दिल्ली में नॉर्थ और साउथ ब्लॉक पर नई विद्युत सज्जा का उद्घाटन किया गया. इस मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य मंत्री उपस्थित थे.
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति भवन के दोनों ओर स्थित खूबसूरत इमारतें नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक बुधवार को नई प्रकाश प्रणाली की रोशनी से नहा गई. इस मौके पर वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री मौजूद थे लेकिन केंद्रीय सचिवालय के इन महत्वपूर्ण भवनों को रोशन करने की नई प्रणाली का उद्घाटन गृह मंत्रालय के वरिष्ठतम सहायक महीपाल सिंह से कराया गया. सिंह दस दिन बाद सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
नई प्रकाश प्रणाली 1.6 करोड़ तक रंग संयोजन के साथ अलग-अलग थीम का प्रदर्शन करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्री आज नई प्रणाली के उद्घाटन के मौके पर मौजूद थे. गृह मंत्रालय के वरिष्ठतम सहायक महीपाल सिंह से इसका उद्घाटन कराया गया. इस समय ये इमारतें साल में आठ चुनिंदा दिनों को ही प्रकाश से सजाई जाती हैं जिनमें गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस शामिल हैं.
यह भी पढ़ें : अनोखी रोशनी से नहाएंगे राष्ट्रपति भवन से सटे नॉर्थ और साउथ ब्लॉक
एक अधिकारी ने कहा कि विद्युत भार कम करने के लिए प्रकाश प्रणाली में प्रकाश के मंद होने की विशेषता शामिल है. यह शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक प्रकाशित रहेगा और कुछ सेकेंड के अंतराल पर रंग बदलते रहेंगे. ये इमारतें रात आठ से नौ बजे के बीच पूरी क्षमता के साथ प्रकाशमान होंगी. अधिकारी ने बताया कि तीन महीने के अंदर राष्ट्रपति भवन भी इस तरह की प्रणाली से प्रकाशमान हो जाएगा.
इससे पहले दस दिन में सेवानिवृत्त हो रहे महीपाल सिंह ने आयोजन स्थल पर प्रधानमंत्री के पहुंचने से कुछ मिनटों पहले कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं.’’ सिंह 1975 में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के तौर पर गृह मंत्रालय का हिस्सा बने थे.
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नॉर्थ और साउथ ब्लॉक कैबिनेट सचिवालय है, जहां से भारत सरकार प्रशासन चलाती है, जो देश के ऐतिहासिक और राजनीतिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा है. इस भवन का निर्माण 1931 में किया गया था और इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) एवं देश के रक्षा, वित्त, गृह और विदेश मामलों के मंत्रालय हैं. नई दिल्ली के रायसीना पहाड़ी पर स्थित सचिवालय में राजपथ के आमने-सामने समानरूपी भवनों के दो ब्लॉक (नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक) हैं, और इनके बीच में राष्ट्रपति भवन है.
प्रमुख वैश्विक लाइटिंग कंपनी फिलिप्स लाइटिंग (यूरोनेक्स्ट लाइट) ने केंद्रीय सचिवालय भवन के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को फिलिप्स डायनामिक फसाड लाइटिंग से रोशन किया है. फिलिप्स लाइटिंग इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुमित जोशी ने कहा, "केंद्रीय सचिवालय के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को रोशन करने की इस प्रतिष्ठित परियोजना में शामिल होने पर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. इस सप्ताह से हमारी डायनामिक एलईडी लाइटिंग इस भवन को 1.6 करोड़ रंगों के मिश्रण का उपयोग करते हुए रोशन करेगी, जो पारंपरिक भारतीय और ब्रिटिश वास्तुकला के समृद्ध मिश्रण को प्रकाशित करेगी."
