
पटरी पर महिलाओं का विरोध प्रदर्शन
कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में पुरुषों और महिलाओं के बीच एक नई तरह की 'जंग' छिड़ती नजर आ रही है। एक ट्रेन में यात्रा के मुद्दे पर बुधवार को दोनों पक्षों में फिर से झड़प हो गई। बीते तीन दिन में यह दूसरी झड़प है।
महिलाओं का कहना है कि मातृभूमि लेडीज स्पेशल ट्रेन उनकी है। खास तौर से उन्हीं के लिए चलाई गई है। इसमें किसी दूसरे लिंग के लोग नहीं यात्रा कर सकते।
पुरुष मुसाफिरों का कहना है कि रेलवे ने मातृभूमि स्पेशल ट्रेन के तीन डिब्बों पर 'जनरल' लिखा हुआ है। इससे साफ है कि इसमें कोई भी यात्रा कर सकता है। बावजूद इसके महिलाओं ने दो पुरुषों को धक्का देकर ट्रेन से गिरा दिया।
पुरुष यात्री इसके विरोध में ट्रैक पर बैठ गए और रेलगाड़ियों का आवागमन रोक दिया।
उधर उत्तरी 24 परगना के पांच स्टेशनों पर महिला मुसाफिरों ने रेलवे ट्रैक पर धरना देकर रेलगाड़ियों का आवागमन रोक दिया। महिलाएं लेडीज स्पेशल ट्रेन की कुछ बोगियों पर 'जनरल' लिखे जाने से नाराज थीं।
रेलवे ट्रैक पर इन धरनों ने सुबह आफिस जाने के समय पांच घंटे तक रेलगाड़ियों का आवागन रोके रखा।
महिलाओं का कहना है कि मातृभूमि लेडीज स्पेशल ट्रेन उनकी है। खास तौर से उन्हीं के लिए चलाई गई है। इसमें किसी दूसरे लिंग के लोग नहीं यात्रा कर सकते।
पुरुष मुसाफिरों का कहना है कि रेलवे ने मातृभूमि स्पेशल ट्रेन के तीन डिब्बों पर 'जनरल' लिखा हुआ है। इससे साफ है कि इसमें कोई भी यात्रा कर सकता है। बावजूद इसके महिलाओं ने दो पुरुषों को धक्का देकर ट्रेन से गिरा दिया।
पुरुष यात्री इसके विरोध में ट्रैक पर बैठ गए और रेलगाड़ियों का आवागमन रोक दिया।
उधर उत्तरी 24 परगना के पांच स्टेशनों पर महिला मुसाफिरों ने रेलवे ट्रैक पर धरना देकर रेलगाड़ियों का आवागमन रोक दिया। महिलाएं लेडीज स्पेशल ट्रेन की कुछ बोगियों पर 'जनरल' लिखे जाने से नाराज थीं।
रेलवे ट्रैक पर इन धरनों ने सुबह आफिस जाने के समय पांच घंटे तक रेलगाड़ियों का आवागन रोके रखा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
पश्चिम बंगाल, महिला अधिकार, ट्रेन यात्रा, महिला स्पेशल, West Bengal, Women Rights, Women Special Train, हिन्दी न्यूज