
हम भारतीयों की सहनशक्ति का कोई जवाब नहीं लेकिन जब बात नियमों की आती है तो फिर हम उसके आगे कुछ नहीं देखते. जी हां, हाल ही में तमिलनाडु स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ने ऐसा साबित करके भी दिखाया है. दरअसल, कॉर्पोरेशन ने एक कंडक्टर पर सिर्फ इसलिए जुर्माना लगा दिया क्योंकि उसने एक कबूतर को बिन टिकट बस में सफर करने दिया.
पढ़ें: कबूतर आ..आ..आ..., कई परिवारों का भरण-पोषण कर रहे यह पक्षी
अंग्रेज़ी अख़बार द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मामला पिछले हफ्ते गुरुवार शाम का है. हारूर शहर और आदिवासी गांव एल्लावाड़ी के बीच चलने वाली बस में कुल 80 मुसाफिर सवार थे. रास्ते में कॉर्पोरेशन के अधिकारियों ने टिकट जांच के लिए बस रुकवा दी. टिकट इंस्पेक्टर ने एक शराबी आदमी को कबूतर से बातें करते हुए देखा. कबूतर उस के हाथ में था. नियम के मुताबिक अगर कोई जानवर या चिड़िया बस में सफर करे तो उनके लिए टिकट लेना अनिवार्य है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए टिकट इंस्पेक्टर ने कंडक्टर से पूछा कि क्या कबूत का टिकट काटा गया है या नहीं?
पढ़ें: 153 कबूतरों पर है 'पाकिस्तानी जासूस' होने का शक
कंडक्टर ने इंस्पेक्टर को बताया कि जिस वक्त आदमी बस में बैठा था उस वक्त उसके साथ कबूतर नहीं था. लेकिन इंस्पेक्टर ने कंडक्टर की एक भी बात नहीं मानी और उसके खिलाफ मेमो जारी कर दिया. तमिलानडु स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन के मुताबिक अगर कंडक्टर को नियम तोड़ने का दोषी पाया गया तो उसके खिलाफ ज़रूरी कार्रवाई की जाएगी.
पढ़ें: जब एक कबूतर ने उड़ायी गुजरात पुलिस की नींद
बहरहाल, हम तो ये सोच रहे हैं कि आखिर वो शराबी आदमी कबूतर से क्या बातें कर रहा होगा जिसकी वजह से बेचारी कंडक्टर मुफ्त में फंस गया.