कहते हैं कुत्ते और बिल्लियां कभी दोस्त नहीं बनते, लेकिन यह शानदार और नाकाबिल-ए-यकीन वीडियो देखकर यह धारणा चूर-चूर हो जाएगी... इसमें हम देखेंगे कि कैसे तीन कुत्तों ने दो बाघों से गहरी दोस्ती कर ली है... इन तीनों जर्मन शेफर्ड कुत्तों - ब्लैकी, ह्यूगो और जेनी - की बाघिन सूरिया तथा नवजात बाघ-शावक सनी के साथ दोस्ती इतनी गहरी है कि इन्हें अलग करना भी मुश्किल है...
सूरिया और सनी का जन्म 'साइबेरियन टाइगरों का नखलिस्तान' (ओएसिस) कहलाने वाले सेनेक (स्लोवाकिया) में हुआ था... ओएसिस टाइगरों के लिए एक सुरक्षित इलाका है, जहां इनकी ब्रीडिंग करवाई जाती है... सूरिया दो साल पहले अपने जन्म के बाद से ही इन तीनों कुत्तों के साथ रह रही है, और कभी अलग नहीं हुई...
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देखें वीडियो
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अविश्वसनीय तरीके से चार महीने पहले यहीं पैदा हुआ सनी भी सूरिया के ही पदचिह्नों पर चलता दिखाई देता है, और उसने भी कुत्तों से गहरी दोस्ती कर ली है... कुत्तों और बाघों के एक साथ खेलने का यह खूबसूरत वीडियो यहां घूमने आईं लूसिया ज़ुस्ताकोवा और ओएसिस में काम करने वाले वॉलन्टियर मार्टिन ज़िमान ने बनाया है, जो अक्सर इस तरह के अद्भुत दृश्य रिकॉर्ड करता रहता है...
रोज़ एक साथ खेलने का वक्त दिया जाता है इन जानवरों को
इन जानवरों को रोज़ एक साथ खेलने का वक्त दिया जाता है, जिसमें वे एक-दूसरे से 'बातचीत' करते हैं, एक-दूसरे के साथ खेल-खेल में 'लड़ते' हैं, और एक-दूसरे का पीछा करते हैं...
29-वर्षीय लूसिया ने कहा, "यह सब देखना काफी रोमांचक था... इन खूबसूरत जानवरों को इतने करीब से देख पाना शानदार अनुभव है... सूरिया इन कुत्तों के साथ रोज़ खेलती है, और उन्हें भी इसके साथ खेलना बेहद अच्छा लगता है... मुझे जानवरों से प्यार है, और मुझे यहां आना भी पसंद है... यह एक बेहद अच्छी पहल है, ताकि विलुप्ति की कगार पर खड़े बाघों को मदद मिल सके..."
बाघों को विलुप्ति से बचाना है ओएसिस का उद्देश्य
इस ओएसिस के संचालक यवेता इरसोवा है, और इन कुत्तों के मालिक भी वही हैं... ओएसिस की स्थापना वर्ष 1999 में हुई थी, और इसमें कुल 28 बाघ रहते हैं, जिनमें से 23 का जन्म यहीं हुआ... इस अभयारण्य का उद्देश्य विलुप्ति का खतरा झेल रही प्रजाति के कुछ हिस्से को बचाकर रखना है, ताकि प्रकृति के संरक्षण में कुछ योगदान दिया जा सके...
यवेता इरसोवा और उनका स्टाफ इस बात के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध दिखाई देता है कि साइबेरियन बाघों का हश्र वैसा ही न हो, जैसा शिकारियों और रहने की जगह छिन जाने की वजह से बाघों की कई विलुप्त हो चुकी प्रजातियों का हो चुका है...
मार्टिन ने बताया, "इन कुत्तों की उम्र लगभग सूरिया जितनी ही है, और ये सभी साथ-साथ पले-बढ़े हैं... इनका अधिकतर वक्त एक साथ बीतता है... ये भाई-बहनों जैसे हैं, और सारा-सारा दिन एक साथ खेलते रहते हैं... एक-दूसरे को कभी चोट भी नहीं पहुंचाते..."
सूरिया और सनी का जन्म 'साइबेरियन टाइगरों का नखलिस्तान' (ओएसिस) कहलाने वाले सेनेक (स्लोवाकिया) में हुआ था... ओएसिस टाइगरों के लिए एक सुरक्षित इलाका है, जहां इनकी ब्रीडिंग करवाई जाती है... सूरिया दो साल पहले अपने जन्म के बाद से ही इन तीनों कुत्तों के साथ रह रही है, और कभी अलग नहीं हुई...
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अविश्वसनीय तरीके से चार महीने पहले यहीं पैदा हुआ सनी भी सूरिया के ही पदचिह्नों पर चलता दिखाई देता है, और उसने भी कुत्तों से गहरी दोस्ती कर ली है... कुत्तों और बाघों के एक साथ खेलने का यह खूबसूरत वीडियो यहां घूमने आईं लूसिया ज़ुस्ताकोवा और ओएसिस में काम करने वाले वॉलन्टियर मार्टिन ज़िमान ने बनाया है, जो अक्सर इस तरह के अद्भुत दृश्य रिकॉर्ड करता रहता है...
रोज़ एक साथ खेलने का वक्त दिया जाता है इन जानवरों को
इन जानवरों को रोज़ एक साथ खेलने का वक्त दिया जाता है, जिसमें वे एक-दूसरे से 'बातचीत' करते हैं, एक-दूसरे के साथ खेल-खेल में 'लड़ते' हैं, और एक-दूसरे का पीछा करते हैं...
29-वर्षीय लूसिया ने कहा, "यह सब देखना काफी रोमांचक था... इन खूबसूरत जानवरों को इतने करीब से देख पाना शानदार अनुभव है... सूरिया इन कुत्तों के साथ रोज़ खेलती है, और उन्हें भी इसके साथ खेलना बेहद अच्छा लगता है... मुझे जानवरों से प्यार है, और मुझे यहां आना भी पसंद है... यह एक बेहद अच्छी पहल है, ताकि विलुप्ति की कगार पर खड़े बाघों को मदद मिल सके..."
बाघों को विलुप्ति से बचाना है ओएसिस का उद्देश्य
इस ओएसिस के संचालक यवेता इरसोवा है, और इन कुत्तों के मालिक भी वही हैं... ओएसिस की स्थापना वर्ष 1999 में हुई थी, और इसमें कुल 28 बाघ रहते हैं, जिनमें से 23 का जन्म यहीं हुआ... इस अभयारण्य का उद्देश्य विलुप्ति का खतरा झेल रही प्रजाति के कुछ हिस्से को बचाकर रखना है, ताकि प्रकृति के संरक्षण में कुछ योगदान दिया जा सके...
यवेता इरसोवा और उनका स्टाफ इस बात के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध दिखाई देता है कि साइबेरियन बाघों का हश्र वैसा ही न हो, जैसा शिकारियों और रहने की जगह छिन जाने की वजह से बाघों की कई विलुप्त हो चुकी प्रजातियों का हो चुका है...
मार्टिन ने बताया, "इन कुत्तों की उम्र लगभग सूरिया जितनी ही है, और ये सभी साथ-साथ पले-बढ़े हैं... इनका अधिकतर वक्त एक साथ बीतता है... ये भाई-बहनों जैसे हैं, और सारा-सारा दिन एक साथ खेलते रहते हैं... एक-दूसरे को कभी चोट भी नहीं पहुंचाते..."
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