भाजपा के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने शनिवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में भाजपा को किसी भी कीमत पर सत्ता में आने से रोकने के लिए एक प्रतिष्ठित उद्योगपति ने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सौदा कराया। इन आरोपों को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने खारिज कर दिया।
भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक में गडकरी ने दावा किया कि उन्हें एक प्रतिष्ठित उद्योगपति ने बताया कि दिल्ली के एक होटल में दोनों पार्टियों (कांग्रेस और आप) के बीच सौदा हुआ।
इस बारे में उन्होंने कहा, देश के बड़े उद्योगपतियों में से एक ने अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं के बीच दिल्ली के एक बड़े होटल में सौदा कराने में मदद की। मुझे व्यक्तिगत तौर पर बताया गया कि उस होटल में क्या बात हुई और उन व्यक्तियों ने क्या खाया। उनके अनुसार, मध्यस्थ के रूप में काम कर रहे व्यक्ति ने मुझे बताया कि नीति यह बनाई गई कि भाजपा को किसी भी कीमत पर (सरकार बनाने से) रोका जाए।
कांग्रेस पर प्रहार करते हुए भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के अध्यक्षता वाली इस पार्टी ने अब केंद्र में सरकार बनाने का सपना छोड़ दिया है, क्योंकि उसे मालूम हो गया है कि उसका खेल खत्म हो चुका है। ऐसे में कांग्रेस ने भाजपा को किसी भी कीमत पर रोकने की रणनीति बनाई।
गडकरी ने कहा, कांग्रेस अब सोच रही है कि हमारा काम तमाम हो चुका है, इसलिए हम भाजपा को सरकार नहीं बनाने देंगे और नरेंद्र मोदी को भी प्रधानमंत्री नहीं बनने देंगे। इसको समझते हुए वे (कांग्रेस) उसी अनुसार अपनी नीतियां बना रहे हैं। गडकरी का यह बयान अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ ही घंटों बाद आया।
केजरीवाल ने गडकरी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, अगर वह आरोप लगा रहे हैं, तो उन्हें सबूत भी देना चाहिए। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा कि नितिन गडकरी को सौदे कराने की कला मालूम है और उन्हें इसमें अच्छा अनुभव भी है।
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