका सिंह (भरतपुर-सोनहत-एसटी), सांसद गोमती साय (पत्थलगांव-एसटी), वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (रायपुर दक्षिण), अजय चंद्राकर (कुरुद) और पुन्नूलाल मोहिले (मुंगेली) दूसरे चरण में प्रमुख उम्मीदवार हैं.
मध्य प्रदेश में साल 2018 के चुनाव के बाद 114 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और उसने कमलनाथ के नेतृत्व में बसपा, सपा और निर्दलीय विधायकों की मदद से सरकार बनाई. हालांकि, मार्च 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके प्रति वफादार कांग्रेस विधायकों के विद्रोह के बाद कमलनाथ सरकार गिर गई और चौहान के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ.
छत्तीसगढ़ में 19 जिलों की 70 सीटों पर मतदान होगा. इनमें से 9 सीट एससी और 17 एसटी के लिए आरक्षित हैं. दूसरे फेज की वोटिंग में कुल 958 प्रत्याशी मैदान में हैं. 70 सीटों पर कुल वोटरों की संख्या 1.63 करोड़ है, जिसमें 81.42 लाख पुरुष वोटर और 81.72 लाख महिला वोटर हैं, जबकि 684 थर्ड जेंडर के वोटर हैं. चुनाव आयोग की तरफ से अंतिम चरण के लिए 18,806 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. उम्मीदवारों की बात करें तो सबसे ज्यादा प्रत्याशी रायपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर खड़े हुए हैं. यहां से 26 प्रत्याशी मैदान में हैं, जबकि डौंडी लोहारा में सबसे कम चार प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
230 विधानसभा सीटों और मतदान केंद्रों को चार अलग-अलग ग्रुप में बांट रखा है. निर्वाचन आयोग के अनुसार ए ग्रुप वाले मतदान केंद्रों पर सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे ही खत्म हो जाएगी. इसी तरह बी ग्रुप वाले मतदान केंद्रों पर वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगी. जबकि सी ग्रुप वाले मतदान केंद्रों पर वोटिंग सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक ही चलेगी. डी वाले ग्रुप के लिए वोटिंग का सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे रखा गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राज्य सरकार और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर भ्रष्टाचार, विशेष रूप से कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले, लोक सेवा आयोग भर्ती घोटाले और नक्सलवाद को लेकर निशाना साधा. उन्होंने राज्य में पार्टी की सरकार बनने पर भ्रष्टाचार में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया. भाजपा की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह तथा स्मृति ईरानी ने भी बड़े पैमाने पर प्रचार किया. इस दौरान उन्होंने सट्टेबाजी ऐप घोटाले, धर्मांतरण और तुष्टिकरण की राजनीति को लेकर मुख्यमंत्री बघेल पर हमला बोला और सत्ताधारी दल कांग्रेस पर इसमें शामिल होने का आरोप लगाया.