जलगांव:
शिव सेना के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री सुरेशदादा जैन ने शनिवार को वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को एक 'तालिबान गांधी' बताया। अन्ना हजारे के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने वाले जैन ने जलगांव में कहा, "एक सख्त लोकपाल विधेयक के लिए अपने आंदोलन में अन्ना हजारे जिस तरीके से 'महात्मा गांधी के नाम का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं उस तरह से कोई नहीं कर सकता।' उन्होंने कहा, "प्रत्येक आदमी भ्रष्टाचार के खिलाफ है लेकिन हम महान संस्थाओं वाले देश में रहते हैं और इस तरह के दबाव की रणनीति का इस्तेमाल कर उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।" दिल्ली में आगामी 16 अगस्त से अन्ना हजारे के प्रस्तावित आमरण अनशन का हवाला देते हुए जैन ने कहा, "सबकुछ अपने निर्धारित समय पर होगा। आप इस तरह के ब्लैकमेल की रणनीति का सहारा नहीं ले सकते।" हजारे मुकदमे के सिलसिले में शनिवार दोपहर यहां आए थे। उन्होंने कहा, "पूरी दुनिया जानती है कि अन्ना हजारे कौन है और सुरेश जैन कौन है। ऐसे लोग फलदायी वृक्षों पर पत्थर फेंकते हैं।" ज्ञात हो कि वर्ष 2003 में अन्ना हजारे ने तत्कालीन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता और राज्य मंत्री जैन पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ आंदोलन शुरू किया था। अन्ना हजारे के आरोप पर सत्तारूढ़ कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन सरकार ने जैन और दो अन्य मंत्रियों नवाब मलिक और पद्मसिंह पाटिल के खिलाफ जांच के आदेश दिए। जांच रिपोर्ट के बाद जैन और मलिक को मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद जैन ने अन्ना हजारे के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया।
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