पालनपुर:
गुजरात के बनासकांठा जिले के दीसा कस्बे में 28 साल के एक युवक ने एक शर्त जीतने की खातिर एक चिमटे को निगल किया। इसके बाद उसकी हालत गंभीर हो गई और अब एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
राजस्थान के संचोर के रहने वाले भंवरा मेघवाल का इलाज करने वाले डॉ. विशाल ठक्कर ने बताया कि उसे दो दिन पहले नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसने सीने और पेट में दर्द की शिकायत की थी। ठक्कर ने डॉक्टरों की एक टीम के साथ मिलकर गुरुवार को मेघवाल का ऑपरेशन किया और उसके पेट से चिमटे को निकाला।
डॉक्टर ने बताया, 'यहां तक कि उनके रिश्तेदारों को भी उस वक्त पता नहीं था कि मेघवाल के साथ क्या गलत हुआ। जब मेघवाल को भर्ती कराया गया तो वह कहता रहा कि उसने चिमटा निगल लिया है। जब हमने उसका एक्स-रे किया तो उसके सीने के भीतर चिमटा देखकर हम स्तब्ध रह गए।' चूंकि मेघवाल के मुंह से चिमटे को निकालना संभव नहीं था, इसलिए डॉक्टरों ने उसके ऑपरेशन का फैसला किया।
ठक्कर ने कहा, 'हमने चिमटे को निकालने के लिए उसकी छाती का ऑपरेशन किया। चिमटा एक फुट लंबा था। ऑपरेशन के दौरान हमने उसके शरीर के उन हिस्सों को भी दुरुस्त किया, जिन्हें नुकसान पहुंचा था। मरीज अब होश में है और आज बगैर वेंटिलेटर के उसकी तबीयत ठीक है।'
स्थानीय लोगों के मुताबिक, मेघवाल ने अपने दोस्तों के साथ एक शर्त लगाई थी, जिसे जीतने की खातिर उसने चिमटा निगल लिया। हालांकि, उसके परिजन को इसकी जानकारी नहीं थी। चूंकि मेघवाल बोलने की हालत में नहीं है, इसलिए इसके पीछे की वजह का अब तक पता नहीं चल सका था।
राजस्थान के संचोर के रहने वाले भंवरा मेघवाल का इलाज करने वाले डॉ. विशाल ठक्कर ने बताया कि उसे दो दिन पहले नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसने सीने और पेट में दर्द की शिकायत की थी। ठक्कर ने डॉक्टरों की एक टीम के साथ मिलकर गुरुवार को मेघवाल का ऑपरेशन किया और उसके पेट से चिमटे को निकाला।
डॉक्टर ने बताया, 'यहां तक कि उनके रिश्तेदारों को भी उस वक्त पता नहीं था कि मेघवाल के साथ क्या गलत हुआ। जब मेघवाल को भर्ती कराया गया तो वह कहता रहा कि उसने चिमटा निगल लिया है। जब हमने उसका एक्स-रे किया तो उसके सीने के भीतर चिमटा देखकर हम स्तब्ध रह गए।' चूंकि मेघवाल के मुंह से चिमटे को निकालना संभव नहीं था, इसलिए डॉक्टरों ने उसके ऑपरेशन का फैसला किया।
ठक्कर ने कहा, 'हमने चिमटे को निकालने के लिए उसकी छाती का ऑपरेशन किया। चिमटा एक फुट लंबा था। ऑपरेशन के दौरान हमने उसके शरीर के उन हिस्सों को भी दुरुस्त किया, जिन्हें नुकसान पहुंचा था। मरीज अब होश में है और आज बगैर वेंटिलेटर के उसकी तबीयत ठीक है।'
स्थानीय लोगों के मुताबिक, मेघवाल ने अपने दोस्तों के साथ एक शर्त लगाई थी, जिसे जीतने की खातिर उसने चिमटा निगल लिया। हालांकि, उसके परिजन को इसकी जानकारी नहीं थी। चूंकि मेघवाल बोलने की हालत में नहीं है, इसलिए इसके पीछे की वजह का अब तक पता नहीं चल सका था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं