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This Article is From Aug 03, 2017

अब महिला टीम को 'सलाह देकर' ट्विटरबाजों के निशाने पर आ गईं शोभा डे....

महिला टीम अभी हाल ही में क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलकर स्वदेश लौटी है. टीम बहुत कम अंतर से वर्ल्ड कप जीतने से चूक गई थी.

अब महिला टीम को 'सलाह देकर' ट्विटरबाजों के निशाने पर आ गईं शोभा डे....
महिला टीम की कप्तान मिताली राज को दो दिन पहले ही बीएमडबल्यू देकर सम्मानित किया गया है.
नई दिल्ली: मशहूर लेखिका शोभा डे एक बार फिर विवादों में आ गईं हैं. वह अक्सर अपने ट्वीट को लेकर विवादों में रहती हैं. इस बार वह महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों पर ट्वीट कर ट्विटर पर ट्रोल हो गईं. महिला टीम अभी हाल ही में क्रिकेट वर्ल्ड कप खेलकर स्वदेश लौटी है. टीम बहुत कम अंतर से वर्ल्ड कप जीतने से चूक गई थी. भारतीय टीम को खिताबी मुकाबले में इंग्लैंड ने 9 रन से हरा दिया था. टीम भले ही खिताब जीतने से चूक गई थी, लेकिन पूरे देश में उसके प्रयासों को सराहना मिली थी. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खिलाड़ियों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया था. पीएम मोदी ने महिला खिलाड़ियों की चर्चा 'मन की बात' में भी की थी. उन्होंने कहा था कि आपकी हार को सवा सौ करोड़ देशवासियों ने अपने कंधों पर उठा लिया. 

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मिताली को मिला बीएमडब्ल्यू
दो दिन पहले ही तेलंगाना बैडमिंटन संघ के उपाध्यक्ष वी. चामुंडेश्वरनाथ ने महिला वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में सर्वााधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज बनने पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज को बीएमडब्ल्यू कार तोहफे में दी थी. मिताली ब्रिस्टल में 12 जुलाई को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आईसीसी महिला वर्ल्‍डकप मैच के दौरान महिला वनडे अंतरराष्ट्रीय मैचों में 6 हजार रन पूरे करने वाली पहली बल्लेबाज बनी थीं. एक तरफ जहां टीम के प्रयासों की हर ओर तारीफ हो रही है वहीं, शोभा डे के ट्वीट ने नए विवाद को जन्म दे दिया. 

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शोभा डे के क्या किया ट्वीट
शोभा डे के ट्वीट पर कई लोगों ने आपत्ति जताई. उन्होंने ट्वीट किया था, 'हे भगवान, कृपया कर हमारी होनहार महिला क्रिकेटरों को व्यावसायीकरण और लालच से बचाएं, जिसकी वजह से हमारे ज्यादातर पुरुष क्रिकेटर बर्बाद हो गए हैं'. दरअसल शोभा डे का कहना था कि महिला क्रिकेटरों को इतनी जल्दी व्यावसायीकरण की लत नहीं लगना चाहिए. यानी कि उन्हें विज्ञापन, प्रमोशन जैसी चीजों से इतनी जल्दी नहीं जुड़ना चाहिए, शोभा डे के मुताबिक इसी वजह से कई मेल क्रिकेटर करियर खराब कर चुके हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों को शोभा डे की ये सलाह पसंद नहीं आई, और वे नाराज होकर उन्हें सलाह देने लगे. लोगों ने पूछा कि अगर महिला क्रिकेटर अपने नेम-फेम की वजह से कुछ फायदा उठाती हैं तो इसमें क्या बुरा है.

वीडियो देखें : इंग्लैंड से स्वदेश लौटी महिला किक्रेट टीम


  स्टारडम में बुराई क्या है
एक यूजर ने उनके ट्वीट के जवाब में लिखा, अगर महिला क्रिकेटर अपने स्टारडम से फायदा उठाती हैं तो इसमें क्या बुरा है. वहीं, एक अन्य यूजर ने प्रतिक्रिया दी, ये महिला क्रिकेटरों से ईर्ष्या करती हैं, लेकिन जताना ऐसा चाह रही हैं जैसे वो इनका भला चाहती  हों. 

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