VIDEO : पूरे साल जगमाएंगी इमारतें
कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिलिप्स कलर काइनेटिक्स ने थीम को बनाने में एलईडी टेक्नोलॉजी की नवीनतम खोज का इस्तेमाल किया है और इन लाइट को बनाया है, जिनका उपयोग महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार और समारोह में किया जा सकता है. इसके अतरिक्त, इस सिस्टम में डिमिंग फीचर्स भी हैं, जो इमारत को कम व्यस्त समय में बिजली की खपत घटाने में सक्षम बनाएगा. तेज लाइटिंग प्रभाव को बनाने के लिए लगभग 662 लाइट प्वॉइंट बनाए गए हैं. यह लाइटिंग भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से संलग्न संगठन केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा लगाई गई है.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
नई प्रकाश प्रणाली 1.6 करोड़ तक रंग संयोजन के साथ अलग-अलग थीम का प्रदर्शन करेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई केंद्रीय मंत्री आज नई प्रणाली के उद्घाटन के मौके पर मौजूद थे. गृह मंत्रालय के वरिष्ठतम सहायक महीपाल सिंह से इसका उद्घाटन कराया गया. इस समय ये इमारतें साल में आठ चुनिंदा दिनों को ही प्रकाश से सजाई जाती हैं जिनमें गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस शामिल हैं.
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एक अधिकारी ने कहा कि विद्युत भार कम करने के लिए प्रकाश प्रणाली में प्रकाश के मंद होने की विशेषता शामिल है. यह शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक प्रकाशित रहेगा और कुछ सेकेंड के अंतराल पर रंग बदलते रहेंगे. ये इमारतें रात आठ से नौ बजे के बीच पूरी क्षमता के साथ प्रकाशमान होंगी. अधिकारी ने बताया कि तीन महीने के अंदर राष्ट्रपति भवन भी इस तरह की प्रणाली से प्रकाशमान हो जाएगा.
इससे पहले दस दिन में सेवानिवृत्त हो रहे महीपाल सिंह ने आयोजन स्थल पर प्रधानमंत्री के पहुंचने से कुछ मिनटों पहले कहा, ‘‘मैं बहुत खुश हूं.’’ सिंह 1975 में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी के तौर पर गृह मंत्रालय का हिस्सा बने थे.
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नॉर्थ और साउथ ब्लॉक कैबिनेट सचिवालय है, जहां से भारत सरकार प्रशासन चलाती है, जो देश के ऐतिहासिक और राजनीतिक विरासत का एक अभिन्न हिस्सा है. इस भवन का निर्माण 1931 में किया गया था और इसमें प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) एवं देश के रक्षा, वित्त, गृह और विदेश मामलों के मंत्रालय हैं. नई दिल्ली के रायसीना पहाड़ी पर स्थित सचिवालय में राजपथ के आमने-सामने समानरूपी भवनों के दो ब्लॉक (नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक) हैं, और इनके बीच में राष्ट्रपति भवन है.
प्रमुख वैश्विक लाइटिंग कंपनी फिलिप्स लाइटिंग (यूरोनेक्स्ट लाइट) ने केंद्रीय सचिवालय भवन के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को फिलिप्स डायनामिक फसाड लाइटिंग से रोशन किया है. फिलिप्स लाइटिंग इंडिया के उपाध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुमित जोशी ने कहा, "केंद्रीय सचिवालय के नॉर्थ और साउथ ब्लॉक को रोशन करने की इस प्रतिष्ठित परियोजना में शामिल होने पर हम गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. इस सप्ताह से हमारी डायनामिक एलईडी लाइटिंग इस भवन को 1.6 करोड़ रंगों के मिश्रण का उपयोग करते हुए रोशन करेगी, जो पारंपरिक भारतीय और ब्रिटिश वास्तुकला के समृद्ध मिश्रण को प्रकाशित करेगी."
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कंपनी ने एक बयान में कहा कि फिलिप्स कलर काइनेटिक्स ने थीम को बनाने में एलईडी टेक्नोलॉजी की नवीनतम खोज का इस्तेमाल किया है और इन लाइट को बनाया है, जिनका उपयोग महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार और समारोह में किया जा सकता है. इसके अतरिक्त, इस सिस्टम में डिमिंग फीचर्स भी हैं, जो इमारत को कम व्यस्त समय में बिजली की खपत घटाने में सक्षम बनाएगा. तेज लाइटिंग प्रभाव को बनाने के लिए लगभग 662 लाइट प्वॉइंट बनाए गए हैं. यह लाइटिंग भारत सरकार के आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय से संलग्न संगठन केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (सीपीडब्ल्यूडी) द्वारा लगाई गई है.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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