टॉप 10 रईसों में शामिल जैक मा को हार्वर्ड ने 10 बार ठुकराया, KFC ने भी नहीं दी थी नौकरी

टॉप 10 रईसों में शामिल जैक मा को हार्वर्ड ने 10 बार ठुकराया, KFC ने भी नहीं दी थी नौकरी

नई दिल्ली:

दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स वेबसाइटों में से एक 'अलीबाबा' के संस्थापक जैक मा की पसंदीदा उक्ति हॉलीवुड फिल्म 'फॉरेस्ट गम्प' में अभिनेता टॉम हैन्क्स का बोला संवाद है, "ज़िन्दगी चॉकलेट के डिब्बे जैसी होती है, और आप नहीं जान सकते, आपको कब क्या मिलने वाला है..." वैसे, जैक मा की कारोबारी ज़िन्दगी की 'मामूली' शुरुआत और 'अनूठी' कामयाबी को देखकर तो ऐसा ही लगता है, जैसे 'फॉरेस्ट गम्प' के लेखक ने यह पंक्ति जैक के लिए ही लिखी थी।

दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दौरान रिकॉर्ड किए गए जैक मा के एक इंटरव्यू को दोबारा प्रकाशित किया गया है, जिसमें जैक अपनी नाकामियों और उन्हीं की बदौलत कामयाब ज़िन्दगी बन जाने के बारे में खुलकर बात कर रहे थे। जी हां, आपने सही पढ़ा - जैक मा के खाते में भी कई नाकामियां दर्ज हैं।

आज की तारीख में दुनिया के सबसे रईस लोगों में शुमार जैक मा प्राथमिक स्कूल (पांचवीं कक्षा तक) में दो बार फेल हुए थे और मिडिल स्कूल (आठवीं कक्षा तक) में तीन बार, और इसके अलावा उन्हें तब भी रिजेक्ट कर दिया गया था, जब उन्होंने पुलिस में भर्ती होने के लिए आवेदन किया था।

उन्हें हार्वर्ड में दाखिले से भी 10 बार इनकार किया गया था। इसके बारे में जैक ने कहा, "...और मैंने सोचा था, शायद किसी दिन मुझे वहां जाकर पढ़ाना चाहिए...", इसके जवाब में इंटरव्यू ले रहे टीवी होस्ट चार्ली रोज़ ने कहा, "ऐसी व्यवस्था की जा सकती है..."

चलिए मान लिया, हार्वर्ड में दाखिला कोई बच्चों का खेल नहीं, लेकिन जैक मा को तो फूड चेन केएफसी (KFC) ने भी रिजेक्ट किया था। जैक मा बताते हैं, "जब केएफसी चीन में हमारे शहर पहुंचा, 24 लोगों ने नौकरी के लिए अर्जी दी थी, जिनमें से 23 चुन लिए गए..." जिस एक शख्स को ठुकराया गया था, वह जैक मा ही थे।

लेकिन आज शायद जैक ही हैं, जो उन सभी आवेदकों से ही नहीं, नौकरी या दाखिला देने वालों से भी ज़्यादा कामयाब हैं...

इस इंटरव्यू में जैक मा ने अपने एक पत्र-मित्र के सुझाव पर अपना नाम 'मा युन' से बदलने के बारे में भी बात की, हॉलीवुड के लिए उनके मन में मौजूद प्यार के बारे में भी, और इस बारे में भी खुलकर बात की कि कैसे मार्शल आर्ट आपकी बिज़नेस में मदद कर सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जब वह वर्ष 1995 में पहली बार अमेरिका गए थे, उनका पहली बार इंटरनेट से सामना होने पर उन्होंने क्या किया। उन्होंने जिस पहले शब्द के बारे में सर्च किया था, वह था 'बियर', क्योंकि उसकी स्पेलिंग काफी आसान थी...

लेकिन जैक मा द्वारा सर्च किया जाने वाला दूसरा शब्द उनकी ज़िन्दगी की कहानी बदल देने वाले 'अलीबाबा' का रास्ता खोलने वाला साबित हुआ, जो आप इस वीडियो में सुन सकते हैं...

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