राजस्थान (Rajasthan) के जयपुर (Jaipur) में सीआईएसएफ (CISF) के जवान की शादी धूमधाम से हुई. टीके के वक्त जब दुल्हन के पिता ने उन्हें 11 लाख रुपये का थाल दिया तो उन्होंने हाथ जोड़कर लौटा दिया. उनके इस कदम की हर जगह तारीफ हो रही है. सीआईएसएफ जवान जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) चाहते हैं कि भारत में दहेज प्रथा को जड़ से खत्म किया जाए. जितेंद्र के पिता राजेंद्र सिंह बहू को आगे पढ़ाना चाहते हैं और अफसर बनाना चाहते हैं. बता दें, जितेंद्र की दुल्हन चंचल एलएलबी और एलएलएम ग्रेजुएट है और पीएचडी कर रही है.
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सीआईएसएफ के जवान ने दहेज में मिले 11 लाख रुपये लौटा दिए. इसके बदले उन्होंने 11 रुपये और दुल्हन के माता-पिता से दहेज के रूप में एक नारियल लिया. @ashokgehlot51 @RajCMO @PMOIndia @CISFHQrs #Jaipur pic.twitter.com/EIudwAYR8A
— mohit chaturvedi (@MohitMohit114) November 15, 2019
दूल्हे के पिता राजेंद्र सिंह ने कहा, ''हमने टीके के 11 लाख रुपये लौटाकर अपने स्तर पर समाज की इस कुरीति को मिटाने के लिए एक छोटा सा प्रयास किया है. मेरी बहू; मेरी बेटी समान है. इसके गुण ही हमारे दहेज हैं. हम चाहते हैं कि ये खूब पढ़े और अपने लक्ष्य को हासिल करे. चंचल को पढ़ाने के लिए मेरा पूरा परिवार साथ है. मैं समाज के सभी परिवारों से कहना चाहता हूं कि आप भी अपनी बहुओं को अपने बच्चों की तरह समान अवसर दें. बहू भी आपके परिवार का नाम रौशन कर सकती है.''
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देखें शादी की तस्वीरें...
2. चंचल अपनी 99 वर्षीय दादी के साथ.
3. शादी के बाद चंचल और जितेंद्र सिंह ने क्लिक कराई फोटो.
दूल्हे जितेंद्र सिंह ने कहा, ''देश का सैनिक होने के नाते में कहना चाहता हूं कि देश का युवा दहेज को नकारे और इसका विरोध करे. दहेज के कारण लोग अपनी बेटियों को मार देते हैं. देश का युवा अगर एक स्टेप आगे बढ़ेगा तो इसे रोकने में सफलता मिलेगी. बेटे-बेटियों में फर्क न करें. बहू-बेटियों को पढ़ा-लिखाकर आगे बढ़ाएं.''
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जितेंद्र और चंचल की शादी 8 नवंबर को सपन्न हुई. दुल्हन के पिता गोविंद सिंह शेखावत ने कहा, ''जैसे ही पैसे वापिस लौटा दिए गए तो मैं घबरा गया था. मुझे शुरुआत में लगा कि दूल्हे का परिवार कहीं शादी की व्यवस्था से नाखुश तो नहीं. लेकिन बाद में हमें पता चला कि परिवार दहेज के सख्त खिलाफ था.''
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