ह्यूस्टन:
अमेरिका के एक वेटर को उसके एक अच्छे काम की वजह से एक ग्राहक ने टिप के रूप में पूरे 500 अमेरिकी डॉलर (करीब 34 हजार रुपए) दिए. डलास के एप्पलीबी रेस्टॉरेंट में काम करने वाले कासे सिमोन्स के लिए यह टिप कभी न भूलने वाली है.
ग्राहक ने रेस्टॉरेंट में सबसे सस्ता मिलने वाला फ्लेवर्ड पानी ऑर्डर किया था, जिसकी कीमत महज 0.37 डॉलर थी. ग्राहक ने टिप के साथ नैपकिन पर एक नोट लिखा था जिसमें इतनी बड़ी टिप देने का कारण लिखा हुआ था.
नोट के अनुसार, एक दिन पहले सिंमोन्स एक ग्रोसरी स्टोर में सामान खरीद रहे थे. उनकी नजर एक अन्य ग्राहक पर पड़ी जो एक वृद्ध महिला थीं और कुछ परेशान नजर आ रही थीं.
अन्य ग्राहक महिला के आसपास से गुजर गए जबकि सिमोन्स ने उनके पास जाकर उनसे बात की. महिला ने उन्हें यह तो नहीं बताया कि वह क्यों परेशान हैं लेकिन सिमोन्स ने उनसे बात करके उन्हें खुश करने की कोशिश की और उनके सामान के पैसे भी खुद ही दिए.
सामान की कीमत 17 अमेरिकी डॉलर थी. सिमोन्स ने कहा, 'यह पैसों की नहीं, जिनका आप ख्याल रखते हैं उन्हें दिखाने की बात है.'
यह टिप जाहिर तौर पर उस बुजुर्ग महिला की बेटी ने दी थी. नैपकिन पर लिखे नोट में उसने बताया कि उस दिन उसके पिता की मौत की तीसरी सालगिरह थी और उस तकलीफ के साथ उसकी मां अपने दिन के सामान्य काम निबटाने की कोशिश कर रही थीं.
नोट जोर-जोर से पढ़ते वक्त सिमोन्स कुछ बेचैन होने लगे. 'यह साल के सबसे तनावभरे दिनों में से एक था...और आपने मेरी मां का दिन खुशनुमा बना दिया. आपने पैसे देने की जिद की. उनसे कहा कि वह बेहद खूबसूरत हैं. पिता की मौत के बाद मैंने कभी अपनी मां को इतना मुस्कुराते नहीं देखा.'
ग्राहक ने रेस्टॉरेंट में सबसे सस्ता मिलने वाला फ्लेवर्ड पानी ऑर्डर किया था, जिसकी कीमत महज 0.37 डॉलर थी. ग्राहक ने टिप के साथ नैपकिन पर एक नोट लिखा था जिसमें इतनी बड़ी टिप देने का कारण लिखा हुआ था.
नोट के अनुसार, एक दिन पहले सिंमोन्स एक ग्रोसरी स्टोर में सामान खरीद रहे थे. उनकी नजर एक अन्य ग्राहक पर पड़ी जो एक वृद्ध महिला थीं और कुछ परेशान नजर आ रही थीं.
अन्य ग्राहक महिला के आसपास से गुजर गए जबकि सिमोन्स ने उनके पास जाकर उनसे बात की. महिला ने उन्हें यह तो नहीं बताया कि वह क्यों परेशान हैं लेकिन सिमोन्स ने उनसे बात करके उन्हें खुश करने की कोशिश की और उनके सामान के पैसे भी खुद ही दिए.
सामान की कीमत 17 अमेरिकी डॉलर थी. सिमोन्स ने कहा, 'यह पैसों की नहीं, जिनका आप ख्याल रखते हैं उन्हें दिखाने की बात है.'
यह टिप जाहिर तौर पर उस बुजुर्ग महिला की बेटी ने दी थी. नैपकिन पर लिखे नोट में उसने बताया कि उस दिन उसके पिता की मौत की तीसरी सालगिरह थी और उस तकलीफ के साथ उसकी मां अपने दिन के सामान्य काम निबटाने की कोशिश कर रही थीं.
नोट जोर-जोर से पढ़ते वक्त सिमोन्स कुछ बेचैन होने लगे. 'यह साल के सबसे तनावभरे दिनों में से एक था...और आपने मेरी मां का दिन खुशनुमा बना दिया. आपने पैसे देने की जिद की. उनसे कहा कि वह बेहद खूबसूरत हैं. पिता की मौत के बाद मैंने कभी अपनी मां को इतना मुस्कुराते नहीं देखा.'
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